भिलाई 3 जून 2024। जघन्य हत्या की गुत्थी लगभग पुलिस ने सुलझा ली है। संदेही को धर दबोचा है। लगातार संदेही से पूछताछ चल रही है उसने अपना गुनाह पुलिस थाने में कबूल कर लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक संजय महाराज मध्य प्रदेश निवासी मृतक के अंडर में कार्य करता था। मृतक कोयले की जांच करने के बाद ही कंपनी में भेजता था। इसकी जानकारी संदेही को था। संदेही को दो-तीन बार मृतक आगाह कर चुका था कि मेरे बगैर अनुमति के किसी भी ट्रक से कोयला बिना जांच के अंदर नहीं आएगा नहीं तो नौकरी चल जाएगी। इसकी परिणीति कहीं मौत तो नहीं है?
गौरतलब हो की आडानी सीमेंट फैक्ट्री एसीसी जामुल के रिक्लेमर साइड में औंधे मुंह पड़ी एक लाश मिली। मृतक ने प्लांट का रेड जैकेट पहन रखा था। उसका हेलमेट दूसरे हाथ के पास पड़ा हुआ था। मौके पर काफी खून बहा हुआ था। सिर पर गहरे चोट का निशान था। लाश की पहचान आर बालराजू 51 के रुप में की गई।
वह कंपनी के कोल वासरी डिपार्टमेंट में एचओडी के पद पर कार्यरत थे। कोयले की क्वालिटी चेक करने का काम करते थे । मृतक की दो बेटियां है, बालराजू राजीव नगर जामुल में परिवार के साथ रहते थे। साल भर पहले कैंसर से उनकी पत्नी की मौत हो चुकी है। सोमवार सुबह आठ बजे वे फस्ट शिप्ट ड्यूटी के लिए कंपनी पहुंचे थे। थोड़ी देर बाद उनकी हत्या कर दी गई।घटना स्थल के निरीक्षण व लाश को बारीकी से देखने के बाद पुलिस ने पाया कि किसी लोहे नुमा भारी चीज से बालराजू के सिर पर वारकर उसकी हत्या की गई है। पुलिस कई संदेही को हिरासत में ले लिया। संदेही से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि मृतक बालराजू ने कोयले की क्वालिटी में गड़बड़ी पकड़ी थी। यही उनकी हत्या का कारण बना।
यह कांड मैंगनीज कांड की याद दिलाती है। पत्थर को कोयला बनाकर तो ट्रांसपोर्टर गाड़ी में भरकर नहीं लाते थे। यह जांच का विषय है। जांच में पकड़ा जाने के भय से बाल राजू को समय मौत के मुंह में सामना पड़ा है? एसपी जितेंद्र शुक्ला ने कहा कि संदेही संजयतिवारी को पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है जांच होने के बाद ही क्लियर हो पाएगा।