भिलाई। 20 जुलाई, 2024, (सीजी संदेश) : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उत्तर प्रदेश मे सभी व्यापारियो को अपनी दुकानो पर स्पष्ट नाम, दुकान के बोर्ड पर मालिको और कर्मचारियो के नाम लिखे जाने के आदेश जारी किये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष अनिल मेश्राम ने कहा कि यह प्रक्रिया असंवैधानिक और सामाजिक विभाजनकारी आदेश है, एक वर्ग विशेष की आर्थिक स्वतन्त्रता पर हमला है। भारतीय संविधान मे डा. बाबासाहेब भीमराव आम्बेडकर द्वारा देश के सभी वर्गो हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई बौद्ध जैन और फारसी सहित अन्य धर्मो के अनुयायियो को सार्वजनिक स्थानो पर दुकाने लगाकर व्यापार व्यवसाय करने की स्वतंत्रता प्रदान की गई है। उत्तर प्रदेश जैसे तानाशाहपूर्ण व सामाजिक भेदभाव वाले आदेश यदि अन्य राज्यो मे भी जारी होकर लागू होने लगे तो पूरे भारत देश मे अराजकता और आर्थिक विषमता का वातावरण निर्मित होगा जो संविधानिक व्यवस्था के खिलाफ होगा और देश की बहुसंख्यक जनता के लिए अहितकर साबित होगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस संबंध मे पुनर्विचार करना चाहिए।