अक्सर थकना, शरीर में दर्द रहना और सीढ़ियां चढ़ने-उतरने पर सांस फूलना जैसी समस्याओं का सामना रोजाना की लाइफ में करते हैं, तो ये आपके शरीर की कमजोर होने का संकेत है. शरीर के कमजोर होने पर छोटी-छोटी मौसमी बीमारियां भी बड़ा रूप ले लेती हैं. शरीर को जब आराम नहीं मिलता है तो थकान महसूस होती है। यह मानसिक और शारीरिक, दोनों तरह की हो सकती है। थकान के कारण काम में मन नहीं लगता है, नींद नहीं आती है, चिड़चिड़ापन महसूस होता रहता है।
रोजमर्रा के कामों में एनर्जी यानी ऊर्जा महसूस हो तो मन बड़ा खुश रहता है। वहीं यदि थकान के बावजूद काम करना पड़ रहा है तो इससे बुरा कुछ नहीं हो सकता। अचानक थकान एक सामान्य बात है। थकान के समय यही लगता है कि कुछ ऐसी जादुई चीज खाने को मिल जाए कि शरीर ऊर्जा से भर जाए। अच्छी बात यह है कि इसके लिए किसी खास टॉनिक या दवा की जरूरत नहीं है। हमारे आसपास ही ऐसी कई चीजें उपलब्ध हैं, जिनका सेवन करने से शरीर को तत्काल ऊर्जा मिलती है।
थकान के मुख्य कारण
ज्यादातर लोगों में थकान कमजोरी की वजह से होती है. तो वहीं कुछ लोगों को डायबिटीज और थायरॉइड की वजह से थकान होती है. अगर आपको भी अक्सर थकावट लगती है या सुस्ती महसूस होती है तो जरूरी टेस्ट करवाने चाहिए. ज्यादा मेहनत करने वालों में मांसपेशियों में थकान महसूस होती है। लगातार कंप्यूटर पर बैठे रहना, खानपान के समय में अनियमितता और तनाव भरा जीवन मानसिक और शारीरिक तौर से थका देता है। पैरों में थकान उन लोगों को ज्यादा होती है जो ज्यादा पैदल चलते हैं या उम्र की वजह से भी थकान लगती है।
क्या थकान और कमजोरी की दवा होती है ?
ज्यादातर लोग सोचते हैं कि थकान और कमजोरी दूर करने की कोई दवा होती है. जबकि ऐसा नहीं होता है, क्योंकि शरीर में अगर पोषक तत्वों की कमी है तो उनकी पूर्ति करना ही असली दवा है. अगर आप भी सुस्ती और थकान के शिकार होते हैं तो अपनी डाइट पर विशेष ध्यान दें।
थकान दूर करने के उपाय
जब हम थकान दूर करने के उपाय के बारे में बात करते हैं तो हमें अलग-अलग थकान के बारे में सोचना होगा. शरीर की थकान कैसे दूर करें ? अगर आपका यह सवाल है तो आपके लिए अलग उपाय होंगे. अगर आपको मानसिक थकान है तो उसके लिए अलग उपाय करने होंगे. आइए जानते हैं थकान दूर करने के कुछ आसान से उपाय।
मानसिक थकान दूर करने का तरीका
अगर आप ज्यादा तनाव या स्ट्रेस लेते हैं तो मानसिक थकान लगती है. इसके अलाव जिनके खाने में विटामिन की मात्रा कम होती है उनको भी मानसिक थकान का अनुभव होता है. मानसिक तनाव और मानसिक थकान दूर करने के लिए आपको पर्याप्त नींद लेने के साथ हेल्दी डाइट लेनी चाहिए.
