भिलाई। 24 : अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) भिलाई द्वारा केम्प 2, भिलाई मे मंहगाई, रोजगार, स्वास्थ्य ,बिजली बिल, निराश्रित व विधवा पेंशन आदि की समस्याओं को लेकर प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शन मे कहा गया कि आवश्यक चीजों मे बेतहाशा मूल्य वृद्धि से आमजन का जीवन मुश्किल हो गया है। बेरोजगारी, रोजगार छीन जाने और कम मजदूरी से आम लोगों की समस्याएं बहुत ज्यादा बढ़ गई है। कोविड महामारी के समय लोगों का इलाज के अभाव मे कई मौतें हुई है और पैसा भी अधिक खर्च करना पड़ा है.मोदी सरकार उक्त समस्याओं पर कुछ नहीं कर रही है। बयान में कहा गया है कि लाकडाउन के दौरान काम से बैठाये गए कई महिला मजदूरों को अभी तक काम पर वापस नहीं बुलाया गया है और काम रहे महिलाओं को न्यूनतम मजदूरी से भी कम मजदूरी दिया जा रहा है.निराश्रित पेशन, विधवा पेशन एवं अन्य पेशन जनवरी 2021 से नहीं दिया जा रहा है जिससे लोगों मे भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है। प्रदर्शन में मांग किया गया कि रसोई गैस, खाने का तेल, पेट्रोल, डीजल एवं आवश्यक वस्तुओं के दामों को तुरंत कम किया जाय, लाकडाउन के कारण तीन माह का बिजली बिल माफ किया जाय, सरकारी राशन दुकान में चावल के साथ कम से कम 10 किलो गेहूं प्रति माह दिया जाय।बेरोजगारी भत्ता दस हजार रुपए प्रति महिने दिया जाय.सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में इलाज की समुचित व्यवस्था किया जाय.डाक्टर, नर्स एवं अन्य कर्मचारियों की भर्ती की जाय. विधवा,निराश्रित पेंशन एवं अन्य पेंशन को एक हजार रुपये दिया जाय। प्रदर्शन में पांचों बंजारे, मीना कोसरे, अंजनी कुर्रे, संतोषी यादव, रजनी धृतलहरे, राधिका बघेल, बेबी कुर्रे, किरण धृतलहरे, तजनीन टंडन, मंजू कुर्रे, पुनी बाई,सुनीता महिलांग, आशा अड़कने,कुमारी निर्मलकर, बिंदु बारले, रंभा जोशी, किर्ती धृतलहरे,ऐक्टू से अशोक मिरी, भाकपा माले से बृजेन्द्र तिवारी ने मुख्य रूप से हिस्सा लिया. प्रदर्शन में रोष जाहिर करते हुए दाम बांधो,काम दो वरना गद्दी छोड़ दो का नारा लगाया गया।