विश्व हृदय दिवस हम सबके लिए अहम इसलिए है क्योंकि हमारा हृदय यानी दिल शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। हार्ट ही हमारी कोशिकाओं को ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचाता है और अपशिष्ट उत्पादों को भी हटाता है। हार्ट की किसी भी परेशानी को हमें गंभीरता से लेना चाहिए क्योंकि यह हमारी लंबी उम्र और जीवित रहने से जुड़ा है। हार्ट की बीमारियों से बचने के लिए बहुत जरूरी है कि हम हेल्थी खाना खाए, हर रोज कसरत करें और धूम्रपान और शराब, जंक फूड से दूर रहें।
हृदय रोग विश्व भर में मृत्यु का सबसे आम कारण है| हृदय रोग, कई वर्षों से दुनिया में सबसे अधिक मौतों का कारण बना हुआ है, जिसके परिणाम स्वरुप सालाना 1.87 करोड़ मौतें होती हैं| इसके कई कारण हैं- हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, धूम्रपान, वायु प्रदुषण, मोटापा| कोरोना महामारी हृदय रोग से पीड़ित 5 करोड़ से अधिक लोगों के लिए हृदयविदारक रहा है| इसके कारण हृदय रोग से ग्रसित लोगों को और अधिक सावधानी बरतनी पड़ रही है| हृदय रोगों के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने और स्वस्थ हृदय की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रति वर्ष वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है| आइए जानते हैं विश्व हृदय दिवस कब मनाया जाता है, और क्या है विश्व हृदय दिवस 2021 का विषय (World Heart Day 2021 Theme):
विश्व हृदय दिवस कब मनाया जाता है?
विश्व हृदय दिवस 29 सितम्बर को आयोजित होने वाला एक वार्षिक उत्सव है, जिसका उद्देश्य हृदय रोगों के बारे में जन जागरूकता बढ़ाना है| वर्ष 1999 में वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन ने वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन के साथ मिलकर वर्ल्ड हार्ट डे की स्थापना की घोषणा की| इस वार्षिक आयोजन का विचार 1997 से 1999 के बीच वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन के अध्यक्ष रहे एंटोनी बेयस डी लूना ने दिया था|
विश्व हार्ट डे मूल रूप से 2011 से पहले तक सितम्बर के आखिरी रविवार को मनाया जाता था| सर्प्रथम यह वर्ष 2000 में 24 सितम्बर को मनाया गया| जैसा कि दुनिया कोविड-19 से लड़ने के लिए संघर्ष कर रही है, हम अपने और अपने प्रियजन के स्वास्थ्य के महत्व के बारे में आज से पहले इतने अधिक जागरूक कभी नहीं रहे हैं|
विश्व हृदय दिवस का उद्देश्य
वर्तमान समय में हार्ट पेशेंट केवल उम्र दराज लोग ही नहीं बल्कि कम उम्र के बच्चे भी हो जाते हैं, इसलिए हृदय रोगों, इन रोगों से बचने के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
वर्ल्ड हार्ट डे 2021 का विषय
इस वर्ष विश्व हृदय दिवस की थीम है : “Use Heart to Connect”| यानि इस मुश्किल समय में एक दूसरे से जुड़ने के लिए दिल का इस्तेमाल करें| हम सभी आजकल जिस स्वास्थ्य सेवा संकट से गुजर रहे हैं, उसने लोगों को हृदय स्वास्थ्य से जोड़ने के लिए, विशेषकर कम संसाधनों वाले क्षेत्र और समुदायों में, अलग और नए तरीके खोजने की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डाला है|
