कितनी बार ऐसा हुआ होगा ना कि खाने में नमक कम होने या फिर अधिक होने की वजह से खाया नहीं गया होगा! यह एक ऐसा घटक है, जिसका संतुलित होना बहुत ज़रूरी होता है. क्या आपको लगता है कि आप नमक के बारे में सबकुछ जानते हैं? बेशक नमक खाने का जायका बढ़ाने का काम करता है लेकिन इसके बहुत ज्यादा सेवन से ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं का भी खतरा बढ़ता है। तो दिनभर में कितनी मात्रा में नमक लेना है सेहत के लिए फायदेमंद इसके बारे में जानना बेहद जरूरी है।
नमक का जरूरी काम है बॉडी में पानी के लेवल को कंट्रोल करने के साथ-साथ डाइजेस्टिव सिस्टम और किडनी को ठीक से काम करने, ब्लड शुगर लेवल को कम करने, तनाव, अवसाद से राहत दिलाना। यह मसल्स को सही तरी़के से काम करने में भी मदद करता है। अगर आपको पता न हो तो बता दें नमक की मात्रा कम होने से कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ जाता है। थकान, मांसपेशियों में जकड़न, चक्कर आना, भूख न लगना और लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है।
नमक क्यों ज़रूरी है?
हमारे डायट में नमक के महत्व को अक्सर ग़लत लिया जाता है. हालांकि स्वस्थ और संतुलित आहार के लिए नमक बहुत ही आवश्यक होता है, क्योंकि यह हमारे मस्तिष्क की कोशिकाओं को सक्रिय करता है, हमारे पाचन को सही रखता है, शरीर में पानी के संतुलन को नियंत्रित करता है, मांसपेशियों के संचालन ठीक रखता है और नवर्स को इम्पल्स करने के लिए भी यह आवश्यक होता है।
ज़्यादा मात्रा है हानिकारक
नमक शरीर के लिए आवश्यक है, लेकिन इसकी अधिकता कई बीमारियों को बुलावा देती है। नमक के ज्यादा सेवन से हाइपर टेंशन, हाई ब्लड प्रेशर का ख़तरा बढ़ जाता है, नतीजतन हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है। ज़्यादा नमक से ख़ून में आयरन की मात्रा कम हो जाती है, जिससे एसिडिटी बढ़ जाती है। भूख न लगने पर भी भूख का एहसास बना रहता है, जिससे शरीर में ज़्यादा कैलोरी बनने लगती है और मोटापा बढ़ता है।
इसके सेवन को नियंत्रित करने की आवश्यकता क्यों होती है?
अक्सर यह देखा गया है कि आहार से सोडियम की मात्रा कम करने से रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है. जिन लोगों को अपने आहार में सोडियम कम करने की सलाह दी जाती है, उन्हें कम सोडियम वाले नमक पर स्विच कर जाना चाहिए, जिसे विशेष रूप से 15%-30% कम सोडियम प्रदान करने के लिए तैयार किया गया है। दूसरा यह कि हाई बीपी भी बहुत जोख़िम वाली बीमारी है, इसलिए सोडियम का सेवन कम रखना ज़रूरी हो जाता है।
हमें कितना नमक लेना चाहिए?
विशेषज्ञों ने एकमत से इस बात की सलाह दी है कि रोज़ाना सोडियम का सेवन लगभग 2,400 मिलीग्राम होना चाहिए, जो 5 ग्राम नमक (एक चाय का चम्मच) के बराबर होता है. तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोग, गर्म और आर्द्र जलवायु में और जिम में अधिक पसीना बहानेवालों लिए अधिक नमक की आवश्यकता होती है. हालांकि, सोडियम का सेवन कम ही करना चाहिए है
* 1 से 3 साल के बच्चों को 1 दिन में 2 ग्राम नमक दिया जाना चाहिए।
* 4 से 6 साल के बच्चों को दिन में 3 ग्राम नमक की आवश्यकता होती है।
* 7 से 10 साल के बच्चों को 1 दिन में 5 ग्राम नमक खाना चाहिए।
* 11 साल से अधिक उम्र वालों को दिन में 6 ग्राम नमक जरूर खाना चाहिए।
नोट: ब्लड प्रेशर, एडिमा (शरीर के अंगों में सूजन), लीवर फेलियर, किडनी फेल्योर, कंज़ेस्टिव हार्ट फेल्योर, किडनी डिस्फंक्शन के साथ नेफ्रोटिक सिन-ड्रोम और लीवर सिरोसिस से पीड़ित लोगों को कम सोडियम वाले आहार की सलाह दी जाती है।
आप सोडियम कैसे कट कर सकते हैं?
* अधिक पानी पिएं।
* अधिक पोटैशियम युक्त खाद्य पदार्थ खाएं (सोडियम को संतुलित करने के लिए)।
* किसी भी डिश में पर्याप्त रूप से नमक डालें।
* बिना नमक डाले फल और सलाद खाएं।
* खाने में संतुलित मात्रा में नमक खाएं। ऊपर से नमक न मिलाएं।
* नमकीन स्नैक्स का कम से कम सेवन करें।
* फ्राइड फूड्स खाना अवॉयड करें।
* पापड़, चटनी, चिप्स, सॉल्टेड पीनट (मूंगफली), पॉपकॉर्न, सोया सॉस, कैचअप और प्रोसेस्ड फूड कम खाएं।
* हार्ट, किडनी व फेफड़ों के बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को लो सोडियम नमक खाना चाहिए।
डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों के लेबल को ध्यान से ज़रूर पढ़ें
डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों से लेकर पापड़ और केचप से लेकर ब्रेड तक लगभग हर भोजन में नमक मौजूद होता है. ऐसे खाद्य पदार्थों से बचें जिनमें प्रति 100 ग्राम भोजन में 0.6 ग्राम से अधिक सोडियम शामिल हो.
