कोरोना महामारी ने जब से दस्तक दी है। उसके बाद से अचानक काम-धंधे बंद हो जाने के कारण लोग मुश्किल में आ गए हैं। इतना ही नहीं परेशानी में आए कई लोगों ने तो अपनी जीवन लीला तक समाप्त कर ली है। कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से लोग कई तरह की परेशानी में आ गए हैं। लोगों के रोजगार खत्म होने के कारण ज्यादा दिक्कतें बढ़ी हैं। जॉब का छुटना गुस्सा, आक्रोश और शर्म की बात मानी जाती है और ऐसे समय में जो खुद को संभाल पता है, वही उठ कर बहुत आगे जाने के लायक बनता है । हम सब जानते हैं कहना हमेशा आसान होता है पर कर पाना बेहद मुश्किल। अगर इसे फिल्मी अंदाज़ में कहा जाए तो “ हार कर जितने वाले को ही बाज़ीगर कहते हैं” सार बस इतना है के कैसे खुद को इस समस्या के तनाव से दूर रखना है ताकि दोबारा अपना स्टैंड लिया जा सके। आइए हम बताते हैं क्या करना सही होता है और यह कैसे आपकी मदद कर सकता है खुद को रिस्टेब्लिश करने में।
1. सबसे पहले अपने डर को दूर करे :- जॉब ना होना बहुत बड़ा डर होता है। अब क्या करेंगे, गुजारा कैसे होगा, घर परिवार कैसे चलेगा, बच्चों की पढ़ाई कैसे होगी, इस तरह के बहुत से डर आप के मन में जगह बना रहे होंगे पर आप यह सब किसी को बोल नहीं पा रहे होंगे। पर अगर आप ये सब किसी को कहेंगे नहीं तो आप खुद को सब भूल कर नई शुरुवात करने के लिए तैयार नहीं कर पाओगे।
किसी परिवार के सदस्य या मित्र से बात करें :- अपनी उल्झन इनके साथ बांटे, उनको कोई सलाह या सुझाव देने की ज़रूरत नहीं है बस वे धैर्य बना कर आपकी बात सुन लें। आपके मान का सारा बोझ खत्म हो जाए तो आपको आगे बढ़ने में कोई समस्या नहीं होगी।
अपनी सोच को लिखें :- कुछ बातें और फीलिंग्स बोल कर व्यक्त नहीं की जा सकती उसके लिए ज़रूरी है उन्हें लिख लिया जाए। आपको इसके लिए कोई लेखक होने की ज़रूरत नहीं है, बस जो मान को बेचैन कर रहा है उसे पेपर पर उतार दें।
सचाई को स्वीकार करें :- “ हमारे ऑफिस में तो ऐसा होता है , वैसा होता है….” ये सारी बातें आपको सच्चाई स्वीकार नहीं करने देगी। पर आपको यह सब भूल कर उसे स्वीकार करना होगा जो वास्तविक्ता है। सच्चाई को स्वीकार करने से आप कमज़ोर नहीं हो जाएगे। थोडा स्ट्रॉन्ग बने और जो सच है उसे स्वीकार कर लें।
इस सब के लिए खुद को सज़ा ना दें :– जो भी हुआ वह आपके हाथ में नहीं था और आप चाह कर भी इसे बदल नहीं सकते थे इसलिए खुद को ऐसी किसी बात के लिए सज़ा न दें । यह समय खुद को आगे बढ़ाने का है खुद को सबसे पीछे करने का नहीं, इस बात को याद रखें। खुद को भी वही बात बताएं जो सच हैं इसे लिख लें “ मैंने अपनी जॉब कंपनी के बंद होने या इस महामारी के चलते गवाई, मैं अपने काम में बेस्ट था और मुझे अपनी जॉब पसंद भी थी”।
सौ बुराइयों में एक अच्छाई ढूंढे :- रोज़गार का छिन जाना अच्छी बात नहीं है पर इन सब में कुछ तो अच्छा भी होगा ही उसे खोजने की कोशिश करें। “ जॉब की वजह से मैं अपने परिवार को समय नहीं दे पा रहा था , पर अब ऐसा नहीं होगा” या “ जॉब के लिए मुझे दूसरे शहर जाना पड़ा था अब नई जॉब अपने शहर में ही ढुंढूगा अपने परिवार के पास” । यही नहीं आप हो सकता है कुछ ऐसा करना चाह रहे हों जो इस जॉब की वजह से पूरा नहीं कर पा रहे हों , जैसे कहीं घूमने जाने की इच्छा हो जो जॉब की वजह से पूरी नहीं हो पा रही हो। ढूंढने पर तो भगवान भी मिलता है यह तो केवल एक अच्छी बात है जॉब छुटने की।
2. अपनी पहुँच को बढ़ाए और खोजें नए सोर्स :- दूसरे लोगों और आपके सहयोगियों को कम न आंके। अपने सभी मित्र दोस्तों से बात करना शुरू करें। यह बातें आपके जॉब तलाश को लेकर हो सकती हैं या फिर वो सब करने के लिए जो जॉब के चलते आप कर नहीं पा रहे थे। जॉब खोने को लेकर सकारात्मक बने और लोगों को जान लेने दें के आप जॉब की तलाश कर रहे हैं। देखें शयद कुछ अच्छा सामने आ जाए।