मांसपेशियों की थकान कैसे दूर करें
जो लोगो रोजाना एक्सरसाइज करते हैं उनको कभी-कभी मांसपेशियों की थकान का अनुभव होता है. इसके लिए आपको अपने डाइट में तरल पदार्थों के सेवन पर ध्यान देने की जरूरत होती है. अगर आपको मांसपेशियों की थकान बार-बार लगती है तो एक्सरसाइज और तरल पदार्थों पर ध्यान जरूर दें।
एक्सरसाइज करें : रोजाना एक्सरसाइज करने से आपके शरीर में रक्त का प्रवाह नियमित रहता है। इसके साथ ही एक्सरसाइज से शरीर के हर अंग में ऑक्सीजन प्रदान करती है. जिसकी वजह से हम हमेशा सक्रिय रहते हैं और थका हुआ महसूस नहीं करते हैं. थकावट दूर करने के लिए आप योग, एरोबिक्स, स्वीमिंग कर सकते हैं।
तरल पदार्थ और पानी पिएं : शरीर को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना 8-9 गिलास पानी पीना जरुरी होता है। इससे शरीर हाइड्रेट रहता है और ऊर्जावान बनते हैं। जब भी आपको शरीर में ऊर्जा की कमी हो तो एक गिलास पानी पी लें। इससे शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है।
पर्याप्त नींद लें : सुबह ताजा और ऊर्जावान उठने के लिए पर्याप्त नींद लेना जरुरी होता है। व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए 7-8 घंटे सोना चाहिए। यह शरीर की खोई ऊर्जा को वापिस लाने में मदद करती है। अगर आप दिन में थका हुआ महसूस करते हैं तो नींद की एक झपकी ले सकते हैं।
हेल्दी फूड : अगर आप कम ऊर्जावान या थका हुआ महसूस करते हैं तो फल या सूखे मेवों का सेवन कर लें। इससे आपको तुरंत ऊर्जा मिलती है और आप ऊर्जावान महसूस करने लगते हैं.
हेल्दी नाश्ता जरूरी : अगर आपको बार-बार थकान या सुस्ती लगती है तो आपको अपने नाश्ते पर ध्यान देने की जरूरत है. क्योंकि जब आप नाश्ता हेल्दी नहीं करते हैं तो शरीर को थकान तो लगती ही है. साथ में आप मानसिक थकान के भी शिकार होने लगते हैं. नाश्ते में अंकुरित अनाज के साथ फाइबर और प्रोटीन वाली डाइट शामिल करके थकान की परेशानी दूर कर सकते हैं।
नींबू पानी : थकान तुरंत दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है नींबू पानी। इसमें विटामिन सी होता है, जिससे तत्काल ऊर्जा मिलती है और शरीर में पानी की कमी भी पूरी होती है। हालांकि, सर्दियों में यह उपाय कई लोगों के लिए कारगर नहीं होता, क्योंकि उनका गला खराब हो जाता है। ऐसे लोग ग्रीन टी आजमा सकते हैं। ग्रीन टी में पॉलीफिनॉल्स होते हैं जो तनाव कम करते हैं। यह एनर्जी बढ़ाने और काम पर फोकस करने में मदद करती है।
बीन्स का सेवन : इसमें फायबर, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन होता है, जो थकान से तत्काल लड़ने में मदद करते हैं। नियमित रूप से नाश्ते में उबले हुए सोयाबीन, लंच या डिनर में ब्लैक बीन सलाद या सूप खाने से ऊर्जा बनी रहती है। इसके अलावा लाल शिमला मिर्च में मौजूद विटामिन सी शारीरिक और मानसिक थकान दूर करने का अच्छा तरीका है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट बीमारियों से लड़ने की ताकत भी बढ़ाता है। यह तनाव बढ़ाने वाले हार्मोन कोर्टिसोल को कम करता है।
पालक का सेवन : सर्दियों में पालक प्रचूर मात्रा में आता है और रोज इसका सेवन थकान को दूर भगाने का कारगर तरीका है। पालक आयरन से भरपूर होता है जो शरीर की रक्त कोशिकाओं को ऑक्सीजन पहुंचाता है, जिससे थकान दूर होती है।
केले का सेवन : थकान में किसी भी फल का सेवन अच्छा रहता है, लेकिन केले से खासतौर पर फायदा होता है। केले में भरपूर मात्रा में पोटेशियम होता है और शुगर को एनर्जी में बदलने में पोटिशियम अहम भूमिका निभाता है। रोज 1 या 2 केले का सेवन करें। इसे नाश्ते में दूध के साथ खाया जा सकता है।
तरबूज का सेवन : फलों में तरबूज भी बहुत कारगर है। यदि थकान और सुस्ती महसूस हो रही है तो तरबूज की एक फांक कमाल दिखा सकती है। इसमें भरपूर मात्रा में पानी होता है।
अखरोट का सेवन : क्यूअखरोटअखरोट थकान भगाने वाला सुपर फूड है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो बहुत जल्दी थकान दूर करता है।
