भारत में लगातार कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. डॉक्टर्स का मानना है कि जिन लोगों का इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होता है उन्हें कोरोना का खतरा ज्यादा होता है. ऐसे में जरूरी है कि आपका इम्यूनिटी सिस्टम स्ट्रॉन्ग रहे. इम्यूनिटी को स्ट्रॉन्ग करने के लिए वैसे तो कई तरीके हैं लेकिन आप इसे नेचुरल तरीके से बढ़ा सकते हैं. नेचुरल तरीके से इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए काढ़ा सबसे अच्छा ऑप्शन है।
पिछले डेढ़ साल से जारी कोरोना के संक्रमण ने लोगों की सामान्य जीवनशैली को बहुत प्रभावित किया है। दूसरी लहर के बाद एक बार जब हालात सामान्य होने लगे थे, इसी बीच कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने लोगों को मुसीबतों के एक बार फिर से बढ़ा दिया है। अध्ययनों से पता चला है कि ओमिक्रॉन अब तक का सबसे संक्रामक वैरिएंट हो सकता है, ऐसे में इससे लोगों को विशेष बचाव की आवश्यकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक वैसे तो ओमिक्रॉन गंभीर संक्रमण का कारण बनता नहीं दिख रहा है, फिर भी जिन लोगों को इम्युनिटी कमजोर है, यह उनकी जटिलताओं को बढ़ा सकता है।डॉक्टर कहते हैं, कोरोना के इस खतरे से बचे रहने के लिए एक बार फिर से लोगों को इम्युनिटी को मजबूत करने वाले उपाय शुरू कर देने चाहिए। इसके लिए काढ़े का नियमित सेवन करना लाभदायक हो सकता है। आइए विशेषज्ञों द्वारा सुझाए उस खास काढ़े के बारे में जानते हैं, जिसका सेवन कोरोना के जोखिम को काफी हद तक कम कर सकता है।
इम्युनिटी बढ़ाने में न करें जल्दबाजी
डॉक्टरों का कहना है कि किसी भी रोग प्रतिरोधक क्षमता रातोंरात नहीं बढ़ती। बल्कि नियमित दिनचर्या, व्यायाम और पौष्टिक व सुपाच्य भोजन के सेवन से धीरे-धीरे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। किसी को यदि लगता है कि उसे इम्युनिटी बढ़ाने की जरूरत है तो वह अपने निकट के डॉक्टर/वैद्य या आयुर्वेद के जानकार से सलाह ले। हर व्यक्ति के वजन व उम्र के अनुसार सेवन करने वाली चीजों की मात्रा व समय बदलता रहता है। इसलिए बिना किसी विशेषज्ञ के सलाह के किसी भी दवा का सेवन न करें।
तुलसी-हल्दी का काढ़ा है विशेष लाभदायक
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना के इस खतरे से बचे रहने के लिए सामान्य काढ़े से काम नहीं चलेगा। इसके लिए तुलसी-हल्दी के काढ़े का सेवन करना विशेष लाभदायक हो सकता है। तुलसी और हल्दी, दोनों में ही मौजूद प्राकृतिक गुण आपको संक्रमण से सुरक्षा देने में सहायक हो सकते हैं। यह पेय प्रतिरक्षा को मजबूत करने के साथ, गले के खराश को दूर करने में बहुत फायदेमंद माना जाता है।
तुलसी-हल्दी का काढ़ा कैसे बनाएं
तुलसी-हल्दी का काढ़ा बनाने के लिए आपको इन चीजों की आवश्यकता होती है।
* आधा चम्मच हल्दी
* 8-12 तुलसी के पत्ते
* 2-3 बड़े चम्मच शहद
* 3-4 लौंग
* दालचीनी का टुकड़ा
काढ़े को बनाने के लिए पैन में एक गिलास पानी डालकर गर्म करें। अब इसमें हल्दी पाउडर, तुलसी के पत्ते, लौंग और दालचीनी डालें और मिश्रण को 15 मिनट तक उबलने दें। अब इस मिश्रण को छान कर सेवन कर सकते हैं।
तुलसी-हल्दी का काढ़ा पीने के स्वास्थ्य लाभ
तुलसी-हल्दी का काढ़ा पीने से न केवल इम्युनिटी मजबूत होती है, बल्कि यह कई अन्य बीमारियों के खतरे को कम करने में सहायक हो सकता है।
* मधुमेह के रोगी ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए इस पेय का सेवन कर सकते हैं।
* शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने और प्रतिरक्षा में सुधार करने में भी यह सहायक है।
* कब्ज और लूज मोशन की समस्या भी दूर करने में भी इस काढ़े के सेवन को फायदेमंद माना जाता है।
* सर्दी और गले की खराश से राहत दिलाने में भी इसका सेवन किया जा सकता है।
तुलसी और काली मिर्च का काढ़ा
इस काढ़े को घर में उपलब्ध चीजों से एक काढ़ा बनाया जा सकता है. इस काढ़े से इम्युनिटी मजबूत होगी और आपका शरीर कोरोना से लड़ने में बेहतर रूप से सक्षम हो पाएगा।
कैसे बनाएं काढ़ा
* 5 से 6 तुलसी के पत्ते
* आधा चम्मच इलायची पाउडर
* काली मिर्च पाउडर
* अदरक
* मुन्नका
काढ़ा बनाने के लिए एक पैन में दो ग्लास पानी डालें. अब इसमें तुलसी, इलाइची पाउडर, काली मिर्च, अदरक और मुनक्का डाल दें. अब इस मिक्सचर को मिला लें और इसे 15 मिनट तक उबाल लें. इसके बाद इसे ठंडा होने रख दें और छानकर पी लें. इसमें मौजूद काली मिर्च कफ निकालने का काम करती है. वहीं, तुलसी-अदरक और इलाइची पाउडर में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं. तुलसी में एंटी-माइक्रोबल प्रॉपर्टीज होती हैं जो सांस से जुड़े इन्फेक्शन्स को मारने का काम करती है
फायदें
यह आपके पाचन तंत्र में सुधार करके शरीर से खराब पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक होता है. काली मिर्च कफ को बाहर निकालने में उपयोगी होती है और तुलसी, अदरक और दालचीनी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों गुणों से भरपूर होती है. इसके अलावा तुलसी में एंटी-माइक्रोबियल गुण भी पाए जाते हैं, जो सांसों के लंबंधित संक्रमण को दूर करने में मददगार है. इस काढ़े का दिन में दो बार सेवन करने से आपकी इम्यूनिटी बढ़ सकती है और यह आपको हानिकारक बीमारियों से भी बचा सकता है. सर्दी या फ्लू होने पर यह काढ़ा आपके गले को आराम देने में सहायता कर सकता है।
विशेषज्ञों की सलाह
विशेषज्ञों का कहना है कि संतुलित मात्रा के तत्वों से बना काढ़ा पूर्णत: सुरक्षित होता है। लेकिन इसका सेवन वैद्य की सलाह पर ही करना चाहिए। बेहिसाब काढ़े का सेवन आपको नुकसान पहुंचा सकता है। काढ़े की मात्रा, महिलाओं, पुरुषों और बच्चों के लिए अलग-अलग हो सकती है, इसलिए कृपया पहले इसकी प्रमाणिक जानकारी जुटाएं इसके बाद ही काढ़े जैसी किसी दवा का सेवन करें।