इम्यूनिटी मजबूत बनाने वाले काढ़े आप घर पर आसानी से बनाकर पी सकते हैं. सर्दी-जुकाम दूर होगा और सेहत अच्छी रहेगी. इन्हें आप किचन में ही मौजूद चीजों से बना सकते हैं. इसके लिए आपको बाहर जाने की भी जरूरत नहीं है. तो आइये जानते हैं….
सर्दियों का मौसम और कोरोनावायरस का डर, समझ नहीं आता मामूली जुकाम लगा है या फिर कोरोना वाला. ऐसे में हर व्यक्ति द्वारा अपनी तरफ से पूरी कोशिश की जाती है कि घर में ही इस सर्दी-जुकाम पर काबू पा लिया जाए. यहां कुछ ऐसे काढ़े बनाने की रेसिपी दी गई है जिन्हें घर पर बनाकर आसानी से पिया जा सकता है. काढ़ा ना सिर्फ जुकाम दूर करता है बल्कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है. रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी जो शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति देती है. यहां जानिए काढ़ा बनाने के तरीके.
जुकाम दूर रखने के लिए काढ़ा
तुलसी का काढ़ा : इम्यूनिटी को बूस्ट करने वाले तुलसी के काढ़े को काली मिर्च के साथ मिलाकर बनाया जाता है. इस काढ़े से शरीर को एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मिलते हैं और साथ ही विटामिन सी भी।
कैसे बनाएं : इस काढ़े को बनाने के लिए बर्तन में पानी चढ़ाएं और उसमें तुलसी के पत्ते, दालचीनी का टुकड़ा, काली मिर्च और सूखा अदरक डालकर उबालें. और काढ़ा पीने के लिए तैयार है।
गिलोय का काढ़ा : गिलोय बुखार और सर्दी-जुकाम को दूर करने में बेहद कारगर है. इसके एंटी-टॉक्सिक, एंटी-ऑक्सीडेंट्स और औषधीय गुण रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत रखते हैं।
कैसे बनाएं : इस काढ़े को बनाने के लिए उबलते पानी में हल्दी, काली मिर्च, गिलोय की डंडी या पाउडर के साथ कुटी अदरक और दालचीनी को मिला लें. उबाल आने के बाद छानकर पिएं।
अदरक का काढ़ा : एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर अदरक का काढ़ा मेटाबॉलिज्म को भी बेहतर करता है. इम्यूनिटी बढ़ाने और जुकाम दूर करने के लिए इसे बनाएं।
कैसे बनाएं : अदरक को छोटे टुकड़ों में काटकर पानी में उबाल लें. इसमें हल्की काली मिर्च और एक चम्मच शहद डालें. उबलने के बाद कप में छानें और स्वाद लें।
दालचीनी का काढ़ा : दालचीनी पोषक तत्वों से भरपूर होती है. इसे कोरोनावायरस में इम्यूनिटी बढ़ाने और सर्दी-जुकाम की छुट्टी करने के लिए पिया जा सकता है।
कैसे बनाएं : एक बर्तन में आधा गिलास पानी को उबालें और उसमें आधा चम्मच पिसी दालचीनी डालें. इस पानी को उबल जाने के बाद कप में छानें. अब एक चम्मच शहद मिलाकर पी लें।
अजवाइन का काढ़ा : अजवाइन फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, कॉपल और आयरन से भरपूर होता है।
कैसे बनाएं : अजवाइन का काढ़ा बनाने के लिए बर्तन में पानी उबालें. इसमें अजवाइन के साथ-साथ गुड़ और हल्की काली मिर्च मिलाएं. उबल जाने पर आपका काढ़ा तैयार हो जाएगा।
हल्दी-अदरक काढ़ा : इस काढ़े को पीने पर कोरोना से लड़ने की शक्ति तो आएगी ही, साथ ही पेट की तकलीफों से भी राहत मिलेगी।
कैसे बनाएं : इस काढ़े को बनाने के लिए आधा इंच अदरक, आधा इंच कच्ची हल्दी और आधा इंच ही दालचीनी लें. सबसे पहले तीनों चीजों को मिलाकर 15 मिनटों के लिए उबाल लें. अब एक कप में इस तैयार काढ़े को छानें. आप स्वाद बढ़ाने के लिए इस काढ़े में शहद और नींबू भी मिला सकते हैं।
बच्चों में सर्दी-जुकाम को दूर करने के लिए घर पर ऐसे बनाएं काढ़ा
आप बच्चों को वही काढ़ा नहीं दे सकते हैं जो वयस्क पीते हैं, क्योंकि इनमें बहुत तेज जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया गया होता है। तो आइए एक साल से अधिक उम्र के बच्चों में सर्दी-जुकाम को ठीक करने के लिए असरकारी काढ़ा बनाने की विधि के बारे में बता रहे हैं।
बच्चों के लिए काढ़ा कैसे बनाएं
इस काढ़े को बनाने के लिए आपको डेढ़ कप पानी, 10 तुलसी के पत्ते, आधे से आधा नींबू, एक चम्मच शहद, एक साबुत काली मिर्च, एक चुटकी अजवाइन, एक चुटकी हल्दी और आधा इंच अदरक चाहिए होगी। आप निम्न स्टेप्स की मदद से काढ़ा बना सकते हैं।
कैसे बनाएं : सबसे पहले एक पैन लें और उसे गैस पर रखें। अब इसमें डेढ़ कप पानी डालें और इसे उबाल लें। फिर इस पानी में हल्दी, अजवाइन, अदरक और काली मिर्च डाल दें। पानी को ढक दें और 5 मिनट तक उबाल आने दें। पानी को उबालने के दौरान आपको आंच धीमी ही रखनी है। जब पानी आधा हो जाए तो गैस बंद कर दें। थोड़ा ठंडा होने दें इसके बाद पानी को छान लें।अब इस पानी में नींबू निचोड़ दें। इस काढ़े में इस्तेमाल की गई सभी चीजें बच्चे की इम्यूनिटी को मजबूत करती हैं। इससे सांस से संबंधित विकारों से भी राहत मिल सकती है। यह गले में खराश की समस्या को भी दूर करता है।
बच्चे को कैसे पिलाएं काढ़ा : इस काढ़े को गुनगुना दिन में दो या तीन बार एक से दो चम्मच बच्चे को पिलाएं। ध्यान रखें कि काढ़ा गर्म नहीं होना चाहिए वरना बच्चे का मुंह जल सकता है। एक साल से अधिक उम्र के बच्चों को ही यह काढ़ा देना है और इससे बड़े बच्चों को आप 1 से 2 चम्मच से अधिक मात्रा में काढ़ा पिला सकते हैं।
डिस्क्लेमर- यह टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। इसका उद्देश्य स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर द्वारा चिकित्सा उपचार का विकल्प नहीं है। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में योग्य चिकित्सक से परामर्श जरूर लें।