भिलाई। 17 सितंबर : नगर निगम भिलाई में दो स्थानों पर नए एसएलआरएम (जीरो वेस्ट) सेंटर बनने जा रहा है। जहां घरों से प्रतिदिन एकत्र होने वाले कचरे से सोनहा खाद बनाया जाएगा। खाद बनाने का काम यहां सालभर चलेगा। इससे निगम को दो फायदे होंगे। पहला यह कि इससे घरों से कचरा एकत्र करने में देरी नहीं होगी और परिवहन आसान होगा। एसएलआरएम सेंटर वार्ड से नजदीक होने पर घरों से सुबह कचरा जल्दी एकत्र हो जाएगा। स्वच्छता मित्रों को लंबी दूरी तक रिक्शा में कचरा ढोने से होने वाली परेशानियों से राहत मिलेगी। निगम प्रशासन ने 21.50,-21.50 लाख रुपए की लागत से दो स्थानों पर एसएलआरएम सेंटर बनाने का निर्णय लिया है। प्रस्ताव के मुताबिक जोन-1 अंतर्गत वार्ड-1 खम्हरिया और वार्ड-3 नेहरू नगर पश्चिम में सातवीं बटालियन के सामने शेड का निर्माण भी शुरू हो गया है। निगम ने 77 एमएलडी फिल्टर प्लांट के आगे व सातवीं बटालियन के सामने प्रस्तावित एसएलआरएम सेंटर का शेड निर्माण के लिए आरआर साहू एजेंसी को अधिकृत किया है। एजेंसी ने अब तक एसएलआरएम सेंटर का 60 फीसद निर्माण कर लिया है। बहुत जल्द यहां खाद बनाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। वार्ड-1 खम्हरिया मुक्तिधाम के समीप प्रस्तावित एसएलआरएम सेंटर के शेड निर्माण के लिए मेसर्स भारत इलेक्ट्रिक्लस कॉम्प्लेक्स भिलाई को अधिकृत किया गया है। एजेंसी को 120 दिन में इस कार्य को पूर्ण करने कहा गया है। अब तक एजेंसी ने प्रस्तावित कार्य का 30 फीसद निर्माण कर लिया है। नींव का काम चल रहा है।
जैविक खाद की बिक्री से बढ़ेगी निगम का आय
निगम क्षेत्र में सफाई को लेकर नित नए प्रयोग हो रहे हैं। निगम जीरो वेस्ट पर ज्यादा फोकस कर रही है। ताकि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट अधिनिधियम के मुताबिक सूखा और गीला कचरे का बेहतर तरीके से निपटान किया जा सके! एसएलआरएम सेंटर में घरों से एकत्र की गई कूढ़ा-करकट में से गीला कचरे से सोनहा जैविक खाद तैयार किया जाता है और सूखा कचरे को प्रसंस्करण के लिए उद्योगों में विक्रय किया जाता है। इस तरह कचरे के बेहतर प्रसंस्करण से लोगों को रोजगार मिल रहा है। वहीं जैविक खाद की बिक्री निगम प्रशासन के लिए आय का स्रोत साबित हो रहा है। पिछले वित्तीय वर्ष में निगम ने सोनहा खाद बेचकर काफी अधिक राजस्व भी जुटाया है। इन्ही बातों को ध्यान में रखकर महापौर व भिलाई नगर विधायक श्री देवेन्द्र यादव की परिषद ने दो स्थानों पर और एसएलआर सेंटर बनाने का निर्णय लिया है। परिषद के निर्णय के अनुसार आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी के निर्देश पर अधिकारियों ने निविदा की प्रक्रिया पूरी कर वर्क आर्डर भी जारी कर दिया है और वर्तमान में कार्य प्रगति पर है। इससे पहले भिलाई निगम क्षेत्र में छह एसएलआरएम सेंटर है, जहां घरों से निकलने वाले गीला कचरे से सोनहा खाद बनाया जाता है। खम्हरिया और नेहरू नगर में कचरा पृथकीकरण निर्माण होने के बाद एसएलआरएम सेंटर की संख्या की आठ हो जाएंगी।