भिलाई। ब्लास्ट फर्नेस-8 ने माह नवम्बर, 2019 में 2,13,091 टन हॉट मेटल का उत्पादन किया जो अब तक का सर्वोच्च मासिक उत्पादन का नया रिकॉर्ड है। इससे पूर्व मार्च, 2019 में 2.07 लाख टन उत्पादन कर मासिक रिकॉर्ड बनाया था जिसे नवम्बर, 2019 में ध्वस्त करने में कामयाबी हासिल की। संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस- 6, 7 एवं 8 से माह नवम्बर, 2019 में कुल 3,97,066 टन हॉट मेटल का उत्पादन किया। ब्लास्ट फर्नेस-8 ने इस नवम्बर माह 3 बार अपने दैनिक उत्पादन की निर्धारित क्षमता 8030 टन प्रतिदिन को पार करने में सफल हुए। बीएफ-8 ने 12 नवम्बर को 8257 टन उत्पादन कर दैनिक उत्पादन का रिकॉर्ड बनाया। इसी प्रकार 20 नवम्बर को 8036 टन तथा 21 नवम्बर को 8212 टन दैनिक प्रोडक्शन किया। आज संयंत्र अपने 3 ब्लास्ट फर्नेस को चलाकर अपने हॉट मेटल की जरूरतों को पूर्ण करने में सफल हुआ है। जो उत्पादन लागत को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। तीनों ब्लास्ट फर्नेस को चलाकर अपने दैनिक हॉट मेटल उत्पादन की जरूरतों को पूरा करने के साथ ही ब्लास्ट फर्नेस प्रोडक्टिविटी व कोक दर जैसे बेहतर टेक्नो-इकोनॉमिक्स पैरामीटर प्राप्त करने में सफल हुआ है। इस माह बेस्ट कोक दर 415.6 किलोग्राम प्रति टन हॉट मेटल प्राप्त करने के साथ ही बेस्ट कोल डस्ट इंजेक्शन रेट 92.1 किलोग्राम प्रति टन हॉट मेटल हासिल करने में सफलता प्राप्त की।
भिलाई बिरादरी ने अपने कौशल व अनुभव से राजहरा आयरन ओर काम्प्लेक्स से प्राप्त कम गुणवत्ता वाले लौह अयस्क जिसमें अशुद्धि की मात्रा ज्यादा होने के बावजूद भी ब्लास्ट फर्नेस की उत्पादन व उत्पादकता को बनाए रखा। सेल के डायरेक्टर रॉ-मटेरियल ने भिलाई के ब्लास्ट फर्नेस बिरादरी के इस प्रयास की भूरि-भूरि प्रशंसा की है। राजहरा में लगाए गए स्लाइम बेनेफिसिएशन इकाई का ट्रॉयल प्रारंभ कर दिया गया है। जिसके सकारात्मक परिणाम दिखाई देने लगे हैं। इस यूनिट के प्रारंभ होने से भिलाई इस्पात संयंत्र के लाभ में वृद्धि संभावित है। आज राजहरा में पड़े लो गे्रड लौह अयस्क जिसकी कीमत वर्तमान में शून्य है, इस स्लाइम बेनेफिसिएशन इकाई से इसे पुन: उपयोगी बनाया जा रहा है। इस प्रकार इसके पुन: उपयोग से लगभग 2500 रुपये प्रतिटन की बचत संभव हो रही है। एसएमएस-3 ने पहली बार माह नवम्बर, 2019 में 1,00,000 टन उत्पादन का नया कीर्तिमान स्थापित किया। नवम्बर, 2019 में 1,04,313 टन क्रूड स्टील का उत्पादन किया। विदित हो वर्तमान में 2 कन्वर्टर और 3 कास्टर्स प्रचालन में हैं। वर्तमान में एसएमएस-3 ने अपने औसत उत्पादन हीट्स को बढ़ाने में सफल हुआ है। माह जुलाई, 2019 में औसत 12 हीट्स के उत्पादन को बढ़ाकर अगस्त, 2019 को औसत 15 हीट्स का उत्पादन किया। इस माह नवम्बर, 2019 में इसने 21 हीट्स औसत उत्पादन किया है। इसी माह 25 नवम्बर को एसएमएस-3 ने 27 हीट्स का दैनिक उत्पादन का नया रिकॉर्ड बनाया। विश्व के सबसे लम्बी 130 मीटर सिंगल पीस रेल्स का निर्माण करने वाली संयंत्र की यूनिवर्सल रेल मिल ने माह नवम्बर, 2019 में अब तक का सर्वश्रेष्ठ मासिक उत्पादन का नया रिकॉर्ड कायम किया। नवम्बर माह में 52,756 टन फिनिश्ड रेल्स का सर्वाधिक उत्पादन किया जिसमें 47,087 टन प्राइम यूटीएस-90 रेल्स का उत्पादन किया। इस तरह मार्च, 2019 के 44,047 टन रेल्स के उत्पादन तथा अक्टूबर, 2019 में 44,711 टन प्राइम रेल्स के उत्पादन रिकॉर्ड को तोड़ते हुए यूआरएम ने एक नया मासिक उत्पादन का कीर्तिमान स्थापित किया है। यूआरएम ने 01 दिसम्बर, 2019 को ए शिफ्ट में 132 ब्लूम्स की रोलिंग कर नया पाली रिकॉर्ड बनाया। इससे पूर्व 27 नवम्बर को बी शिफ्ट में 131 ब्लूम्स की रोलिंग कर पाली रिकॉर्ड स्थापित किया गया था, जिसे 01 दिसम्बर को 132 ब्लूम्स की रोलिंग के साथ तोड़ दिया गया। बीएसपी के बीआरएम ने भी नवम्बर, 2019 में 25,693 टन रोलिंग कर अब तक का सर्वश्रेष्ठ मासिक उत्पादन का कीर्तिमान स्थापित किया। एनटीपीसी के विशेष डिमाँड पर भिलाई इस्पात संयंत्र के प्लेट मिल ने वर्तमान वित्तवर्ष के नवम्बर, 2019 में 5,358 टन सेल हार्ड प्लेटों की रोलिंग कर उत्पादन का एक नया कीर्तिमान दर्ज किया है। यह रिकॉर्ड, वित्तवर्ष 2015 के मई माह में 3,150 टन प्लेटों के उत्पादन के दर्ज किए गए श्रेष्ठ कीर्तिमान को ध्वस्त करते हुए बनाया गया है।
विदित हो कि इस माह नवम्बर, 2019 में ब्लास्ट फर्नेस-8, एसएमएस-3, बार एंड रॉड मिल एवं यूनिवर्सल रेल मिल ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ मासिक उत्पादन के नये कीर्तिमान स्थापित करने में सफलता प्राप्त की है। इन कीर्तिमानों को स्मरणीय बनाने हेतु आज राइजिंग भिलाई उद्यान में उच्च अधिकारियों द्वारा इन चारों मिल्स के नाम वृक्षारोपण किया।
भिलाई इस्पात संयंत्र ने मासिक उत्पादन में रचा कीर्तिमान
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