मातृ दिवस हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मनाया जाता है। इस साल मातृ दिवस 2023 में आज 14 मई को मनाया जाएगा। मां का दर्जा भगवान से भी ऊपर माना गया है। मां हम सभी के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। मां के बिना जीवन की कल्पना भी अधूरी है। मां के अतुलनीय योगदान के लिए हर साल मातृ दिवस मनाया जाता है। कई देशों में मदर्स डे मार्च महीने में भी मनाया जाता है। मातृ दिवस पर सभी अपनी मां को विभिन्न उपहार देते हैं। समाज में अभियान आयोजित किए जाते हैं। मां को स्पेशल महसूस कराने के लिए उन्हें प्यार भरे संदेश कोट्स शायरी भी भेजते हैं। दुनिया के विभिन्न हिस्सों में इसे अलग-अलग दिन मनाया जाता है, परन्तु भारत, अफ्रीका, यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका जैसें कई अन्य देश इसे मई के दुसरे सन्डे को ही मनाते हैं। कुछ जगहों पर 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन ही Mother’s Day मनाया जाता है।
माँ की ममता को शब्दों में बांधना नामुमकिन हैं. हर एक माँ में भगवान की छवि होती हैं कहते हैं भगवान हर किसी के पास नहीं जा पाते इसलिए माँ को भेजते हैं. माँ शब्द ही अनमोल हैं इसके आगे पीछे कुछ भी कहना कम हैं ममता को शब्दों में व्यक्त करना ही नामुमकिन हैं. मातृत्व के आगे गलत सही की परिभाषा ही बदल जाती हैं. माता एक ऐसी ढाल हैं जो साथ हैं तो जीवन सदैव चिंतामुक्त रहता हैं. ममता की भावना सभी तकलीफों से ऊपर होती हैं एक माँ कितना भी दुःख सहले अपने बच्चे को हमेशा ख़ुशी देती हैं उसके लिए वो हर तकलीफ उठाती हैं जिससे उसे बस ख़ुशी मिलती हैं. माँ अपने बच्चों के लिए हर कुर्बानी देती हैं. फिर भी हर दम मुस्काती हैं. मदर्स डे माँ के सम्मान में मनाया जाता है. मातृत्व, मातृ बंधन व् परिवार में माँ के महत्त्व को सेलिब्रेट करता, इस मदर्स डे की आप सभी को ढेरों शुभकामनाएं. हमारे भारतीय समाज में माँ को भगवान के समान दर्जा दिया जाता था, भगवान के बाद अगर कोई बोले तो माँ की ही पूजा की जाती है. वैसे माँ के बलिदान उनके प्यार को शब्दों में या किसी एक दिन स्पेशल बनाकर नहीं कर सकते है. मदर्स डे रोज सेलिब्रेट होना चाहिए, ताकि हम अपनी माँ के कार्य को दिल से समझ सकें और उन्हें वो सम्मान दें जिसकी वो हक़दार है. कहते है जिनके पास जो चीज नहीं होती है उन्हें वो चीज की सही कीमत समझ आती है. जिनके पास माँ नहीं होती है, वो उनकी कमी को अच्छे से समझ सकते है. माँ वो है जो हमें जीना सिखाती है, दुनिया में वो पहला इन्सान जिसे हम मात्र स्पर्श से जान जाते है वो होती है माँ. 9 महीने तक अपने पेट में रखने के बाद, इनती परेशानियों के बाद वो हमें जन्म देती है. माँ के लिए तो उसकी पूरी दुनिया उसके बच्चे ही होते है. छोटे हो या बड़े माँ को हर वक्त अपने बच्चे की चिंता होती है. स्कूल जाने से पहले घर में जीवन का जो पाठ सिखाये वो होती है माँ. गिर कर जो उठना सिखाये वो होती है माँ. रात को देर तक पढाई करने पर जो हमारे साथ जागे वो होती है माँ. रिजल्ट आने पर जिसे हम से ज्यादा ख़ुशी हो वो होती है माँ. रात को देर से घर आने पर हमारा जो इंतजार करे वो होती है माँ. पापा से गलतियों में जो बचाए वो होती है माँ. हमें परेशानी में देख जो बिना बोले समझ जाये वो होती है माँ. हमारे दुःख में जो खुद रोने लगे वो होती है माँ. माँ को परिभाषित करने के लिए शब्द कम पड़ जायेंगें लेकिन उसे हम कुछ शब्दों में परिभाषित नहीं कर पायेंगें। यह दिन केवल माँ को ही नहीं, बल्कि लोग इस दिन अपनी दादी, नानी और अपने घर की अन्य महत्वपूर्ण महिलाओं को भी सम्मानित करने के लिए मनाते हैं. मदर्स डे कब, क्यों और कैसे मनाया जाता है एवं इसके इतिहास के बारे में जानने के लिए हम इस लेख को आपके सामने ले कर आये हैं।
