भिलाई तीन 10 अक्टूबर 2022(संदेश संदेश) भिलाई तीन स्थित बिजली विभाग का केंद्रीय कर्मशाला के फिर दिन फिरने वाले हैं। यह कारखाना पूर्व की भांति पूरे प्रोडक्शन के साथ 3 महीने के भीतर कार्य करना शुरू कर देगी। इससे सैकड़ों युवा बेरोजगारों को रोजगार निश्चित तौर पर मिलेगा। कलेक्टर ने आज इस कारखाना का विशेष तौर पर निरीक्षण कर जानकारी ली।
रिवाइवल के लिए प्रोजेक्ट बनाने के निर्देश कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने दिए। दुर्ग कलेक्टर के साथ मुख्यमंत्री के ओएसडी मनीष बंछोर भी मौजूद रहे।कलेक्टर ने अधिकारियों से वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि 2007 तक इस यूनिट से ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन दोनों की सामग्री तैयार होती थी तब इसकी क्षमता 20 हजार टन थी। 2007 के बाद डिस्ट्रीब्यूशन से संबंधित सामग्री बननी बंद हो गई। अब उत्पादन 700 से 800 टन रह गया है। पहले इस कारखाने में बिजली विभाग के लगभग 1000 नियमित कर्मचारी थे इसके अलावा ठेका मजदूर अलग थे। वर्तमान स्थिति में ठेका मजदूरों से ही काम लिया जा रहा है। सरकारी कर्मचारी कुछ लोग ही गिनती के बचे हुए हैं। इस कारखाने के फिर से शुरू हो जाने से लगभग तीन चार सौ बेरोजगार युवकों को काम मिलेगा ।उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रोजगार मिशन के अंतर्गत बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन के निर्देश दिए हैं जिसके अंतर्गत सभी सेक्टर में रोजगार की संभावनाओं पर काम हो रहा है। श्री मीणा ने कहा कि डिस्ट्रीब्यूशन यूनिट से जुड़ी सामग्री की डिमांड मार्केट में कितनी है और आपूर्ति कितनी हो रही है। इसका आकलन कर प्रस्ताव तैयार कर लें। इसके लिए सरकारी तंत्र में खरीदी की जरूरत, रेल्वे में खरीदी की जरूरत के अतिरिक्त निजी क्षेत्र में खरीदी की जरूरत का आंकलन करने के लिए विद्युत मंडल के अधिकारी श्री सिंह एवं श्रीमती दुबे को निर्देशित किया।
अधिकारियों ने बताया कि 1960 में यहां मशीन आई लगाई गई और अविभाजित मध्यप्रदेश सहित छत्तीसगढ़ के तमाम जगह यहीं से टावर बनाने का कार्य होता रहा है। जहां भी बड़ी लाइन गई हुई है उस जगह टावर के लिए एंगल ,प्लेट की कटिंग यही होती थी और ट्रक में भरकर उसे भेजा जाता रहा है अब यह कार्य प्राइवेट कंपनी कर रही है। कलेक्टर ने विस्तार से रिवाइवल प्रोजेक्ट पर अधिकारियों से बातचीत की।यह वर्कशॉप लगभग 25 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां बड़ी बड़ी मशीनें लगी हुई है जो सभी चलित अवस्था में है। टावर बनाने के लिए आज भी कार्य जारी है । लेकिन पूर्व की अपेक्षा में यहां आज 10% ही कार्य हो रहा है। निरीक्षण के दौरान नगर निगम चरोदा भिलाई आयुक्त अजय त्रिपाठी, इंजीनियर एसके जैन, विद्युत मंडल के इंजीनियर श्री सिंह एवं श्रीमती दुबे मैडम सहित कई अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।