थकान और कमजोरी दूर करने के कुछ आयुर्वेदिक उपाय
पीपल की गोंद : पीपल के पेड़ से निकलने वाली गोंद को शारीरिक ऊर्जा के लिए उत्तम माना जाता है। मिश्री या शक्कर के साथ पीपल की करीब एक ग्राम गोंद मात्रा लेने से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है और यह थकान मिटाने के लिए एक कारगर नुस्खा माना जाता है। प्रतिदिन इसका सेवन करते रहने से बुजुर्गों की सेहत भी बनी रहती है
लटजीरा : लटजीरा के संपूर्ण पौधे के रस (4 मिली प्रतिदिन) का सेवन तनाव, थकान और चिड़चिड़ापन दूर करता है। शरीर में अक्सर होने वाली थकान, ज्यादा पसीना आना और कमजोरी दूर करने के लिए दिन में दो बार चार दिनों तक देते हैं, माना जाता है कि यह सूप शक्तिवर्धक होता है।
कद्दू के बीज : ग्रामीण इलाकों में जी मचलना, थकान होना या चिंतित और तनावग्रस्त व्यक्ति को कद्दू के बीजों को शक्कर के साथ मिलाकर खिलाया जाता है। कद्दू के करीब 5 ग्राम बीज और इतनी ही मात्रा में मिश्री या शक्कर की फांकी जाए तो बेहद फायदा होता है। ये मानसिक तनाव भी दूर करते हैं।
आलू बुखारा : आलू बुखारे के सेवन से शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं, कब्जियत दूर होती है और पेट की बेहतर सफाई होती है। इन फलों में पाए जाने वाले फ़ाइबर्स और एंटी ऑक्सिडेंट्स की वजह से पाचन क्रिया ठीक तरह से होती है और शरीर की कोशिकाओं में मेटाबोलिज्म की क्रिया सुचारू क्रम में होती है। इन फलों में सिट्रिक एसिड पाया जाता है जो कि थकान दूर करने में सहायक होता है और इसके सेवन से लीवर यानि यकृत तथा आंतो की क्रियाविधियां सुचारू रहती हैं अत: आलू-बुखारा खाने से शरीर में जमा अतिरिक्त वसा या ज्यादा वजन कम करने में मदद होती है और व्यक्ति शारीरिक तौर पर बेहद स्वस्थ महसूस करता है।
दूब घास : आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार दूब घास/ दूर्वा का प्रतिदिन सेवन शारीरिक स्फूर्ति प्रदान करता है और शरीर को थकान महसूस नहीं होती है। करीब 10 ग्राम ताजी दूर्वा को एकत्र कर साफ धो लिया जाए और इसे एक गिलास पानी के साथ मिलाकर ग्राईंड कर लिया जाए और पी लिया जाए, यह शरीर में ताजगी का संचार लाने में मददगार होती है। वैसे आधुनिक विज्ञान के अनुसार भी दूबघास एक शक्तिवर्द्धक औषधि है क्योंकि इसमें ग्लाइकोसाइड, अल्केलाइड, विटामिन ए तथा विटामिन सी की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है।
तुलसी : हर्बल जानकार तुलसी को थकान मिटाने वाली एक औषधि मानते है, इनके अनुसार अत्यधिक थकान होने पर तुलसी के पत्तियों और मंजरी के सेवन से थकान दूर हो जाती है।
शहद और दूध : शहद को दूध के साथ मिलाकर लिया जाए तो हृदय, दिमाग और पेट के लिये फ़ायदेमंद होता है। नींबू पानी के साथ शहद मिलाकर पीने से ये शरीर को ऊर्जा और ठंडक प्रदान करता है। यदि शहद का सेवन प्रतिदिन किया जाए तो ये शरीर को चुस्त दुरुस्त रखने में काफ़ी मदद करता है साथ ही शारीरिक ताकत को बनाए रखकर थकान दूर करता है। कच्चे आलू को कुचलकर एक चम्मच रस तैयार किया जाए और इसे दिन में कम से कम चार बार लिया जाए। आलू का रस रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और रोगों से लड़ने की क्षमता देता है।
तरबूज के छिलके : तरबूज के छिलकों की आंतरिक सतह को काटकर इनका मुरब्बा तैयार करें, माना जाता है कि यह बेहद शक्तिवर्धक होता है। कुछ इलाकों में लोग इसके छिलकों को बारीक काटकर सुखा लेते हैं और चूर्ण तैयार कर लिया जाता है। इस चूर्ण की आधी चम्मच मात्रा प्रतिदिन सुबह खाली पेट लेने से शरीर में ताकत का संचार होता है और कई तरह की व्याधियों में राहत भी मिलती है, शतावरी की जड़ों मे सेपोनिन्स और डायोसजेनिन जैसे महत्वपूर्ण रसायन पाए जाते है। इसके पत्तों का सत्व कैंसर में उपयोगी है।
थकान दूर करने के ये घरेलू इलाज हैं, लेकिन यदि रोज-रोज थकान बनी रहती है और चक्कर आते हैं, तो इसका कारण जानना जरूरी है। और किसी विशेषज्ञ डॉक्टर की सलाह जरूर लें।