मातृ दिवस के बारे में जानकारी
नाम : मातृ दिवस (माँ या माता दिवस)
कब : मई का दूसरा रविवार
तिथि (2023) : 14 मई
पहली बार मनाया गया : बार1908 में ऐना जारविस द्वारा
आधिकारिक घोषणा : घोषणा1914 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति वुड्रो विल्सन द्वारा
उद्देश्य : सभी माताओं को शुक्रिया अदा करने और उन्हें सम्मानित करने हेतु
मदर्स डे इतिहास क्या है?
वैसे मदर्स डे सेलिब्रेशन अभी कुछ सालों से ज्यादा चलन में आ गया है. लोगों को लगता है कि ये अभी अभी शुरू हुआ है, लेकिन ऐसा नहीं है. इसकी शुरुवात 100 सालों पहले यूनानी व् रोमन में हुई थी. यूनानी क्रोनिस की पत्नी रिहा व् अपने कई देवी देवताओं को सम्मानित करने के लिए इस दिन को मनाते थे. रोमन भी बसंत में अपने इष्ट देव की पूजा आराधना किया करते थे. पहले ईसाई क्राइस्ट की माँ मरियम को सम्मानित करने के लिए महीने के चोथे रविवार को इसे सेलिब्रेट करने थे. वैसे मदर्स डे सेलिब्रेशन की मुख्य रूप से शुरुवात यूके में मानी जाती है, यहाँ 1908 में अन्ना जारविस अपनी माँ की याद में वर्जिना के एक चर्च में शहीद स्मारक बनवाती है. इनके अभियान ने यूएस में शुरू हुए मातृ दिवस की याद दिला दी थी. अन्ना ने वहां की सरकार के सामने इसे नेशनल हॉलिडे घोषित करने की बात रखी, जिस पर कांग्रेस सरकार ठठ्ठा करने लगी और बोलने लगी माँ के साथ सास दिवस भी मनाया जाने लगे. अन्ना के प्रयासों के चलते 1911 में इसे लोकल हॉलिडे घोषित कर मनाया जाने लगा. इसके बाद 1914 में विल्सन ने माँ के सम्मान में मातृ दिवस को मई महीने के दुसरे रविवार मनाने की घोषणा की और इसे नेशनल हॉलिडे घोषित किया. इसके बाद 1920 से हॉलमार्क कार्ड्स व् दूसरी कंपनी इस स्पेशल दिन के लिए ग्रीटिंग कार्ड्स मार्किट में लाने लगी. अन्ना को लगता था ये कंपनियां इस दिन के महत्त्व को गलत तरीके से लोगों के सामने रख रही है, और उनका मानना था कि इस दिन का महत्व भावना से जुड़ा हुआ है ना कि किसी धंधे से. अन्ना इसके बाद इस दिन का बहिष्कार करने लगी और उन सभी कंपनियों के खिलाफ केस कर दिए. वे लोगों से अपील करती थी कि अपनी माँ को हाथ से बने हुए कार्ड व् गिफ्ट दो न कि बाजार से लेकर. जारविस के प्रयास से ये दिन दुनिया भर में प्रचलित हो गया और आज लगभग सभी देशों में इसे धूमधाम से मनाया जाता है. लाखों लोग इस दिन को एक सुअवसर के रूप में मनाते है और अपनी माँ को उनके बलिदान, समर्थन, प्रयास के लिए दिल से धन्यवाद करते है।
मई के दूसरे रविवार को क्यों मनाते हैं
एना जॉर्विस ने मदर्स डे की नींव जरूर रखी लेकिन औपचारिक रूप से मदर्स डे की शुरूआत 9 मई 1914 को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति वुड्रो विल्सन ने की थी. इस दौरान अमेरिकी संसद में कानून पास कर हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाने का एलान किया गया. तब से अमेरिका, यूरोप और भारत सहित कई जगहों पर मदर्स डे मनाया जाने लगा. वहीं दुनिया के कई देशों में मदर्स डे मार्च महीने में भी मनाया जाता है।
दुनिया भर में मदर्स डे कब मनाया जाता है?