क्या कहते हैं आंकड़े
* हमारे शरीर में कुल नमक का 27 प्रतिशत हड्डियों में होता है।
* नमक में 39.3 प्रतिशत सोडियम और 60.7 प्रतिशत क्लोरीन होता है।
* आयोडीन की कमी से होने वाले गॉइटर रोग को दूर करने के लिए 1924 में आयोडीनयुक्त नमक का प्रचलन शुरू हुआ।
* शरीर के भार का 1 ग्राम प्रति किलो के हिसाब से नमक खाने से तुरंत मौत हो सकती है।
नमक के बारे में अद्भुत रोचक तथ्य जो शायद ही आपको पता हो
* भारत नमक पैदा करने के मामले में विश्व में नंबर 3 पर है. भारत 70% नमक समुंद्र के पानी से बनाता है. 28% भूमिगत पानी से और 2% नमक झीलों के जल और नमक की चट्टानों से बनता है।
* भारत में हर साल 24 मिलियन टन नमक का उत्पादन होता है और भारत को हर साल 18 मिलियन टन नमक की आवश्यकता होती है. 2020 तक भारत का लक्ष्य है 40 मिलियन टन नमक का उत्पादन करना।
* भारत में जितने नमक का उत्पादन होता है उसका 35% ही खाने के लिए प्रयोग होता है।
* भारत में सेंधा नमक का एकमात्र स्त्रोत हिमाचल प्रदेश में स्थित मंडी है।
* भारत की आजादी से पहले नमक की इतनी कमी थी कि इसे दूसरे देशो से आयात करना पड़ता था. लेकिन आज भारत लगभग 20 देशों में 5 मिलियन नमक निर्यात करता है।
* यदि सोडियम के कणों को क्लोरिन गैस के साथ मिला दिया जाए तो नमक बन जाएगा।
* मनुष्य के शरीर की हर कोशिका में नमक होता है एक इंसान में लगभग 250 gm नमक होता है।
* यदि उचित मात्रा में नमक खाया जाए तो यह हमारे शरीर को बीमारियों से लड़ने की शक्ति देता है।
* वैज्ञानिको के अनुसार नमक कभी खत्म नही हो सकता. क्योंकि समुंद्र कभी खत्म नही होंगे।
* अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण न होने के कारण अंतरिक्ष यात्री भोजन पर नमक या मिर्च नहीं छिड़क सकते।
* यदि भारत के समुंद्री तटों पर बेमौसम बारिश ज्यादा हो जाए तो नमक के उत्पादन में भारी कमी आ जाएगी।
* अमेरिका में सिर्फ 6% नमक खाने के लिए प्रयोग होता है और 17% सड़को पर जमीं बर्फ को पिघलाने के लिए।
* एक आदमी को एक दिन में सिर्फ 2300 मिलीग्राम नमक खाना चाहिए. लेकिन बढ़ते चाइनीज फूड के कारण भारतीय बच्चे कुछ ज्यादा ही नमक खाने लगे है।
* ज्यादा नमक खाने से ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है।
* दुनिया में सबसे पहले काला नमक भारत में बनाया गया था. अगर नमक के पानी में हरड के बीज घोल दिए जाए तो काला नमक बन जाता है।
* ज्यादा नमक खाने से इंसान की मौत भी हो सकती है. दावा किया गया है कि अगर 100 kg वजन वाला इंसाम 100 gm नमक खा ले तो उसकी मौत हो सकती है।
* पुराने समय में रोमन साम्राज्य में सिपाहियों को पैसे की जगह नमक दिया जाता था और जापान के सिनेमाघरों में भी फिल्म दिखाने से पहले नमक छिड़का जाता था।
* कपड़ो पर पसीने के दाग रह जाते हैं, तो एक कप गुनगुने पानी में एक चम्मच नमक डालकर पसीने के दाग पर लगाकर ब्रश या हाथ से रगड़ें. दाग अपने आप खत्म हो जाएंगे।
* भारत इन देशों को नमक निर्यात करता है: जापान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया, उत्तर कोरिया, मलेशिया, संयुक्त अरब अमीरात, वियतनाम और कतर आदि।
* कभी-कभी नकारात्मकता शरीर पर इतनी हावी हो जाती है कि लोग थका हुआ महसूस करते हैं, ऐसे में इस नेगेटिविटी को दूर करने के लिए आप नमक (Salt) के पानी का स्नान कर सकते हैं। कहते हैं कि इससे प्रभावित व्यक्ति पॉजिटिव फील करने लगता है।
* घर में शांति और पॉजिटिविटी बनाए रखने में भी नमक कारगर माना जाता है। इसके लिए घर के किसी कोने में एक कटोरी में नमक (Salt) का पानी रखना चाहिए। ये तरीका घर से नेगेटिविटी को दूर करता है हालांकि, अगर दिन इस पानी को घर के बाहर जाकर जरूर फेंक दें।
* नमक (Salt) से एक और सकारात्मक प्रभाव की बात की जाए तो बता दें कि ये नींद न आने की समस्या को भी दूर करने में सक्षम माना जाता है। बस जिस कमरे में आप सोने जा रहे हैं, वहां नमक रख लें। कहते हैं कि इससे सुकून की नींद आती है।