भिलाई। 15 जून, 2023 (सीजी संदेश) : भिलाई ट्रक ट्रेलर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन द्वारा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल सीआईएसएफ के असिस्टेंट कमांडर को ज्ञापन सौंपकर अपने विभिन्न मांगों के जल्द निराकरण की मांग की गई है एसोसिएशन के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह छोटू ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि पिछले कुछ दिनों से बोरिया गेट से गाड़ियां समय पर अंदर नहीं हो पा रही है जिसके कारण ट्रांसपोर्टरों को कई प्रकार के दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जैसे कि जीपीएस वर्किंग में समय लगना, बीच-बीच में सप्लाई की गाड़ियों का अंदर जाना, बोरिया गेट चौक पर गाड़ियों की बेतरतीब पार्किंग और गाड़ियों की चेकिंग में अत्यधिक समय लगना और रूट कार्ड बनाने में देरी होना जैसे अनेक कारणों की वजह से निरंतर गाड़ियों के अंदर जाने में देरी हो जाती है कई बार समय पर गाड़ी संयंत्र के भीतर नहीं जाने पर रूट कार्ड कैंसिल हो जाता है जिससे ट्रांसपोर्टरों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है।
ज्ञात हो कि बोरिया गेट में लचर ट्रैफिक व्यवस्था के कारण आए दिन जाम लगना आम बात है। ट्रक एवं ट्रेलर गाड़ियों के प्लांट के भीतर जाने की प्रक्रिया में देर लगने की वजह से कभी कभी आधे से एक किलोमीटर तक का जाम लगा रहता है। ट्रक ड्राइवर सुबह 6:30 बजे से नंबर लगाकर खड़े रहते हैं जो 4:00 बजे गेट बंद होने तक इंतजार करते रहते हैं कई बार यह इंतजार दूसरे दिन तक चलता है। इससे अक्सर ट्रक ड्राइवरों और सीआईएसएफ के जवानों के बीच विवाद होते रहता है आज भी ट्रक ड्राइवर और सीआईएसफ के जवानों के बीच झड़प हो गई थी जिसके बाद भिलाई ट्रक ट्रेलर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने संज्ञान लेते हुए, अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह छोटू, कार्यकारी अध्यक्ष अनिल चौधरी, महासचिव मलकीत सिंह लल्लू सहित अन्य सदस्यों ने ट्रैफिक डीएसपी सतीश ठाकुर एवं सीआईएसएफ के असिस्टेंट कमांडर के साथ बैठक कर इन समस्याओं के निराकरण पर चर्चा की, ट्रैफिक डीएसपी सतीश ठाकुर ने बताया कि अव्यवस्था को दूर करने की कोशिश की जाएगी कल से ही कुछ आवश्यक कदम उठाए जाएंगे सीआईएसएफ एवं ट्रांसपोर्टरों के साथ मिलकर गाड़ियों को सुचारू रूप से अंदर जाने के लिए व्यवस्था बनाई जाएगी।
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह छोटू ने बैठक के बाद जानकारी देते हुए बताया कि बैठक सार्थक रही कई मुद्दों पर चर्चा की और कल से ही इंट्रेंस गेट की संख्या बढ़ाने और व्यवस्था में लगे सीआईएसफ के जवानों की भी संख्या बढ़ाने के साथ अन्य जरूरी कदम भी उठाये जाएंगे।