यह दिन अलग-अलग जगहों पर कई तारीखों को मनाया जाता है।
* यूके में, यह मार्च के चौथे रविवार को मदर चर्च की याद में ईसाई मदरिंग रविवार को मनाया जाता है।
* ग्रीस में, हालांकि, यह 2 फरवरी को मनाया जाता है, इस दिन को मंदिर में ईसा मसीह की प्रस्तुति के पूर्वी रूढ़िवादी उत्सव के साथ जोड़ा जाता है।
* उत्तरी अमेरिका मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाता है। अमेरिकी नागरिक युद्ध के बाद सामाजिक कार्यकर्ता जूलिया वार्ड होवे द्वारा मदर्स डे ब्रिटेन से आयात किया गया था। यह युद्ध के खिलाफ महिलाओं को एकजुट करने के आह्वान के रूप में शुरू हुआ। वह एन जार्विस से प्रेरित थीं, जिन्होंने 1858 में मदर्स वर्क डे की स्थापना करके स्वच्छता में सुधार करने की कोशिश की थी।
यह विभिन्न देशों में विभिन्न दिनों में मनाया जाता है क्योंकि मुख्य रूप से इस दिन की उत्पत्ति अलग-अलग होती है। कुछ लोगों का मानना है कि यह दिन प्राचीन ग्रीस में मातृ पूजा के एक प्रथा से उभरा है, जो साइबेले के सम्मान में एक त्योहार मनाया जाता है, जो कि ग्रीक देवताओं की एक महान मां है, जबकि अमेरिकियों के लिए यह युद्ध के खिलाफ महिलाओं को एकजुट करने के आह्वान के रूप में शुरू हुआ।
मदर्स डे क्यों मनाया जाता है एवं उसका उद्देश्य क्या है?
इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य माताओं का सम्मान करना एवं उन्हें विशेष अनुभव कराते हुए उनका आपके जीवन में कितना महत्व है, यह दर्शाना है. दोस्तों माँ शब्द का अर्थ तो सभी जानते होंगे. माँ वो होती है जो अपने बच्चों की ख़ुशी के लिए किसी भी प्रकार का दुःख सह सकती है. आपने कई लोगों से यह सुना होगा कि भगवान हर जगह नहीं पहुँच सकते हैं इसलिए उन्होंने माँ बनाई है. यह कथन सो प्रतिशत सही है. माँ भगवान के रूप में ही होती है. जिनके पास माँ होती है, वे सभी खुशनसीब होते हैं. बच्चे और माँ के बीच का बंधन बहुत ही मजबूत होता है. एक बच्चे के जीवन में उसकी माँ का योगदान बहुत अधिक है. ऐसे में माँ को हमें सम्मान देना परमावश्यक है. इसी के लिए मदर्स डे मनाया जाता है. वैसे तो हमें अपनी माँ का एक दिन नहीं बल्कि हर दिन सम्मान करना चाहिए. लेकिन मदर्स डे एक विशेष दिन है, इस दिन समाज में माताओं के योगदान का सम्मान किया जाता है. लोग अपनी माँ को विशेष अनुभव कराते हैं और उन्हें सम्मानित करते हैं।
मदर्स डे कब मनाया जाता है ?
