भिलाई। सेंट थॉमस मिशन कोलकाता डायोसिस के 47वें स्थापना दिवस एवं सेंट थॉमस आर्थोडॉक्स थियोलॉजिकल सेमीनरी के रजत जयंती समारोह के अवसर पर कल शाम को एसीसी चौक जामुल स्थित चर्च से लेकर मिशन के मुख्यालय कैलाश नगर तक शांति मार्च निकाला गया। मार्च जामुल से होते हुए नंदिनी रोड, हाउसिंग बोर्ड, कालीबाड़ी मार्ग से गुजरते हुए मुख्यालय पहुंचा। यह मार्च मिशन मुख्यालय पहुंचने पर सभा में तब्दील हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चेन्नई डियोसिस के बिशप डॉ. युहानोंन मार डियोस्कोरोस ने कहा कि स्व. बिशप डॉक्टर स्टेफानोस मार थियोडोसिस समाज के लिए शिक्षा एवं मिशन दोनों के लिए केंद्र बिंदु समान थे, वे सदैव कहते थे कि भारत के विकास के लिए शिक्षा जरूरी है। इसी क्षेत्र में कार्य करते हुए उनके द्वारा लगातार उत्तर पूर्व भारत में करीब 30 शिक्षण संस्थाएं स्थापित की गईं। इन्हीं शिक्षण संस्थाओं में आज हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं।
सेंट थॉमस मिशन उनकी दिखाएं मार्ग पर चलते हुए इसी कार्य को आगे बढ़ा रहा है। उन्हें इस बात की खुशी है कि मिशन द्वारा सामाजिक उत्थान के लिए सेवा कार्य किए जा रहे है। मिशन के बिशप डॉ. मार जोसेफ मार डायोसिस ने मिशन की जारी गतिविधियों को जानकारी देते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सामाजिक सेवा के लिए जारी कार्य केवल सदस्यों के प्रयास से ही सफल हो पा रहे है। स्व. बिशप द्वारा सर्वधर्म संभाव को अपनाकर सभी वर्गों का ध्यान रखा। उन्हीं के विचारधारा को आगे बढ़ाते हुए मिशन कार्य कर रहा है। इस अवसर पर फादर गी वर्गीस रम्बान, फादर थॉमस रम्बान, फादर रेजी मैथ्यू, फादर बिजेश फिल्पिस, फादर जोशी जेकप, फादर अजू के वर्गीस, फादर जोश के वर्गीस उपस्थित थे।
स्व.बिशप डॉक्टर स्टेफानोस मार थियोडोसिस समाज के लिए शिक्षा एवं मिशन के केन्द्र बिंदु समान थे….. सेंट थॉमस मिशन कोलकाता डायोसिस के 47वें स्थापना दिवस
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