भिलाई। छत्तीसगढ़ शासन आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा आयोजित राज्य श्री गुरु घासीदास लोक कला महोत्सव का शुभारंभ आदिम जाति एवं स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ.प्रेमसाय के काम ने किया। इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार बाबा गुरु घासीदास के संदेशों को आत्मसात करते हुए मनके मनके एक समान के संदेशों को आम जनता के बीच पहुंचाने का प्रयास किया और बाबा जी के संदेशों को आत्मसात करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार इस महोत्सव का आयोजन किया है। आज से 263 साल पहले बाबा गुरु घासीदास जीने सत्य के संदेश को धान चमकौर मादर के साथ आम जनता के बीच जाति पात ऊंच नीच का भेद मिटाते हुए समतामूलक समाज की परिकल्पना की उसी का परिणाम है कि आज हम सभी बाबा गुरु घासीदास के आदर्शों को मानते हैं।
आज प्रथम दिवस चारभाठा जिला बेमेतरा, लोहारपथरा धमतरी, मुडिय़ा मुंगेली, कबीरधाम घोडेला जिला बालोद, जिला जांजगीर, कुटेश्वर जिला रायपुर, मुडिय़ाडीह जिला महासमुंद, बकतराई जिला राजनांदगांव सहित नव दलों प्रस्तुति दी। स्वागत भाषण कलेक्टर अंकित आनंद, संचालन ज्यूरी कमेटी के मेंबर निर्मल कोसरे एवं आभार प्रदर्शन सहायक आयुक्त रामटेके मैडम ने किया। आदिवासी छात्रावास के बच्चों ने अरपा पैरी के धार एवं छत्तीसगढ़ के लोक गीतों के साथ दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर डोंगरगढ़ के विधायक भुनेश्वर बघेल, जूरी कमेटी के अध्यक्ष डॉ नाथू तोड़े, डॉ आर एस बारले, बुटू दास पुर्णे, अमृता बार ले, रजनी रजक, रायपुर के पार्षद सुंदर जोगी, मनीष कोसरिया, मनोज मढरिया, संतोष तिवारी सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।