भिलाई। 30 जनवरी : पल्स पोलियो अभियान भारत सरकार की महत्वकांक्षी अभियान है। इसके तहत 1 से 5 वर्ष के बच्चों को पोलियो की खुराक दी जाती है। यह खुराक बच्चों के लिए अनिवार्य है। 31 जनवरी दिन रविवार को देशभर में पल्स पोलियो अभियान है और इसके तहत अपने बच्चों को अनिवार्य रूप से पोलियो की खुराक पिलाना चाहिए। यह कहना है शहर के नामी चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर राजकुमार अग्रवाल का।
डॉक्टर राजकुमार अग्रवाल ने शनिवार को प्रेस वार्ता वार्ता के माध्यम से पल्स पोलियो अभियान के प्रति लोगों को जागरूक करने कई बातें साझा की। डॉ राजकुमार अग्रवाल पिछले कई वर्षों से पल्स पोलियो के क्षेत्र में रिसर्च कर रहे हैं और यह खुराक बच्चों को नहीं देने से किस प्रकार के विपरीत परिणाम आ सकते हैं इसकी विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
डॉ अग्रवाल ने बताया कि भारत सरकार ने देश में पोलियो को जड़ से मिटाने के लिए यह अभियान शुरू किया था। वर्तमान में देश से पोलियो पूरी तरह समाप्त हो गया है, लेकिन अब भी बच्चों को इस की खुराक देना अत्यंत आवश्यक है। अक्सर देखा गया है जागरूकता की कमी के कारण पल्स पोलियो अभियान के दौरान कई माता-पिता अपने बच्चों को पोलियो की खुराक नहीं पिलाते। इसके कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। पोलियो की खुराक इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इससे बच्चों में विकलांगता की आशंका पूरी तरह समाप्त हो जाती है। डॉ अग्रवाल ने बताया यदि पोलियो की खुराक नहीं देने पर कई प्रकार की परेशानियां बच्चों में होती हैं।
डॉ अग्रवाल ने इस संबंध में प्रोजेक्टर के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारी दी। डॉ अग्रवाल ने कहा कि 31 जनवरी को रविवार को पल्स पोलियो अभियान है इसके तहत सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। सेक्टर 10 जोनल मार्केट शॉप नंबर 158 में संचालित चाइल्ड क्लिनिक में भी सुबह 9:00 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। यदि कोई पालक इस दौरान अपने बच्चे को पोलियो की दवा नहीं दे पाता है तो वह क्लीनिक में सप्ताह भर के भीतर कभी भी आकर पोलियो की खुराक नि:शुल्क ले सकता है। डॉ अग्रवाल ने कहा है कि 1 से 5 वर्ष के बच्चों को उनके पालक अनिवार्य रूप से पोलियो की खुराक पिलाएं।