भिलाई 4 अक्टूबर 2023।गहोई वैश्य समाज दुर्ग-भिलाई के तत्वावधान मे आज 4 से 11 अक्टूबर तक श्री मद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। भगवत कथा का वाचन पूज्यपाद अन्नत विभूषित ज्योतिषपीठाधीश जगद्गुरु शंकराचार्य ब्रम्हलीन स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के शिष्य आचार्य श्री श्री डॉ. इन्दूभवानन्द जी महाराज के द्वारा एम.पी. हॉल मांगलिक प्राँगण जुनवानी रोड भिलाई मे किया जा रहा है। प्रथम दिवस पर भगवत कथा का शुभारंभ समाज की महिलाओ के द्वारा कलश यात्रा से किया गया है । तत्पश्चात आचार्य श्री द्वारा सच्चिदानंद के आवाहन स्थापना महात्त्म जल यात्रा पंचांग पूजन गोकर्ण कथा मंगलाचरण नारद व्यास प्रसंग के वर्णन से किया गया। भगवत कथा के आयोजन का उद्देश्य हमारे समाज के बच्चो को तथा युवाओ को सनातन परम्परा से जोड़ना तथा सामाजिक रीति-रिवाज को आगे बढ़ाना है। आचार्य के मतानुसार इस पक्ष मे पितरो को भी कथा श्रवण का लाभ मिलता है। समाज के अध्यक्ष पवन ददरया ने समाज के लोगो सहित अन्य सनातनी धर्म परायण लोगो से कथा श्रवण का लाभ उठाने की अपील की है। इस अवसर पर अत्याधिक संख्या मे लोगो ने इस ग्यान सरिता मे भक्ति रस का रसास्वादन किया।भागवत के श्रवण मात्र से भगवान हृदय में विराजमान हो जाते हैं।भिलाई छत्तीसगढ़ एमपी हाल में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिवस में जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज की कृपा पात्र शिष्य डॉक्टर ब्रह्मचारी इंदु भवानंदजी महाराज श्रीमद् भागवत का प्रकाशन करते हुए बताया भागवत कथा के श्रवण करने मात्र से दुखों का नाश हो जाता है। जीव को अपने मूल स्वरूप का ज्ञान हो जाता है हुआ है कैवल्य मुक्ति का अधिकारी हो जाता है। 6प्रकार के दुखों का नाश भागवत के ही श्रवण से होता है भागवत के श्रवण करने मात्र से ज्ञान भक्ति और वैराग्य का प्रवाह उसके जीवन में हो जाता है। वह कर्म करते हुए भी कर्तापन से मुक्त हो जाता है।इसीलिए सदा श्रीमद् भागवत का श्रवण पठन निर्देशन करने मात्र से ही भगवान की भक्ति प्राप्त हो जाती है और भगवान भक्ति रूपी से उपलब्ध होकर भक्त के हृदय में विराजमान हो जाते हैं।