भिलाई 4 मार्च : कोसानगर भिलाई निवासी सिन्धु बाई पति स्व. तुलसीराम अपने परिवार सहित पिछले 65-70 वर्षो से शासन द्वारा तीस वर्षीय पट्टा प्राप्त भूमि पर बने कच्चे मकान मे निवास कर रहे थे। सिंधु बाई को प्रशासन द्वारा वर्ष 2014 से 2044 तक तीस वर्षीय पट्टा नवीनीकरण कर प्रदान किया गया है। मकान सालो पुराना होने के कारण गिरने लगा था इसलिए बौद्ध समाज की विधवा महिला सिंधु बाई भी मोहल्ले के अन्य लोगो की भांति अपने पट्टा प्राप्त भूमि पर मकान बना रही थी। 27 फरवरी को नगर निगम भिलाई के प्रभारी सहायक राजस्व अधिकारी शरद दुबे और उनकी टीम द्वारा उनके निर्माणाधीन मकान को जेसीबी मशीन से तोड़कर तहस नहस कर दिया गया और निर्माण सामग्री भी ले गये। लेकिन सामने मे उन लोगो के बन रहे मकानो को कुछ नही किया जिनके पास पट्टा भी नही है और उन्होने भवन निर्माण की अनुमति भी नही ली है। ऐसी भेदभावपूर्ण कार्यवाही से स्पष्ट होता है कि विधवा स्त्री को जानबूझकर परेशान किया जा रहा है। जबकि उसके मकान के ठीक सामने राजेश ऊके, राजू देवांगन, शैलेश ऊके और पूर्व पार्षद जयप्रकाश यादव भी बगैर भवन अनुज्ञा के मकान बना रहे है, एक दो लोगो का तो मकान बनकर तैयार भी हो गया है। सिंधु बाई के कथनानुसार उसका मकान और जमीन मुख्य मार्ग पर होने के कारण कोसानगर वार्ड क्रमांक 3 के भाजपा पार्षद जयप्रकाश यादव ने दुकान के लिए जमीन देने पर निर्माण मे कोई बाधा नही आने की बात कही थी, सिंधु बाई द्वारा जगह जमीन देने से मना किया तो पार्षद के इशारे पर निगम अधिकारी उनके साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार कर रहे है। यहा पर राजस्व विभाग के अधिकारियो की मिलीभगत और भ्रष्टाचार स्पष्ट नजर आ रहा है। पार्षद को जमीन और निगम अधिकारी को मुहमांगा पैसा नही दिया गया तो एक अबला नारी के मकान को तोड़कर ध्वस्त कर दिया गया। तोड़ फोड़ की कार्यवाही सबके साथ होनी चाहिए थी, अबला नारी के मकान को तोड़ कर निगम अधिकारीयो ने उसे आर्थिक नुकसान पहुंचा कर मानसिक प्रताड़ना भी दी है। ऐसी स्थिति मे जब सरकार खुद प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत गरीबो को मकान बनाकर दे रही है वह गरीब तो अपने पैसे से अपनी ही पट्टा प्राप्त भूमि पर मकान बना रही थी किसी और की जमीन पर कब्जा तो नही कर रही थी फिर क्यो उसके साथ एकपक्षीय और भेदभाव वाली कार्यप्रणाली अपनाई जा रही है। जबकि उक्त मकान और जमीन का वर्ष 2020-21 तक का संपत्ति कर, जलकर और भू-भाटक राशि वो जमा कर चुकी है।
निगम अधिकारियो व पार्षद की मिलीभगत का शिकार महिला सिंधु बाई द्वारा मुख्यमंत्री, कलेक्टर व प्रशासक नगर निगम भिलाई, आयुक्त नगर निगम भिलाई, विधायक भिलाई नगर व वैशाली नगर व बौद्ध समाज सहित अनेक सामाजिक प्रतिनिधियो से हस्तक्षेप कर मकान तोड़कर आर्थिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करने वाले पार्षद जयप्रकाश यादव, निगम भिलाई के जोन आयुक्त नेहरू नगर सुनिल अग्रहरि और सहायक राजस्व अधिकारी शरद दुबे के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए उसे भी अन्य लोगो की भांति मकान बनाने दिये जाने या फिर उसके मकान के सामने ही पार्षद जयप्रकाश यादव, राजेश ऊके, राजू देवांगन और शैलेश ऊके द्वारा बिना अनुमति के बनाये जा रहे मकानो के साथ भी तोड फोड की कार्यवाही करने की मांग की गई है । ऐसा ना होने पर उसने कोई भी घातक कदम उठाने की चेतावनी भी दी है जिसके लिए निगम प्रशासन पूरा जवाबदार होगा। यह कहते हुए उसने अंत मे शासन प्रशासन से इतना कहा है कि उसे न्याय चाहिए – और मकान चाहिए। बौद्ध समाज के प्रदेश अध्यक्ष अनिल मेश्राम, छाया पार्षद अतुल श्रीवास्तव, असंगठित मजदूर संघ के अध्यक्ष नीतीश कश्यप, राजू नारनवरे, विकास मेश्राम, निखिल शेंडे, महिला मंडल कोसानगर की अध्यक्ष शारदा मेश्राम सहित अनेक नागरिको ने मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए जिला व निगम प्रशासन से निष्पक्ष कार्यवाही करते हुए असहाय विधवा नारी को उसका आवास का संवैधानिक अधिकार देने का आग्रह किया गया है।