आप ने ये तो जान लिया कि मदर्स डे क्यों मनाया जाता है, लेकिन ये कब मनाया जाता है यह जानना भी आवश्यक है. मदर्स डे कुछ जगहों पर जैसे संयुक्त राष्ट्र अमेरिका एवं भारत में यह मई माह के दुसरे रविवार के दिन मनाया जाता है. किन्तु विश्व में अलग – अलग देशों में इसे अलग – अलग दिन मनाया जाता है. ब्रिटेन में इसे मई के चौथे रविवार के दिन मनाया जाता है. अरब देशों में इस दिन को 21 मार्च को मनाते हैं. कुछ जगह पर यह अगस्त माह में तो कुछ जगह अन्य महीनों में भी यह दिन मनाया जाता है।
क्या है मदर्स डे 2023 की थीम?
आपको बता दें कि मदर्स डे पर अभी तक कोई आधारिक रूप से थीम जारी नहीं की गई है पर इस दिवस की थीम के आने का इंतज़ार अभी तक बना हुआ है। आप इस लेख के ज़रिए पिछले सालों की थीम जान सकते हैं….
* 2020 में मदर्स डे की थीम उन्हें विशेष सम्मान देने को लेकर थी, जिन्होंने परिवार के साथ-साथ देश को भी कोरोना महामारी से बचाने के लिए सेवाएं दी।
* वर्ष 2019 में मातृदिवस की थीम थी ‘अच्छे के लिए संतुलन (बैलेंस फॉर बेटर)’।
* वर्ष 2017 में मातृदिवस के लिए थीम ‘हर मां जानती है’ था।
* वर्ष 2016 में मातृदिवस के लिए थीम ‘मां के हाथ’ था।
* वर्ष 2015 में मातृदिवस के लिए थीम ‘मां का दिल’ था।
* वर्ष 2014 में मातृदिवस के लिए थीम ‘मां का प्यार’ था।
* वर्ष 2013 में मातृदिवस के लिए थीम ‘मां के घुटने’ था।
* वर्ष 2012 में मातृदिवस के लिए थीम ‘मां का स्पर्श’ था।
* वर्ष 2011 में मातृदिवस के लिए थीम ‘योग्य मां’ था।
* वर्ष 2010 में मातृदिवस के लिए थीम ‘सभी राजाओं की बेटी’ था।
* वर्ष 2009 में मातृदिवस के लिए थीम ‘पवित्रता सौंदर्य’ था।
* वर्ष 2008 में मातृदिवस के लिए थीम ‘ब्लेस्स नेस्ट’ था।
* वर्ष 2007 में मातृदिवस के लिए थीम ‘धनुष और बटन’ था।
* वर्ष 2006 में मातृदिवस के लिए थीम ‘लव कैमियो’ था।
* वर्ष 2005 में मातृदिवस के लिए थीम ‘हैप्पी मेमोरी’ था।
* वर्ष 2004 में मातृदिवस के लिए थीम ‘क्लासिक ईसाई की महिला’ था।
* वर्ष 2003 में मातृदिवस के लिए थीम ‘रब्बी से दूर तक’ था।
* वर्ष 2002 में मातृदिवस के लिए थीम ‘काम के लिए हाथ और भगवान के लिए दिल’ था।
* वर्ष 2001 में मातृदिवस के लिए थीम ‘अच्छे काम के लिए सलाम’ था।
* वर्ष 2000 में मातृदिवस के लिए थीम ‘होम हार्ट’ था।
* वर्ष 1999 में मातृदिवस के लिए थीम ‘पावन सौंदर्य’ था।
* वर्ष 1998 में मातृदिवस के लिए थीम ‘मातृत्व खुशी’ था।
* वर्ष 1997 में मातृदिवस के लिए थीम ‘प्यार के लिए एक रास्ता मिला’ था।
* वर्ष 1996 में मातृदिवस के लिए थीम ‘हाउस इन लव’ था।
* वर्ष 1995 में मातृदिवस के लिए थीम ‘हवा में एक प्यार है’ था।
* वर्ष 1994 में मातृदिवस के लिए थीम ‘घर पर प्यार है’ था।
