अगर महिलाएं खुद का बिजनेस करना चाहती हैं, लेकिन केवल पैसों न होने की वजह से बिजनेस शुरू नहीं कर पा रही हैं, तो पंजाब नेशनल बैंक में महिलाओं के उत्थान के लिए चार तरह के खास स्कीम हैं। इन स्कीम में पीएनबी महिला उद्यम निधि स्कीम, पीएनबी महिला समृद्धि योजना, क्रेच के लिए वित्तीय सहायता और पीएनबी महिला सशक्तीकरण अभियान शामिल हैं।
1-पीएनबी महिला उद्यम स्कीम
महिलाओं और पुरुषों के बीच असमानता की खाई को पाटने के लिए इस स्कीम की शुरुआत की गई है. पुरुष अगर आत्मनिर्भर बन सकते हैं तो महिलाएं क्यों नहीं. इसी कॉनसेप्ट के आधार पर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में पीएनबी महिला उद्यम स्कीम शुरू की गई है. इस स्कीम के तहत स्मॉल स्केल सेक्टर में अपना प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए महिलाएं बैंक से वित्तीय सहायता ले सकती हैं. पीएनबी महिला उद्यम स्कीम की मदद से महिला उद्यमियों को कारोबार के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। महिला उद्यमी का कोई कारोबार या उद्योग मंदा चल रहा है, उसमें वित्तीय स्तर पर अड़चन आ रही है तो इस स्कीम का फायदा लेकर उसे मजबूत बनाया जा सकता है. स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज यूनिट्स और सर्विस इंडस्ट्रियल अंडरटेकिंग को विस्तार देने के लिए भी इस स्कीम की मदद ली जा सकती है. उद्योगों से जुड़े मॉडर्नाइजेशन और अपग्रेडेशन में इस स्कीम का फायदा लिया जा सकता है।
2-पीएनबी महिला समृद्धि योजना
इस स्कीम के तहत पीएनबी ने एक साथ 4 योजनाएं लॉन्च की हैं. अपना कोई औद्योगिक यूनिट स्थापित करने के लिए इस स्कीम में लोन लिया जा सकता है. लोन से जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर पर होने वाले खर्च को पूरा किया जा सकता है. पीएनबी महिला समृद्धि योजना के तहत महिलाओं को कम ब्याज दरों पर आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है ताकि वे अपना व्यापार बढ़ाकर सशक्त बन सकें. यह स्कीम महिला व्यापारियों के लिए खास अवसर मुहैया कराती है।
समाज के पिछड़े वर्गों के स्वयं सहायता समूह (SHG) और महिला उद्यमी इस स्कीम का लाभ लेने के लिए योग्य हैं. इस योजना का लाभ वही महिलाएं ले सकती हैं जिनकी न्यूनतम उम्र 18 वर्ष है. साथ ही उस महिला को गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) की कैटगरी में होना जरूरी है. जिस महिला को इस योजना का लाभ लेना है, उसकी वार्षिक आय सालाना 3 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
3-क्रेच के लिए वित्तीय मदद
कामकाजी महिलाओं को इस स्कीम में खास मदद दी जाती है. सपोर्ट सर्विस के लिए वित्तीय मदद दी जाती है. क्रेच शुरू करने के लिए महिलाएं सस्ता और आसान लोन ले सकती हैं. क्रेच लगाने के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर की खरीद के लिए स्कीम में ऋण उपलब्ध कराया जाता है. क्रेच से जुड़े सामान जैसे कि बर्तन, स्टेशरी, ग्रोथ मॉनिटरिंग उपकरण, फ्रीज, कूलर/फैन, वॉटर फिल्टर की खरीद के लिए लोन दिया जाता है. इस योजना में क्रेच शुरू करने पर आने वाले एक महीने की खर्च का भी प्रबंध किया जाता है।
4-पीएनबी महिला सशक्तीकरण अभियान
इस स्कीम के जरिए बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए फाइनेंशियल मदद की जा रही है. बैंक स्वंय सहायता समूह या फिर अन्य नॉन प्रॉफिट संस्थानों के जरिए महिलाओं को गैर-कृषि कार्यों से संबंधित व्यापार शुरू करने में आर्थिक तौर पर मदद करता है. गैर-कृषि कार्यों के लिए शुरू किए गए छोटे उद्योगों को ऋण देकर वित्तीय मदद की जाती है. इस स्कीम के जरिये महिलाएं अपना गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) शुरू कर सकती हैं. ऋण चुकाने की अवधि को भी इसमें आगे बढ़ा दिया जाता है।
यहां हम आपको बता रहे हैं। पीएनबी की महिला उद्यमी निधि योजना (PNB Mahila Udyam Nidhi Scheme) के बारे में, इस योजना का मकसद महिलाओं को आर्थिक सहायता देकर रोजगार उपलब्ध कराना है। अगर आप भी अपना बिजनेस शुरू करना चाहती हैं, तो इस योजना का सहारा ले सकती हैं। आज हम आपको बताएंगे कि महिलाएं इस योजना के जरिए किस तरह लोन ले सकती हैं, लेकिन उससे पहले आपको बताते हैं कि पीएनबी की ये खास योजना कौन-सी है?