अपने विश्वसनीय लोगों से बात करें :- आप अपनी जॉब खो बैठे हैं यह अपने सबसे विश्वसनीय लोगों से ना छुपाए, बल्कि उनसे बात करें उन्हें दूसरी जॉब के बारे में पूछे हो सकता है वे आपको कोई अच्छी सलाह या कोई जॉब ही बता दें । किसी की दया का पात्र ना बने केवल काम के लिए ही बात करें। मदद करने की चाहत होगी तो सब आपके लिए जॉब ढूंढने में आपकी मदद कर देंगे ।
कोई जॉब सर्चिंग क्लब ज्वाइन करें :- आज कल जॉब पाने का एक अच्छा विकल्प होते हैं जॉब क्लब्स आप भी ऐसे ही किसी क्लब का हिस्सा बन सकते हैं। जॉब इन क्लब्स में विज्ञापन के तौर पर निकलती हैं, हो सकता है आपकी किस्मत खुल जाए और पुरानी से बेहतर और ज़्यादा अच्छी जॉब आपको मिल जाए।
अपने नेटवर्क से जुड़े रहें :- पुराने दोस्त या सहकर्मीयों से संपर्क बनाए रहे । अगर आपका कांट्रेक्ट नेटवर्क अच्छा होगा तो आपको ज़्यादा सोचने या परेशान होने की ज़रूरत ही नहीं पड़ेगी। आपको जॉब ढूंढने की ज़रूरत नहीं होगी, जॉब आपको खुद ढूंढती हुई आएगी।
3. परिवार को साथ ले कर चलें :- आप के सुख दुःख सब का असर आपके परिवार पर पड़ना लाज़मी है ऐसे में अपने परिवार को साथ ले कर चलना बेहद ज़रूरी है। आप क्या कर रहे हैं और क्या करना चाह रहे हैं यह सब आपके परिवार को भी पता होना ज़रूरी है। पूरा परिवार एक जुट रहे तो आपको आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।
परिवार से साँझा करे अपने फ्यूचर प्लान्स :- आप क्या करना चाह रहे हैं और जो भी चाह रहे हैं उसे कैसे पूरा कर पाएगे यह सब परिवार के साथ साँझा करें। आपके परिवार का सपोर्ट अगर आपके साथ होगा तो वे आपको कभी विफल नहीं होने देंगे।
उनकी बात भी सुनें :- आप क्या करने वाले हैं यह तो आपने बता दिया अब समय है उनकी बात सुनने का। हो सकता है उनके पास भी कुछ विचार हों जो आपके लिए लाभदायक हों।
परिवार के साथ मस्ती मज़ा भी करें :- यह समय जब आप पर काम का बोझ नहीं है तब अपने परिवार के साथ कुछ मस्ती भी करें। आपका परिवार आपके साथ यह समय बताने के लिए इंतज़ार करता होगा। और अब अगर वक़्त है तो सबकी सारी नाराज़गियां दूर करने का यही सही वक़्त है।
4. खुद पर भी ध्यान दें :- काम न होना एक परेशानी की बात है और ऐसे में अपना ख्याल नहीं रहता । जॉब नहीं होने का बोझ आपको शायद खुद का ध्यान ही न आने दे लेकिन ऐसा करना गलत है। जॉब आपको अभी भी ढूंढनी है काम करना आपके लिए ज़रूरी है और यही कारण है के आपको खुद का ख्याल रखना ही होगा।
एक्सरसाइज करें :- अगर आपके पास समय है तो उसे इस्तेमाल करें और थोड़ी एक्सरसाइज या मॉर्निंग वॉक ज़रूर करें। ताकि आप अपनी फॉर्म में रहें।
जीवन में संतुलन बनाए रखें :- जॉब ढूंढने की कोशिश में आप कही अपनी लाइफ को ही ना भूल जाए। याद रखें जॉब ढूंढने के साथ आप के लिए और भी बहुत कुछ है जो उतना ही ज़रूरी है जितना जॉब का मिलना।
पूरी नींद लें :- कभी कभी परेशानी में नींद नहीं आना आम बात हो जाती है लेकिन आपको अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए 7-8 घंटे की नींद लेनी ज़रूरी है। किसी भी वजह से अपनी नींद का त्याग ना करें।
5. जॉब सर्च करते हुए प्लान करना भी ज़रूरी है :- आप बहुत शिददत से एक जॉब पाना चाहते है लेकिन इसे पाने के लिए आपको कुछ मेहनत करनी होगी आपको चाहिए कुछ प्लानिंग जो आपको हर इंटरव्यू के लिए तैयार रखे।
अपनी खूबियों को लिख लें :- आप में क्या अच्छा है और क्या बहुत अच्छा उसे लिख लें और याद रखें आपकी यही खूबियाँ आपको एक अच्छी जॉब पाने में मदतगर साबित होंगे।
जॉब सर्च का प्लान बनाए :- आप कहाँ से शुरुवात करने वाले हैं और कहाँ तक जाने वाले हैं इस सब का एक प्लान बना लें । और यह प्लान हर रोज़ के लिए बना लें ताकि आपको कोई समस्या नहीं हो।
आप जो कर सकते हैं उस पर ज़ोर दें :- अगर आप अकाउंटिंग करते हैं तो उसी पर ज़ोर दें। काम ढूंढते हुए भी इसी बात का ख्याल रखें। आपके पास जॉब नहीं है तो आपको हर काम में समझोता करने की ज़रूरत नहीं है। आप जिस काम में बेस्ट हैं उसी के लिए कोशिश करें।
जॉब ना होना कोई गुनाह नहीं है और आपको इसी बात को ध्यान में रखना ही होगा। कोशिश करते रहने वाले की कभी हार नहीं होती और आपको इस बात को याद भर रखने की ज़रूरत है।