* वर्ष 1993 में मातृदिवस के लिए थीम ‘सिल्हूट्स लव’ था।
* वर्ष 1992 में मातृदिवस के लिए थीम ‘मां-बहनों-बेटियों-दोस्तों’ था।
* वर्ष 1991 में मातृदिवस के लिए थीम ‘मां की एप्रन स्ट्रिंग्स’ था।
* वर्ष 1990 में मातृदिवस के लिए थीम ‘मां के नक्शेकदम’ था।
मदर्स डे सेलिब्रेशन इन इंडिया
मदर्स डे मई के दुसरे रविवार को मनाया जाता है. सोशल नेटवर्किंग साईट के चलते ये दिन आजकल काफी प्रचलित हो गया है, और सभी की जानकारी में आने लगा है. आजकल गाँव शहर कसबे सभी जगह के लोग इस को जानते है और अपनी माँ को विश करके मनाते है. इन्टरनेट, सोशल साइट्स पर मदर्स डे के लिए बहुत से मेसेज उपलब्ध होते है, जिन्हें सब अपनी माँ को भेजकर विश करते है. बाकि देशों की तरह भारत में भी लोग इस दिन अपनी माँ को विश करते है, उनके साथ अपनी पुरानी फोटो शेयर कर थैंक यू बोलते है. जो लोग अपनी माँ के साथ रहते है वे उनके साथ समय गुजारते है, उन्हें घुमाने ले जाते है. सब अपने अपने तरीके इसे मनाते है. जो लोग अपनी माँ से दूर होते है वो फ़ोन पर अपनी माँ को विश करते है, उन्हें गिफ्ट भेजते है।
मदर्स डे कैसे मनाया जाता है
मदर्स डे हर किसी के लिए साल का एक बहुत ही खास दिन होता है. जो लोग अपनी माँ की देखभाल करते हैं उनसे प्यार करते हैं. वे इस विशेष अवसर को कई तरीकों से मनाते हैं. यह साल का एक मात्र दिन है जो दुनिया की सभी माताओं को समर्पित होता है. भारत में पहले से इसमें कुछ बदलाव आये हैं. यह समाज में बड़ी जागरूकता का एक कार्यक्रम बन गया है. हर कोई इस इवेंट को अपने तरीके से मनाना चाहता है. भारत एक महान संस्कृति और परंपरा वाला देश है, जहाँ लोग अपनी माँ को पहला दर्जा और प्राथमिकता देते हैं. इसलिए यहाँ मदर्स डे का जश्न बहुत महत्वपूर्ण है।
* इस दिन को कई स्कूलों में बड़े स्तर पर मनाया जाता हैं. शिक्षकों द्वारा विद्यालयों में इस दिन का एक भव्य उत्सव बच्चों के सामने मनाने के लिए आयोजित किया जाता है. ताकि वे इवेंट के बारे में जागरूक हो जाएँ और माँ के महत्व को समझें. छोटे बच्चों की माँ विशेष रूप से स्कूलों में उत्सव का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित की जाती है. इस दिन प्रत्येक छात्रों द्वारा कविता पाठ, लेखन, भाषण वर्णन, नाचना, गाना और बातचीत इत्यादि के माध्यम से अपनी माँ का सम्मान किया जाता है. शिक्षकों द्वारा कक्षाओं में अपने बच्चों को कुछ दिखाने के लिए एवं उन्हें खुश करने के लिए माँओं को भी शामिल किया जाता है. वे आम तौर पर बच्चों का मनोरंजन करने के लिए डांस एवं गाना भी गाती हैं।
