रायपुर। छत्तीसगढ़ में जनसंख्या नियंत्रण के लिए चलाए जाने वाले राष्ट्रीय नसबंदी योजना चौपट हो गई है। पिछले 5 वर्षों की बात करें तो इस वर्ष सबसे कम नसबंदी स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जहां वर्ष 2017-18 में 54,524 महिलाओं और 7195 पुरुषों की नसबंदी कराई गई। वहीं वर्ष 2020-21 में अब तक मात्र 22,688 महिला और 2089 पुरुषों की नसबंदी की गई है। वही रायपुर जिले में वर्ष 2018-19 में 417 पुरुषों और 8929 महिलाओं की नसबंदी की गई। इस वर्ष 645 महिला और सिर्फ छह पुरुषों की नसबंदी हुई है। छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय नसबंदी योजना के तहत जनसख्या नियंत्रण के उद्देश्य से हर वर्ष नसबंदी कार्यक्रम समय-समय पर चलाए जाते हैं इसके लिए विभाग में करोड़ों के बजट का प्रावधान है। बावजूद स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के चलते नसबंदी कार्यक्रम राज्य में विफल नजर आ रहा है।
जनसंख्या नियंत्रण में पुरुषों की भागीदारी में महिलाओं की तुलना में काफी कम है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुरुष नसबंदी पखवाड़ा चलाया जा रहा है। इसमें वर्ष 2020 के पुरुष नसबंदी पखवाड़ा में 168 पुरुषों ने नलबंदी कराया था। वहीं 27 जून से 24 जुलाई 2021 तक चले पखवाड़ा कार्यक्रम में 1349 पुरुषों ने नसबंदी कराया है। पर सामान्य दिनों में महिलाएं ही सर्वाधिक नसबंदी करतीं हैं। स्वास्थ्य विभाग पुरुष नसबंदी जागरूकता पर काफी देने की बात तो कह रहा लेकिन परिणाम निराश करने वाले ही हैं।
स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक नसबंदी को लेकर अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था के साथ ही जागरूकता के लिए पर्याप्त व्यवस्था की जाती है वही बैनर पोस्टर पंपलेट के माध्यम से जागरूक किया जाता है लेकिन जिस तरह से आंकड़े सामने आ रहे हैं इस तरह की गतिविधियां कागजों पर ही नजर आती है।
छत्तीसगढ़ में महिलाओं और पुरुषों में नसबंदी की वर्ष वार स्थिति
वर्ष – पुरुष – महिला
2017-18 – 7195 – 54524
2018-19 – 5361 – 61342
2019-20 -6775 – 59991
2020-21 – 2829 – 28226
2021 अब तक – 2089 -22688
जिला रायपुर में वर्षवार नलबंदी के वार्षिक आंकड़ों पर एक नज़र
वर्ष – पुरुष – महिला
2018-19 – 417 – 8929
2019-20 – 674 – 9674
2020-21 – 382 – 8823
2021अब तक – 6 – 645
कोरोना की वाजह से पिछले 2 वर्षों से नसबंदी काफी कम हो रहे हैं। हम लगातार कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रहे हैं स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों व शासकीय अस्पतालों में नसबंदी की पूरी सुविधाएं हैं। नसबंदी कराने वालों को शासन द्वारा प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है। डॉ. मीरा बघेल, सीएमएचओ, जिला रायपुर
नसबंदी अधिक से अधिक हो इसके लिए लगातार जागरूकता पखवाड़ा चलाते हैं। जागरूकता के लिए लगातार कार्य किये जा रहे हैं। डॉ. आरएस सत्यार्थी, उपसंचालक, नोडल अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग।