दुर्ग। 20 सितंबर : शहर में आज से फिर जिला प्रशासन के आदेश अनुसार लॉक डाउन लगाया गया, किंतु जिलाधीश ने तर्क दिया कि महापौर सहित अन्य जनप्रतिनिधि व कुछ व्यवपारी संगठन के सलाह पर हम शहर को लॉक डाउन करने जा रहे हैं। ऐसे में मोदी आर्मी संगठन का मानना है कि दुर्ग शहर के महापौर स्वयं अस्वस्थ्य हैं जिन्हें फ़ूल भेंट कर हम उनके उत्तम स्वस्थ की कामना करते हैं, वरना वो ना ही उदासीन होते ना ही ऐसी सलाह जिलाधीश को देते। ज्ञात हो कि जिला प्रशासन दो सप्ताह के लिए पूर्व में भी लॉक डाउन घोषित कर चुका है। प्रदेश अध्यक्ष वरुण जोशी ने कहा शहर खुलने के बाद से महापौर का मुख्य काम था शहर के इन्दिरा मार्केट सहित मुख्य बाजारों व वार्डो को दिनचर्या आरम्भ होने से पूर्व और बाज़ार बन्द होने के बाद सेनेटाइज करवाते, मगर यह उनसे नहीं हुआ, शहर में बने सामाजिक भवनों को कोविड सेंटर बनाने के लिए सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों से चर्चा करते यह भी उनसे नहीं हुआ। अपनी सरकार से ही चर्चा कर शराब दुकानों को संचालन नहीं करने की मांग करते यह भी उनसे नहीं हुआ, यद्यपि सरकार नहीं सुनती तो जिला प्रशासन से अनुरोध करके शराब दुकानों में मास्क और सेनेटाइज अनिवार्य करवाते मगर यह भी उनसे नहीं हुआ, मगर बिना सोचे समझे उन्होंने लॉक डाउन की मांग प्रशासन से कर दी। एक परिवार का सदस्य मार्केट के दुकानों और उद्योगों में कार्य करने जाता है तो उसे मुश्किल से उतना ही वेतन मिलता है जिससे उसका घर चल सके, अब लॉक डाउन लगने से क्या उन्हें उनका वेतन मिलेगा, क्या इस लॉक डाउन से कोरोना पर हम अंकुश लगा पाएंगे, जबसे यह आदेश लागू करने की घोषणा की गई बाजारों में दुगनी भीड़ लग गई, लोगों में इस बात की भी शंका रही की दस दिनों का लॉक डाउन कहीं लंबा न हो, इसलिए शहर के हर निवासियों ने अधिक राशन लेने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को आवश्यक नहीं समझा और प्रशासन भी बाजार में मंहगे दामों पर मिल रहे वस्तुओं पर नियंत्रण नहीं कर सका। आज छोटे व्यापारी और शहर वासी तो घर में बैठ गए मगर जब यह लॉक डाउन हटेगा तो क्या शराब दुकानों में होने वाली भीड़ पर अंकुश लगेगा शायद नहीं। हम कोरोना से लड़ने के लिए न ही सही नियत ला पाए और न ही कोई नीति बना पाए। जबकि केंद्र सरकार के गाइड लाइन के अनुसार सिर्फ हमें कंटेंटमेंट जॉन ही घोषित करना था। मगर शहर के विभिन्न वार्डो में पीड़ित मिलते गए और कोई भी वार्ड कंटेंटमेट में तब्दील नहीं किया गया। इसलिए हमें लगता है शहर के प्रथम नागरिक ही अस्वस्थ हैं तो शहर कैसे स्वस्थ होगा। इस दौरान मोदी आर्मी के वरुण जोशी, मितेश पटेल, शुभम यादव, दुर्गेश रामटेके, धीरज, यज्ञकांत यादव उपस्थित रहे!