* इस दिन लोग अपनी माँ का सम्मान विभन्न तरीकों से करते हैं वे उन्हें आम तौर पर फूल, कार्ड और उपहार भी देते हैं. तो कुछ लोग उन्हें गहने भी ऑफर करते हैं. बच्चे अपनी माँ के लिए सुबह – सुबह नाश्ते की तैयारी कर उन्हें उनके बिस्तर में ही सरप्राइज देते हैं. कुछ लोग अपनी माँ को बाहर घुमाने ले कर जाते हैं. उनके साथ डिनर करते हैं फिल्म दिखाते हैं. केक, कुकीज जैसे विशेष व्यंजन तैयार कर उन्हें खुश करते हैं. बच्चों के द्वारा किये गये कार्यक्रमों से माताएं भी बहुत खुश हो जाती हैं. वे भी अपने इन प्यारे – प्यारे बच्चों के लिए व्यंजन बनाकर लाती है. और कार्यक्रम के अंत में सभी छात्रों को खिलाती है. इसके बाद ही सभी बच्चे अपनी माँओं को उपहार एवं कार्ड्स देते हैं।
* ईसाई धर्म के लोग इसे अपने तरीके से मनाते हैं. वे इस दिन अपनी माँ के सम्मान में चर्चों में भगवान से विशेष प्रार्थना करते हैं. इस दिन बच्चे अपने माँ को बिलकुल परेशान नहीं करते हैं. बच्चों को अपने परिवार के साथ आनंद लेने और उनके साथ बहुत मजा करने का पूर्ण अवसर प्रदान करने के लिए कुछ देशों में मदर्स डे के दिन छुट्टी होती है. यह माँओं को सभी घरेलू कामों और जिम्मेदारियों से दूर रखने का एक विशेष दिन होता है।
मदर्स डे गिफ्ट आइडियाज
मदर्स डे की शुरुवात करने वाली अन्ना कभी भी नहीं चाहती थी, इस मार्मिक दिन को लोग अपने कमाने का जरिया बना लें, लेकिन उनके इन्ते प्रयासों के बावजूद वो हो ना सका. आजकल तो हर दिवस के लिए अलग अलग कार्ड, गिफ्ट होते है, तो उससे मदर्स डे कैसे अछुता रह सकता था. वैसे ये तो जरिया है अपनी अपनी बात, फीलिंग शेयर करने का, कुछ लोग बोल कर करते है तो कुछ लोग कुछ देकर करते है. हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताते हु जिससे आप अपनी माँ को इस स्पेशल डे पर खुश और स्पेशल फील करा सकते है।
* अगर आप अपनी माँ के साथ रहते है तो उन्हें गले लगा कर विश करें, आप उनके लिए केक भी ला सकते है.
* फ्लावर दे सकते है.
* सप्राइज लंच/डिनर
* किसी पार्लर में बुकिंग
* ऑनलाइन शौपिंग के लिए गिफ्ट वाउचर
* मोबाइल/टेबलेट
* किचन एप्लायंस
* कस्टमाइज्ड गिफ्ट
इसके अलावा आप अपने हाथ से कार्ड या कुछ गिफ्ट बना कर दे सकते है. इस दिन उन्हें पूरी तरह से आराम दे, किचन घर के कामों से उन्हें छुट्टी दे. आप अपनी माँ के लिए उनकी पसंद का कुछ बनायें. माँ को नयी साडी गिफ्ट करें।
माँ से दूर है तो भी आप उनके लिए स्पेशल कुछ कर सकते है
* ऑनलाइन शोपिंग के द्वारा आप कुछ भी उन तक पहुंचा सकते है.
* इसके अलावा आप अपने पापा के साथ उनके पसंदीदा रेस्तरां में बुकिंग करें, और उन्हें जाने को बोलें.
* आप उनके पुराने दोस्तों के साथ घर में गेट टूगेदर करवा सकते है.
* आप अपने सभी भाई बहनों के साथ मिलकर एक अच्छा सा विडियो बनाकर अपनी माँ को सेंड करें.
* अगर आपकी माँ आजकी सोशल साईट से दूर है तो आप उन्हें स्मार्टफोन देकर इस दुनिया के बारे में बताएं.