वर्ल्ड हार्ट डे 2021 के लिए डिजिटल स्वास्थ्य की शक्ति का उपयोग कर हृदय रोग के बारे में जागरूकता, रोकथाम और प्रबंधन में सुधार ही लक्ष्य रखा गया है| “Use Heart to Connect” यानि कनेक्ट करने के लिए दिल का उपयोग करने से तात्पर्य अपने ज्ञान, करुणा और प्रभाव का सही इस्तेमाल कर खुद, अपने प्रियजन और समुदाय के लिए स्वस्थ हृदय के साथ एक अच्छा जीवन जीने का मौका मिलने से है| साथ ही हमें यह सुनिश्चित करना है कि हम अपने हृदय की सही देखभाल कर रहे हैं और उसे पर्याप्त पोषण मिल रहा है| और हर जगह, हर हृदय को इस मुहीम से जोड़ने के लिए डिजिटल शक्ति का उपयोग करना ही इस वर्ष के विषय का मकसद है|
हृदय रोग क्या होता है
हृदय रोग, सी.वी.डी (कार्डियोवैस्कुलर डिजीज), बीमारियों का एक वर्ग है, जो हृदय या रक्त वाहिकाओं (नसों और धमनियों) को प्रभावित करता है| दुनिया में होने वाली मौतों के कई कारणों में से सी.वी.डी (हार्ट रोग) के कारण सबसे अधिक मौतें होती हैं| इन मौतों में से 85 प्रतिशत कोरोनरी हृदय रोग (जैसे दिल का दौरा) और सेरेब्रोवस्कुलर रोगों (जैसे स्ट्रोक) के कारण होती हैं|
विश्व हृदय दिवस पर जानें अपने दिल के बारे में
हार्ट एक मुट्ठी के आकार का होता है और यह शरीर की सबसे मजबूत मांसपेशी है|
किसी बच्चे के गर्भ में प्रवेश करने के केवल तीन सप्ताह बाद ही उसका दिल धड़कने लगता है|
यदि कोई व्यक्ति 70 वर्षों तक जीवित रहता है तो उसका दिल लगभग ढाई अरब बार धड़क चूका होगा|
हर दिल की धड़कन के साथ, हृदय शरीर के हर हिस्से में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को लेकर रक्त पंप करता है|
हृदय प्रतिदिन लगभग 1 लाख बार धड़कता है और 7500 लीटर रक्त पंप करता है|
लेकिन मजबूत और प्रभावशाली दिल, धूम्रपान, तम्बाकू का उपयोग, अस्वास्थ्यकर आहार खाने या तनाव में रहने जैसी आदतों और जोखिम वाले कारकों से कमजोर हो सकता है| इसके साथ ही डायबिटीज, किडनी की बीमारी, उच्च रक्तचाप और हाई कोलेस्ट्रॉल सहित अन्य शारीरिक कारकों से भी दिल कमजोर पड़ने लगता है| पारिवारिक इतिहास, जातीय पृष्टभूमि, लिंग और उम्र भी किसी व्यक्ति के हृदय रोग के जोखिम को प्रभावित करता है|
कोरोना वायरस और ह्रदय रोग
कोरोना वायरस और ह्र्दय रोग के लक्षण कई बार समान देखने को मिलते हैं। ह्रदय रोग में बुखार कम आता है, लेकिन खांसी, सांस फुलना, छाती में जकड़न और पसीने आना ये सभी लक्षण दो बीमारियों में देखने को मिलते हैं। जब इस तरह के लक्षण दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें या टेली मेडिसिन की सहायता लें। डॉक्टर उचित समझेंगे तो आपको अस्पताल जाने की सलाह देंगे।
स्वस्थ हृदय के लिए क्या करें
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 80 प्रतिशत दिल के दौरों और स्ट्रोक को रोका जा सकता है| जैसे पहले ही बताया गया है कि अधिकांश हार्ट की बीमारियों के कारण होने वाली मौतें उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज, मोटापे जैसे कारणों से होती हैं जिन्हें स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम और परहेज के माध्यम से रोका या नियंत्रित किया जा सकता है|
> स्वस्थ और संतुलित आहार लें|
> नियमित रूप से व्यायाम करें|
