भिलाई। 06 जनवरी, 2023, (सीजी संदेश) : भिलाई स्टील मजदूर सभा (एटक) के महासचिव का. विनोद कुमार सोनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि यूनियन का एक प्रतिनिधि मंडल सेल में कार्यरत समस्त स्थायी कर्मचारियों व ठेका श्रमिकों की जायज माँगो का निराकरण करने बाबत 06 जनवरी को सेल चेयरमेन के नाम से एक ज्ञापन श्री जे एन ठाकूर, महाप्रबंधक, औ.सं. भिलाई स्टील प्लांट को सौंपा गया।
का. सोनी ने बताया कि सेल में कार्यरत समस्त स्थायी कर्मचारियों का वेतन समझौता को लेकर 21-22 अक्तूबर 2021 को संपन्न NJCS की बैठक में एक एमओय़ू पर हस्ताक्षर कर वेतन समझौता को गति दी गई थी। कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि हुई, लोगों को कंपनी के प्रति विश्वास बढ़ा था। किन्तु बकाया विषयों/माँगो पर अब तक निराकरण नहीं होने के कारण, एमओयू के बाद NJCS की बैठक नहीं बुलाने से कर्मचारियों में निराशा का वातावरण पनप रहा है। इसी प्रकार सेल में कार्यरत समस्त ठेका श्रमिकों के वेतन वृद्धि व अन्य समस्याओं को लेकर गठित NJCS की सब-कमेटी में भी अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है, जबकि उत्पादन व उत्पादकता में उनकी भी भागीदारी लगभग बराबर होती है। यह सब एक महारत्न कंपनी के लिए अच्छा नहीं है कभी भी औद्योगिक संबंध बिगड़ सकता है। सेल के स्थायी कर्मचारियों व ठेका श्रमिकों की निम्नलिखित माँगो को जल्द से जल्द पूरा करने NJCS की बैठक अतिशीघ्र बुलाई जाए, जिससे आने वाले खतरों से बचा जा सके। हमारी माँगे जैसे NJCS की तत्काल बैठक बुलाकर 2017 का वेतन समझौता का बकाया मुद्दों/ माँगो का निराकरण किया जाए, अर्थात वेतन समझौता पूरा किया जाए; ठेका श्रमिकों का वेतन समझौता/वेतन वृद्धि तत्काल किया जाए; वेतन समझौता का 39 महीनों का बकाया राशी तथा 1 अप्रेल 2020 से पर्कस् का बकाया राशी का भुगतान तत्काल किया जाए; विशेष माइन्स एलाउन्स व DASA संबंधित माइन्स एलाउन्स को बहाल किया जाना चाहिए; कर्मचारियों को भुगतान की जा रही अनुलाभ राशी (House pearks) पर आयकर का 50% प्रबंधन वहन करें; डिप्लोमा इंजीनियरिंग धारी कर्मचारियों को जूनियर इंजीनियर (कनिष्ठ अभियंता) के पद से नामित किया जाए; ग्रेच्युटी भुगतान पर किसी भी प्रकार का सीलिंग लिमिट नहीं रखा जाना चाहिए तथा एक तरफा सर्कुलर को वापस लिया जाना चाहिए, और पहने की ही तरह ग्रेच्युटी का भुगतान किया जाए; वैमनस्य पूर्ण रूप से दूर-दराज में स्थानांतरित किए गये कर्मचारियों को बिना शर्त वापस लाया जाए; JO रिजल्ट को रद्द करने के संबंध में जारी नोटिस को तत्काल वापस कर पूर्व निर्धारित आदेशानुसार व्यक्तिगत साक्षात्कार शुरु करें, और JO परिक्षा में विसंगतियों के लिए जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की जाए, आदि इत्यादि।
ऑल इंडिया स्टील वर्कर्स फेडरेशन (एटक) ने उपरोक्त तमाम मांगो को लेकर आज 6 जनवरी को डिमांड दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया था।
ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधियों में का. विनोद कुमार सोनी, विनय कुमार मिश्रा, शिवनारायण, सुन्दर लाल, आनिल पोनप्पन, दुर्योधन सिंह, राजेश गवंई, संतोष कुमार सिंह, कैलाश पाठक व सुनिल राज उपस्थित थे।