रायपुर। 20 फरवरी : रायपुर लोकोमोटिव शेड में डब्लूडीपी4डी (WDP4D) लोकोमोटिव को “महानदी” के रूप में जाना जाता है। जब प्रदर्शन की बात आती है तो यह एक मॉन्स्टर के समान है जिसकी कमान में 4500 काल्पनिक घोड़ों हैं तथा यह 160 कि.मी./घंटा पर चलने में सक्षम है। महानदी का यह स्केल मॉडल पूरी तरह से फेंक दी गई सामग्री से बना है। इसको बनाने की परिकल्पना 15 अगस्त 2018 को हुई थी। इस विचार को वास्तविकता में बदलने के लिए एक टीम का गठन किया गया था। टीम का नेतृत्व एम राज शेखर, अश्विनी कुमार, एस.श्रीहरि राव, शीतल मेहर, एल सी गेडाम और गुरु लाल सिंह ने किया। आकाश और रामायण ने भी सहयोग दिया। इसकी प्लानिंग एवं डिजाइन एम. राजशेखर द्वारा किया गया।
इन रेल कर्मियों ने अपनी सौंपी गई ड्यूटी से कुछ समय बचत कर कड़ी मेहनत की। विचार की अवधारणा के समय से मॉडल को अपने अंतिम रूप में लाने में लगभग 2 वर्ष और छह महीने लग गए। 40162 पहला डब्लूडीपी4डी (WDP4D) लोकोमोटिव था। पूरी तरह से स्क्रैप से बना यह मॉडल रायपुर लोकोमोटिव शेड और उसके कर्मियों को डीजल लोको शेड के 27वें स्थापना दिवस पर डब्लूडीएम2 (WDM2) से डब्लूएजी7 (WAG7) तक की यात्रा का जश्न मनाते हुए समर्पित किया। ”महानदी” डब्लूडीपी4डी लोकोमोटिव का मॉडल एचएचपी लोको शेड के मुख्य द्वार पर स्थापित किया गया है। मंडल रेल प्रबंधक श्याम सुंदर गुप्ता ने इस मॉडल को बनाने वाली टीम की सराहना की। ”महानदी” डब्लूडीपी4डी लोकोमोटिव का मॉडल के अनावरण का श्रेय श्री एम.राजशेखर को दिया। इस मौके पर मंडल रेल प्रबंधक श्याम सुंदर गुप्ता व अपर मंडल रेल प्रबंधक (इंफ्रा) डॉ दर्शनीता बी अहलूवालिया, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर डी. डी. सतपथी व संबंधित रेल कर्मचारी भी वहां मौजूद थे।