> एक स्वस्थ शरीर के अनुसार वजन बनाए रखें|
> तम्बाकू, गुटखा, धुम्रपान के सेवन से बचे।
> शराब का सेवन न करें|
> नियमित रूप से कोलेस्ट्रॉल, रक्तचाप और शुगर की जांच करें|
> अपनी दवा को निर्धारित अनुसार लें|
> शराब या नशे के अन्य साधन से बचे. शराब के सेवन से हृदय रोग की सम्भावना 40% तक बढ़ जाती हैं।
> पैक्ड खाद्य पदार्थ, डिब्बाबंद, फ्रिज में जमा के रखे खाद्यय पदार्थों के सेवन से बचे।
> कम वसा युक्त भोजन या आहार ले।
> रेशा युक्त आहार, जैसे साबुत अनाजों को भिगों कर सुबह खाना, फलो तथा सब्जियों का सेवन आपके हृदय और स्वास्थ को बेहतर बनाता हैं।
> नमक और चीनी का सेवन कम करें।
> तनाव न ले और तनाव होने पर तनाव को कम करने के लिए मनोरंजन का सहारा ले।
> सोने और उठने का समय सही रखे. ज्यादा देर से सोना और ज्यादा लेट उठाना हृदय रोग को बढ़ावा दे सकता हैं।
> अपने स्वास्थ की नियमित जांच अवश्य कराएं।
> हृदय रोगों के प्रति खुद को जागरूक रखे और दूसरों को भी जागरूक करें।
विश्व हृदय दिवस 2021: मिथक और तथ्य
1. भ्रांति: हृदय रोग युवाओं को प्रभावित नहीं करते हैं।
तथ्य: कोई भी व्यक्ति, चाहे वह किसी भी उम्र, क्षेत्र और लिंग का हो, हृदय रोग का शिकार हो सकता है. धमनियों में प्लाक किसी भी उम्र में बन सकता है।
2. भ्रांति: यदि आप नियमित रूप से दवाएं लेते हैं तो मधुमेह होना ठीक है।
तथ्य: दवाएं देरी कर सकती हैं या जोखिम को कम कर सकती हैं, लेकिन जब रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रण में होता है तब भी आपको हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
3. भ्रांति: हृदय रोग अनुवांशिक होते हैं।
तथ्य: जिन लोगों के परिवार में हृदय रोग का इतिहास रहा है उन्हें अधिक जोखिम होता है, लेकिन अगर आप अपने दिल और खाने की आदतों का ध्यान रखें तो आप जोखिम को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
4. भ्रांति: अगर आपके पैरों में दर्द रहता है तो इसका कारण उम्र बढ़ना हो सकता है. इसका दिल से कोई संबंध नहीं है।
तथ्य: मांसपेशियों में महसूस होने वाला पैर दर्द पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (PAD) नामक स्थिति का संकेत हो सकता है. पीएडी वाले लोगों के लिए दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
ह्रदय रोगियों को विशेष सलाह
अगर आप ह्रदय रोग से पीड़ित हैं, तो यह ध्यान दीजिए कि आपके पास ह्रदय से जुड़ी दवाइयों का स्टॉक हो। जरूरत हो तो अतिरिक्त दवाई मंगवा के रखें। आपको यह ध्यान देने की जरूरत है कि आप दवा डॉक्टर की सलाह से लें और बिना उनकी सलाह के दवा को बंद न करें। इस बात का भी ध्यान रखें कि आपके पास आपके डॉक्टर, रिश्तेदार और दोस्तों का फोन नंबर होना चाहिए, ताकि आप इमरजेंसी में उनसे संपर्क साध सकें।
इंसान ने अपने जीवन को गोल ओरिएंटेड बना दिया है। लेकिन मजे की बात यह है कि उसने शरीर को स्वस्थ रखने का कोई भी गोल नहीं बनाया। आपको अपने शरीर और ह्रदय का पूरा ध्यान रखना होगा, क्योंकि स्वस्थ शरीर के साथ आप अपने जीवन में आगे बढ़ेंगे और लक्ष्य को भी प्राप्त करेंगे।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।