भिलाई। 11 मार्च, 2023 : (सीजी संदेश) : भारत की प्रथम महिला शिक्षिका माता सावित्रीबाई फूले के 126वें स्मृति दिवस (पुण्य तिथि) के अवसर पर बौद्ध समाज की महिला प्रमुखो द्वारा सेक्टर 5 की श्रमिक बस्ती मे महिला दिवस का आयोजन कर स्कूली बच्चो को पेन कापी का वितरण कर शिक्षा के प्रति सजग रहने प्रेरित किया गया।
सावित्रीबाई फूले और डा. बाबासाहेब आम्बेडकर के छायाचित्र पर पुष्प अर्पण व नमन करने के उपरांत उपस्थित महिलाओ और बच्चो को संबोधित करते हुए दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया छ.ग. राज्य महिला प्रकोष्ठ की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भारती खांडेकर ने कहा कि भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फूले के शैक्षणिक संघर्ष को संविधान निर्माता डा. बाबासाहेब आम्बेडकर ने संविधान मे संवैधानिक, संरक्षित व सुरक्षित स्थान देकर देश की सभी महिलाओ और बच्चो का शैक्षणिक विकास किया जिसके कारण आज भारत मे राजनीति, खेल और प्रशासन सहित अनेक क्षेत्रो मे महिलाओ को सम्मानजनक स्थान प्राप्त हुआ है। पूर्व सचिव नीतू डोंगरे ने कहा कि हर घर मे हर माह को अपनी बेटी को शिक्षित व उच्च शिक्षित करना चाहिए ताकि हर बेटी जागरूक होकर महिला समाज को सशक्त और मजबूत बना सके, उन्होने बताया कि सावित्रीबाई फूले का जन्म 3 जनवरी 1831 को और निधन 10 मार्च 1897 को हुआ था, बचपन से ही उन्होने शिक्षा के प्रति संघर्ष व जागरूकता अभियान प्रारंभ कर दिया था। कार्यक्रम को वंदना बौद्ध, सीमा शेंडे, वर्षा मेश्राम, रेखा बिष्ट, बबीता नागवंशी व हेमा चौरे ने संबोधित करते हुए कहा की सावित्रीबाई फूले ने पत्थर की चोट और अनेक प्रताड़ना झेलकर भी हमे शिक्षित करने के लिए संघर्ष किया हमे उनके बेमिसाल योगदान को हमेशा ध्यान मे रखते प्रत्येक महिलाओ और बच्चो को शिक्षा के प्रति प्रेरित कर संवैधानिक अधिकारो के प्रति जागरूक करना चाहिए। कार्यक्रम मे श्रमिक बस्ती की अनेक महिलाऐ और बालक बालिकाऐ उपस्थित थी।