भिलाई तीन। जज्बा जुनून और कुछ कर करने की तमन्ना हो तो कोई काम बड़ा नहीं होता। कितनी भी बाधाएं आएं उसे लांघ जाते हैं। भिलाई तीन चरोदा नगर निगम की तकदीर और तस्वीर बदलने का काम बखूबी चल रहा है और इस काम को अंजाम दे रहे हैं नगर निगम के आयुक्त कीर्तिमान सिंह राठौर। जिस कुंदरा पारा को हटाने में अच्छे-अच्छे का पसीना छूट जाता था वह काम 2 दिन के भीतर सभी के सहयोग से हटा दिया गया है। यहां खिलाड़ियों के लिए नए स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा । 24 वर्षों से स्टेडियम निर्माण कार्य का कार्य रुका हुआ था । युवा खिलाड़ी ,बुजुर्गों एवं महिलाओं को योगा ,जुंबा ,एथलीट्स, क्रिकेट फुटबॉल, बैडमिंटन सहित कई खेल के लिए अब मिनी स्टेडियम मिलेगा। भिलाई 3 वासियों का वर्षों पुरानी मांग थी जो अब 24 वर्षों के बाद साकार होने जा रहा है। भिलाई 3 में खेल प्रेमियों के मन में उत्साह एवं उमंग का संचार हुआ है । नहीं तो यहां के प्रतिभाओं को 10 किलोमीटर दूर प्रैक्टिस करने के लिए एवं विभिन्न खेल में भाग लेने के लिए जाना पड़ता था। आज दूसरे दिन सभी अधिकारियों कर्मचारियों की उपस्थिति में तोड़ो दस्ताने 7 परिवार को अवैध निर्माण उठाते हुए उम्दा स्थित आवास में शिफ्ट किया है। गौरतलब हो कि भिलाई तीन के अधूरे मिनी स्टेडियम का रास्ता साफ हो गया। मिनी स्टेडियम के आधे हिस्से में कुंदरापारा बस्ती थी, जिसे आज हटा दिया गया। बस्ती को खाली करने का प्रयास बीते 24 सालों से किया जा रहा था। राजनीतिक कारणों के चलते हर बार मामला अटक जाता था, जिसके चलते मिनी स्टेडियम का निर्माण पूरा नहीं हो पा रहा था। सन् 1997-98 में साडा कार्यकाल के दौरान मिनी स्टेडियम का नींव रखी गई थी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तब पाटन विधायक तथा साडा सदस्य थे। मिनी स्टेडियम निर्माण के लिए कुंदरापारा बस्ती को खाली कराया गया था। कुंदरापारा के लोगों को विश्व बैंक कालोनी गुरु घासी दास नगर में जमीन आवंटित की गई थी। उस दौरान आधे से ज्यादा परिवार वहां शिफ्ट हो गए थे। जबकि 40 परिवार यहीं रुक गए थे। जो 24 सालों में बढ़कर 117 परिवार हो चुके थे।बीते सालों से साडा के बाद में भिलाई चरोदा निगम प्रशासन द्वारा मिनी स्टेडियम • का काम पूरा कराने का प्रयास किया जा रहा है। पर हर बार कुंदरापारा के लोग कब्जा खाली करने से मना कर देते थे। हाल ही में भिलाई चरोदा निगम प्रशासन ने यहां कब्जाधारी सभी परिवारों को उमदा वार्ड में नवनिर्मित पीएम आवास आवंटित किया है, यह लोग वहां भी जाने के लिए तैयार नहीं थे। लिहाजा भिलाई चरोदा निगम ने दिवाली के पहले अंतिम नोटिस जारी कर दिया था। उसके बाद भी यहां के लोग हटने के लिए तैयार नहीं हुए।गुरुवार को प्रशासनिक अधिकारियों तथा भारी पुलिस बल की मौजूदगी में जेसीबी के माध्यम से 117 मकानों को तोड़ दिया गया। मकान तोड़ने से पहले घरों के सामान सुरक्षित निकालकर उमदा पीएम आवास पहुंच दिया गया। इस दौरान भारी तनाव का माहौल बन गया था। विरोध करने वाले दर्जन भर लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया। तोड़फोड़ के दौरान रोती बिलखती महिलाएं तथा दो तीन दिन की मोहलत मांगते लोग भी दिखे। तोड़फोड़ के दौरान एसडीएम पाटन विपुल गुप्ता, तहसीलदार चंद्रशेखर ,सीएसपी विश्वास चंद्राकर टी आई विनय बघेल ,निगम सचिव अश्वनी चंद्राकर ,कार्यपालन अभियंता सुनील जैन, सहायक अभियंता डीके पांडे ,उप अभियंता प्रशांत शुक्ला, विक्टर वर्मा ,मुकेश रात्रि जनसंपर्क अधिकारी श्री त्रिपाठी बिजली विभाग के कर्मचारी एवं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।