गोवर्धन पूजा की तिथि को लेकर इस साल खासा कंफ्यूजन की स्थिति बन रही है। 1 या 2 नवंबर किस दिन की जाएगी गोवर्धन पूजा। पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर गोवर्धन पूजा की जाती है. हर साल यह दिन दिवाली के अगले दिन मनाया जाता है लेकिन इस साल दिवाली की तिथि भी 2 दिवसीय हो जाने से गोवर्धन पूजा की सही तिथि को लेकर कंफ्यूजन होने लगी है. गोवर्धन पूजा हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है. मान्यतानुसार इसी दिन श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठा लिया था और इंद्र देव के प्रकोप से गांव वालों की रक्षा की थी. गोवर्धन पूजा को अन्नकूट पूजा भी कहा जाता है. इस दिन भगवान कृष्ण को अनाज से बना भोग लगाते हैं, साथ ही गाय और बैलों का पूजन भी किया जाता है और गोबर से गोवर्धन भगवान बनाकर उनकी पूजा और परिक्रमा की जाती है. यहां जानिए इस साल गोवर्धन पूजा की सही तिथि क्या है।
हिंदू धर्म में दीपावली पर्व के 1 दिन बाद गोवर्धन पूजा का आयोजन किया जाता है. यह पर्व प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन मनाया जाता है. वैदिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन गोवर्धन पूजा का आयोजन होता है. इस दिन भगवान श्री कृष्ण और गोवर्धन की उपासना का विधान है. इस दिन को अन्नकूट पूजा के नाम से भी जाना जाता है और इस दिन गेहूं, चावल, बेसन से बना भोजन पकाया जाता है और भगवान श्री कृष्ण को अर्पित किया जाता है.
गोवर्धन पूजा की सही तिथि |
गोवर्धन पूजा इस साल 1 नवंबर के दिन नहीं की जा रही बल्कि 2 नवंबर के दिन पर गोवर्धन पूजा होने जा रही है. पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ 1 नवंबर की शाम 6 बजकर 16 मिनट पर हो जाएगा और इस तिथि का समापन 2 नवंबर की रात 8 बजकर 21 मिनट पर होगा. ऐसे में गोवर्धन पूजा 2 नवंबर, शनिवार के दिन की जाएगा।
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