भिलाई। 27 नवंबर : भिलाई इस्पात संयंत्र ने भारत सरकार, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा संचालित विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार योजना में 3 पुरस्कार जीतने का गौरव हासिल किया है। संयंत्र के 3 समूहो में 18 सृजनशील कार्मिकों को विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार (निष्पादन वर्ष-2018) प्रदान किये जाने की घोषणा की गई है। इस योजना के तहत यह बता देना लाजमी है कि वर्ष 1966 से अब तक सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के 653 कार्मिकों का चयन विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु किया जा चुका है।
विदित हो कि भारत सरकार, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा संचालित विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार योजना अंतर्गत उन संगठनों जो कारखाना अधिनियम 1948 के अंतर्गत आते हैं, के कार्मिक/कार्मिकों के समूह जिनके सुझाव से उत्पादकता, व्यावसायिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य, पर्यावरण और कार्य परिस्थितियों तथा उत्पाद की गुणवत्ता एवं सुरक्षा में सुधार हुआ हो वे इस पुरस्कार हेतु करते हैं।
पुरस्कृत होने वाले समूह
प्रथम समूह में प्लेट मिल के 6 कार्मिक शामिल हैं- ऑपरेटर सत्य नारायण मेहर, मास्टर ऑपरेटर भीमलाल, एसीटी श्री जमील खान, टेक्नीशियन शिव कुमार साहू, मास्टर टेक्नीशियन कमलेश कुमार गबेल, सीनियर ऑपरेटर मिलिन्द कुमार बोधनकर। इस समूह ने प्लेट मिल की ट्रीमिंग शियर के ब्लेड चेजिंग टैकल तथा स्टैण्ड का निर्माण कर मशीन की उपलब्धता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। इस समूह को श्रेणी-बी के तहत पुरस्कृत किया जा रहा है।
द्वितीय समूह में प्लेट मिल के 6 कार्मिक शामिल हैं- मास्टर टेक्नीशियन श्री बलदाऊ प्रसाद सेन, सीनियर टेक्नीशियन अशोक कुमार खोबरागड़े, टेक्नीशियन आर दिनेश, मास्टर ऑपरेटर संतोष कुमार जैन, सीनियर स्टाफ असिस्टेंट सुश्री नीता सरवारे, सीनियर टेक्नीशियन हेमन्त कुमार आडिल। इस समूह ने प्लेट मिल फिनिशिंग स्टैण्ड में रोलिंग के दौरान प्लेट के मोटाई को नियंत्रित करने हेतु ऑटोमेटिक कंट्रोल सिस्टम की स्थापना कर क्वालिटी रोलिंग में समग्र योगदान दिया है। इस समूह को श्रेणी-सी के तहत पुरस्कृत किया जा रहा है।
तृतीय समूह में ब्लास्ट फर्नेस के 6 कार्मिक शामिल हैं- मास्टर टेक्नीशियन शैलेन्द्र साहू, सीनियर टेक्नीशियन राम कुमार देशमुख, सीनियर टेक्नीशियन राम नारायण महिपाल, सीनियर टेक्नीशियन समीर घोष, सीनियर ऑपरेटिव लेख राम आडिल, ऑपरेटिव लक्ष्मी नारायण। इस समूह ने ब्लास्ट फर्नेस-7 में माॅडीफिकेशन कर सही सिंटर स्ट्रीम को सुनिश्चित किया है जिससे कोक व सिंटर की चार्जिंग को सही ढंग से सम्पन्न किया जा सके। इस समूह को श्रेणी-सी के तहत पुरस्कृत किया जा रहा है।
पुरस्कार की संख्या व राशि
इसके अंतर्गत 3 वर्ग में कुल 28 पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं जिसमें श्रेणी-ए, श्रेणी-बी, श्रेणी-सी में क्रमशः पुरस्कारों की संख्या 05, 08, 15 है तथा इन श्रेणियों में क्रमशः 75000, 50000, 25000 रूपये नगद पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं। नगद पुरस्कार के अतिरिक्त विजेताओं को प्रशस्ति पत्र भी दिया जाता है।