तांबे के बर्तन का पानी पीना प्राचीन काल से ही फायदेमंद बताया जाता है। पहले के लोग तांबे के बर्तन में रखा पानी ही पीते थे, उनके स्वस्थ रहने की यह भी एक वजह मानी जाती है। तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से शरीर के विषैले पदार्थ मल के जरिए आसानी से बाहर निकल जाते हैं, बॉडी डिटॉक्स होती है। तांबे के बर्तन में पानी रखने से इसके बैक्टीरिया भी नष्ट हो जाते हैं, पानी शुद्ध और विषाणु मुक्त हो जाता है। आज हम बात कर रहे हैं खाली पेट तांबे के बर्तन का पानी पीने के फायदों के बारे में। अगर आप सुबह खाली पेट एक गिलास तांबे के बर्तन में रखा पानी पीते हैं, तो ताउम्र स्वस्थ रह सकते हैं।
तांबे के बर्तन का पानी अमृत माना जाता है और यह पानी पीना प्राचीन काल से ही फायदेमंद बताया जाता है। दरअसल पहले के समय में लोग तांबे के बर्तन में रखा पानी ही पीते थे, और उनके स्वस्थ रहने की यह भी एक वजह मानी जाती है। दरअसल तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से शरीर के विषैले पदार्थ मल के जरिए आसानी से बाहर निकल जाते हैं। इसके अलावा बॉडी डिटॉक्स होती है और तांबे के बर्तन में पानी रखने से इसके बैक्टीरिया भी नष्ट हो जाते हैं, पानी शुद्ध और विषाणु मुक्त हो जाता है। वैसे तो सेहत की बेहतरी के लिए लोग कई तरीके अपनाते है. इन्हीं में से एख है तांबे (Copper) के बर्तन में पानी पीना. आपने भी सुना होगा कि तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से सेहत अच्छी रहती है, साथ ही सुबह उठकर तांबे के बर्तन ( में रखा पानी या ताम्रजल को पिया जाए तो इससे शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते है. तो चलिए जानते है तांबे के बर्तन में रखे पानी के गुणों को और इसको पीने से शरीर पर होने वाले असर के बारें में कि इससे शरीर को किस तरह फायदा पहुंचता है…
चार्ज्ड वॉटर होता है तांबे के बर्तन का पानी
तांबे का बर्तन पानी को चार्ज करने का काम करता है। इससे बर्तन के सारे गुण पानी में आ जाते हैं। इसलिए इस पानी को चार्ज्ड वॉटर माना जाता है। जब भी कोई वस्तु चार्ज की जाती है तो उसे अर्थिंग से बचाने के लिए जमीन पर नहीं रखा जाता। यही नियम इसमें भी लागू होता है। जब भी पानी तांबे के बर्तन में रखें तो उसे जमीन पर न रखें। लकड़ी के पाटे या मेज पर रखें।
8-12 घंटे ही बर्तन में रखें पानी
पानी का पूरा फायदा लेने के लिए 8-12 घंटे तक इसे तांबे के साफ बर्तन में रखें। 12 घंटे से ज्यादा किसी हाल में न रखें वर्ना पानी कसैला हो जाता है। वो नुकसान भी कर सकता है।
रात में पानी रखें, सुबह पिएं
तांबे के बर्तन में रखे पानी का पूरा लाभ उठाने का तरीका है कि रात में सोते समय तांबे का बर्तन साफ करके करीब एक से सवा लीटर तक पानी लकड़ी के पाटे या मेज पर रखें। सुबह उठते ही खाली पेट धीरे धीरे पानी पिएं। एक गिलास से शुरू करके इसे एक लीटर से सवा लीटर तक पिएं। एकदम से संभव न हो तो धीरे धीरे पानी पीने की क्षमता बढ़ाएं। पानी को घूंट घूंट करके पिएं। यदि ब्रह्म मुहुर्त में पानी पिएं तो सर्वोत्तम है।
ये हैं फायदे
पेट से जुड़े रोग दूर होते हैं
आजकल हम सभी तरह-तरह की पेट की समस्याओं का सामना कर रहे हैं। इसमें गैस, एसिडिटी, कब्ज और अपच आम है। तांबे का पानी इस सभी समस्याओं में फायदेमंद माना जाता है। अगर आप सुबह खाली पेट तांबे का पानी पीते हैं, तो इससे पेट की छोटी-बड़ी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।
शरीर के विषैले पदार्थ बाहर निकालें
सुबह खाली पेट तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से शरीर में जमा विषैले पदार्थ भी आसानी से निकल जाते हैं। इससे रक्त शुद्ध होता है, बॉडी डिटॉक्स होती है। तांबे का पानी शरीर की गंदगी को निकालने का एक बेहतरीन उपाय हो सकता है।
एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर
तांबे के बर्तन का पानी पीने से शरीर को एंटीइंफ्लेमेटरी गुण मिलते हैं। इससे जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है, सूजन से भी राहत मिलती है। अगर आपको वात से जुड़ी कोई समस्या है, तो तांबे के बर्तन का पानी आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
त्वचा के लिए लाभकारी
सुबह खाली पेट तांबे के बर्तन का पानी पीने से शरीर से सारे टॉक्सिंस निकल जाते हैं, जो कील मुहांसों, का कारण बनते हैं। इसलिए तांबे का पानी त्वचा के लिए भी लाभकारी होता है। सुबह-सुबह तांबे का पानी पीने से त्वचा में निखार आता है। त्वचा की छोटी-छोटी समस्याएं दूर होती हैं।
बैक्टीरिया नष्ट करे
तांबे का बर्तन पानी में मौजूद सभी बैक्टीरिया को नष्ट करता है। यह पानी को शुद्ध बनाता है और विषाणुओं को दूर करता है। इसके लिए आप पानी को कम से कम 8 घंटे के लिए तांबे के बर्तन में रखें। इससे बैक्टीरिया नष्ट होंगे।
इम्यूनिटी बढ़ाए तांबे का पानी
सुबह खाली पेट तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत बनती है। तांबे का पानी इम्यूनिटी तेज करने के साथ ही, नई कोशिकाओं के उत्पादन में भी सहायक होता है।
इंफेक्शन से लड़ने में कारगर
तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से हमारा शरीर इंफेक्शन से लड़ने में कारगर होता है। तांबे के बर्तन का पानी पीने से व्यक्ति जल्दी-जल्दी बीमारी नहीं पड़ता है। दरअसल, इसमें एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो इंफेक्शन या वायरस से लड़ने में मदद करता है।
कैसर रोगी के लिए फायदेमंद
तांबे में होने वाला एंटी-ऑक्सीडेंट कैंसर से लड़ने की क्षमता में बढ़ोत्तरी करते हैं. अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार तांबा कैंसर की शुरुआत को रोकने में मदद करता है और इसमें कैंसर विरोधी तत्व होते हैं।
ब्लड प्रेशर को करता है कंट्रोल
तांबे के बर्तन में पानी पीने से यह दिल को स्वस्थ्य रखकर ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है और खराब कैलेस्ट्रॉल को कम करता है. इसके अलावा यह हार्ट अटैक के खतरे को भी कम करता है।
किडनी-लिवर की सफाई करता है
तांबे में रखे पानी पीने से शरीर की आंतरिक सफाई होने के साथ ही लिवर औक किडनी को भी सेहतमंद बनाए रखता है. इसके अलावा यह शरीर में होने वाले किसी भी तरह के इंफेक्शन को दूर करने में भी कारगर होता है।
जोड़ो के दर्द में आराम मिलता है
ऐसा माना जाता है कि तांबे के बर्तन में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते है जो जोड़ों के दर्द में आराम पहुंचाते हैं और आर्थराइटिस रोग में इस बर्तन में रखा पानी पीना फायदा पहुंचाता है।
रक्त संबंधी विकार दूर
तांबा रक्त शुद्धि का काम करता है. इसके कारण त्वचा संबंधी समस्याएं भी ठीक होने लगती हैं, साथ ही कोलेस्ट्रॉल को घटाने में भी तांबे का पानी पीना मददगार होता है।
खटाई को तांबे में नहीं मिलाना चाहिए
सेहत के लिहाज से तांबे में रखा पानी पीने से तो कई फायदेमंद होता है, लेकिन वहीं इसमें खट्टी चीजों जैसे- दही, सिरका, अचार, नींबू को तांबे के बर्तन में नहीं रखना चाहिए, दरअसल तांबे के बर्तन में कॉपर धातु होती है, जो कई चीजों के मिलने से रिएक्ट करती है, इस प्रतिक्रिया की वजह से फूड प्वॉइजनिंग हो सकती है।
ये बातें रखें याद
1. अगर अल्सर की समस्या है या एसिडिटी है तो इस पानी को न पिएं, गर्म तासीर का होने की वजह से ये समस्या को बढ़ा सकता है।
2. किडनी या हार्ट के मरीज हैं तो डॉक्टर की सलाह से ही तांबे के बर्तन का पानी पिएं।
3. तांबे के बर्तन में दूध या दूध से बनी चीजें और खट्टी चीजें न डालें. ऐसा करने से ये विषाक्त हो सकती हैं और इससे फूड पॉयजनिंग भी हो सकती है।
आप भी आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह पर तांबे के बर्तन के पानी पीना शुरू कर सकते हैं। इससे आपके शरीर को सभी जरूर लाभ मिलेंगे, आप स्वस्थ और बीमारियों से दूर रहेंगे। लेकिन तांबे के बर्तन का पानी किसी भी समस्या का संपूर्ण इलाज नहीं है, यह सिर्फ बचाव है। किसी भी बीमारी या समस्या का इलाज करने के लिए आपको डॉक्टर की राय लेना जरूरी होता है।