पीएनबी महिला उद्यमी निधि स्कीम
इस योजना की मदद से महिलाएं अपने सपनों को पूरा कर सकती हैं. इसका नाम पीएनबी महिला उद्यमी निधि योजना (PNB Mahila Udyam Nidhi Scheme) है। यह योजना उन महिलाओं की आर्थिक मदद करेगी, जो खुद का बिजनेस शुरू करना चाहती हैं। इसके जरिए कम ब्याज दर और कम शर्तों पर लोन उपलब्ध करवाया जाएगा।
किन कामों के लिए लिया जा सकता है लोन?
महिलाएं स्मॉल स्केल सेक्टर में अपना प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए बैंक से वित्तीय सहायता ले सकती हैं। अगर महिला उद्यमी का किसी भी तरह का कारोबार में मंदी आ गई है और उसमें वित्तीय स्तर पर अड़चन आ रही है, तो वह इस योजना का लाभ उठा सकती हैं।इस योजना की मदद से स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज यूनिट्स और सर्विस इंडस्ट्रियल अंडरटेकिंग का विस्तार कर सकते हैं। इस योजना का लाभ उद्योगों से जुड़े मॉडर्नाइजेशन और अपग्रेडेशन में लिया जा सकता है.
कितना लोन मिल सकता है?
अगर महिलाएं खुद का बिजनेस करना चाहती हैं, तो वह पीएनबी की इस योजना के तहत 10 लाख रुपए तक का लोन ले सकती हैं। इसके साथ ही मौजूदा प्रोजेक्ट को अपग्रेड या बढ़ाने के लिए फंड सपोर्ट का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
लोन कब करना होगा वापस
आपको लोन 5 से 10 साल के अंदर वापस करना होगा. इसके साथ ही ब्याज की दर समय-समय पर बदलती रहती है, लेकिन इस योजना के तहत मिलने वाले लोन में ब्याज की दर अन्य लोन के मुकाबले कम होती है।
कौन ले सकता है लोन?
इस योजना के तहत केवल महिलाएं ही आवेदन कर सकती हैं।
इसके तहत लोन लेकर किसी भी तरह का छोटा व्यापार शुरू या उसको आगे बढ़ा सकती हैं। जो महिलाएं लोन के लिए आवेदन कर रही हैं, उनका बिजनेस में 51 प्रतिशत से ज्यादा मालिकाना हक होना चाहिए। आपके प्रोजेक्ट का खर्च 10 लाख रुपए से अधिक नहीं होना चाहिए। संबंधित बैंक द्वारा हर साल 1 प्रतिशत का सर्विस टैक्स लिया जाता है।
महिला उद्योग निधि योजना में शामिल गतिविधियां इस प्रकार हैं
ऑटो-रिपेयरिंग और सर्विस सेंटर
ब्यूटी पार्लर
केबल टीवी नेटवर्क
कैंटीन और रेस्टोरेंट
कम्प्यूटराइज़्ड डेस्क टॉप पब्लिशिंग
नर्सरी
साइबर कैफे
डे केयर सेंटर
ISD/ STD बूथ
लॉन्ड्री और ड्राई क्लीनिंग
मोबाइल रिपेयरिंग
फोटोकॉपी (ज़ेरॉक्स) सेंटर
ऑटो रिक्शा, टू-व्हीलर, कारों की खरीद
टीवी रिपेयरिंग
सड़क परिवहन ऑपरेटर
सैलून
कृषि और कृषि उपकरणों की सेवा
सिलाई
प्रशिक्षण संस्थान
टाइपिंग सेंटर
वॉशिंग मशीन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिकल गैजेट्स, आदि
महिला उधम निधि योजना को सबसे पहले पंजाब नेशनल बैंक द्वारा शुरू किया गया था ताकि छोटे व्यवसाय में लगी महिला उद्यमियों को आर्थिक सहायता प्रदान की जा सके। हालांकि, कई बैंक हैं जो सस्ती और आकर्षक ब्याज दरों पर महिला उद्योग योजना पेश करते हैं। इसके अलावा, महिला उद्यमियों द्वारा अपना बिज़नस शुरू करने के लिए कोई सिक्योरिटी या गारंटी देने की ज़रूरत नहीं है। यह योजना महिला उद्यमियों को अपना खुद का बिज़नस शुरू करने में मदद करती है और उन्हें अपने हित और कौशल के क्षेत्र में बढ़ने और विस्तार करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
महिला उद्योग निधि योजना की तरह, महिला उद्योग के विकास और विकास को बढ़ावा देने और मदद करने वाली कई अन्य योजनाएं हैं जिनमें मुद्रा लोन योजना , TREAD (व्यापार से संबंधित उद्यमिता सहायता और विकास) योजना, केंद्र कल्याण योजना, उद्योग शक्ति योजना, देना शक्ति योजना, अन्नपूर्णा योजना और स्त्री शक्ति योजनाएं शामिल हैं।