भिलाई। 06 फरवरी 2022 (सीजी संदेश) : मधुर आवाज और सुरो की मलिका लता मंगेशकर के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष अनिल मेश्राम ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका निधन गीत संगीत के एक युग के समाप्त होने जैसा एहसास दे रहा है, कई दशको तक संगीत की दुनिया मे एकछत्र राज करने वाली मधुर आवाज की मलिका ने अपने गीतो से अपनी आवाज से देश को एकसूत्र मे पिरोने और जज्बाती तौर पर साहसी होने के लिए प्रेरित किया है, उनकी कमी ये दुनिया हमेशा महसूस करते रहेगी। महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष भारती खांडेकर ने भावभीनी अश्रूपूरित श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि लता जी के जाने से ऐसा आभास हो रहा है जैसे हमारी दुख-सुख की कोई संगिनी हमसे बिछुड़ गई हो, उनकी आवाज की मिठास और दर्द हर महिला को उनके बहुत करीब होने का एहसास देता रहा है, उन्होने देशप्रेम, खुशी और गम के हजारो गीत गाकर देश को संगीत की अनमोल निधि सौपी है। जयश्री बौद्ध, किरण शयामकुवर, नीतू डोंगरे, संगीता खोब्रागड़े, सीमा शेंडे, वंदना बौद्ध, सुजाता वाहने, आदि ने कहा कि आने वाले कई दशको तक लता के कर्णप्रिय गीतो को देश और दुनियाभर के लोग सुनते रहेंगे, हम सभी नम आखो से उन्हे भावपूर्ण पुष्पांजलि अर्पित करते है। संस्था के महासचिव विनोद बंसोड, मनोज मून, राजेश बंजारी, सुधेश रामटेके, गौतम खोब्रागड़े, ठाणेन्द्र कामडे, राजेश हुमने सहित अनेक पदाधिकारियो ने कहा कि हमने देश का भारत रत्न ही नही बल्कि विश्व का संगीत रत्न गंवा दिया है, उनका निधन दुनिया के लिए एक अपूरणीय क्षति है।