इस मदर्स डे अपनी माँ के साथ कुछ स्पेशल प्लान करें, ताकि ये दिन उन्हें ज़िन्दगी भर याद रहे. माँ को धन्यवाद करने का इससे अच्छा मौका नहीं हो सकता है।
मदर्स डे के बारे में रोचक तथ्य
1. मदर्स डे(Mother’s Day) हर साल मई के दूसरे संडे को मनाया जाता है।
2. एक सर्वे के मुताबिक पूरी दुनिया में लगभग 2 अरब मां है।
3. दुनिया में सबसे पहला मदर्स डे(Mother’s Day) 10 मई 1908 को मनाया गया था।
4. पूरी दुनिया में क्रिसमस डे के बाद मदर्स डे(Mother’s Day) पर ही सबसे ज्यादा फूल खरीदे जाते हैं।
5. मदर्स डे(Mother’s Day) हर साल मई में दूसरे संडे को ही मनाया जाता है।
6. अगर Facebook की बात की जाए तो Facebook पर लगभग 48% यूजर अपनी मां के साथ फ्रेंड है।
7. पढ़ी लिखी महिलाओं की तुलना में अनपढ़ महिलाएं ज्यादा बच्चे पैदा करती हैं।
8. भारत के लगभग 30% माताएं अपने पहले बच्चे को जन्म देने के बाद अपनी नौकरी को छोड़ देती है।
9. आकलन के अनुसार दुनिया में मां बनने की औसतन उम्र 26.3 वर्ष होती है।
10. अब तक के सबसे कम उम्र में बच्चा पैदा करने वाली मां लीना मेडिना जिनकी उम्र 5 साल 7 महीने और 21 दिन थी।
11. दुनिया का सबसे मुश्किल काम मां बनना होता है।
12. बच्चे को पैदा करते समय महिलाओं को होने वाला दर्द एक साथ लगभग 30 हड्डियों के टूटने के बराबर होता है।
13. महिलाएं तब भी बहुत ज्यादा उत्तेजित हो जाती हैं जब उन्हें नए जन्मे बच्चे की खुशबू मिलती है।
14. अमेरिका में रहने वाली लगभग 40% औरतें शादी से पहले ही मां बन जाती हैं।
15. लगभग हर 90 सेकंड में एक औरत की मौत बच्चे को पैदा करते समय होती है।
16. एक मां हर हफ्ते लगभग 14 घंटे केवल हमारे लिए खाना बनाने में ही बिता देती है।
17. एक रशियन महिला ने 69 बच्चों को जन्म देकर अब तक का सबसे ज्यादा बच्चे पैदा करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है।
18. मदर्स डे(Mother’s Day) पर लगभग 68% लोग अपनी मां को फोन करते हैं इसके हिसाब से इस दिन लगभग 12.25 करोड़ फोन कॉल्स किए जाते हैं।
19. अमेरिका में मदर्स डे(Mother’s Day) पर 140 मिलियन मदर्स कार्ड खरीदे जाते हैं।
20. देखा जाए तो मदर्स डे(Mother’s Day) दुनिया की तीसरी सबसे पॉपुलर छुट्टी का दिन है।
21. मां की पूजा करने का रिवाज पुराने ग्रीस से उत्पन्न हुआ है
इस नश्वर जीवन में एक रिश्ता ऐसा है जो सहज रूप से इस पृथ्वी पर अन्य सभी ज्ञात रिश्तों से ऊपर है। यह असाधारण संबंध मां के अलावा और कोई नहीं है, जो अपने अनगिनत प्रेम, समर्पण और अपने परिवार के प्रति समर्पण के मामले में वास्तव में अनमोल है। यह वास्तव में उन माताओं के लिए एक विशेष दिन है जो ज्यादातर इस पुरुष प्रधान समाज में हैं। हालाँकि एक दिन बहुत से लोगों के लिए अपनी माताओं को धन्यवाद देने के लिए पर्याप्त नहीं हो सकता है, लेकिन यह अवसर हर किसी को हमारे साथ माताओं के लिए कुछ खास करने का मौका देता है।