भिलाई। दि बुद्धिष्ट सोसायटी आॅफ इंडिया शाखा भिलाई द्वारा आयोजित त्रैमासिक वर्षावास समारोह का शुभारंभ बुद्ध विहार सेक्टर 6 भिलाई मे भंते जीवक के पावन सान्निध्य व मार्गदर्शन मे धम्ममय वातावरण मे सोशल फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए संपन्न हुआ। समारोह के प्रारंभ मे सर्वप्रथम पूज्य भदंत डा. जीवक द्वारा तथागत गौतम बुद्ध की प्रतिमा एवम डा. बाबा साहेब आम्बेडकर के छायाचित्र पर पुष्प अर्पण कर दीप प्रज्वलित किया गया। भंते द्वारा उपस्थित बौद्ध उपासक उपासिकाओ को त्रिशरण पंचशील ग्रहण कराई गई तत्पश्चात परित्राण पाठ का वाचन कर वर्षावास की अधिष्ठान विधि संपन्न की गई। अपने धम्म प्रवचन मे भंते जीवक ने कहा कि बुद्ध के संदेश सदैव मानव कल्याण और विश्व शांति का मार्ग प्रदर्शित करते है, आवश्यकता मनुष्य के इस मार्ग पर चलने की है। उन्होने यह भी कहा कि कोरोना काल ने मानव को कम संसाधन मे बेहतर जीवन जीने की कला सिखाई है, हमे बहुत ज्यादा भौतिकता के पीछे नही भागना चाहिए, बुद्ध के सिद्धांतो का पालन करे तो विश्व निरोगी व सुखी हो सकता है। समारोह की अध्यक्षता कर रहे संस्था के प्रदेश अध्यक्ष अनिल मेश्राम ने कहा कि डा. बाबा साहेब आम्बेडकर ने बौद्ध धर्म अपना कर भारत की रक्षा की, उन्होंने बुद्ध के सिद्धांतो को भारतीय संविधान मे भी समाहित किया है यही वजह है कि आज भी भारतीय संविधान विश्व मे सबसे सर्वोत्तम है। दि बुद्धिष्ट सोसायटी आॅफ इंडिया की महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष भारती खांडेकर ने अपने संबोधन मे कहा कि सुजाता और आम्रपाली भगवान बुद्ध के जीवन मे एक प्रेरक शक्ति और संदेश बनकर आये थे, हम समाज की महिलाऐ बौद्ध धम्म के धम्मयान को राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीया मीराताई आम्बेडकर के नेतृत्व मे छत्तीसगढ सहित संपूर्ण भारत मे प्रचारित -प्रसारित करने का कार्य करेंगे। समारोह के दौरान खीर व फल वितरण किया गया तथा पूज्य भंते को दान दिया गया। समारोह को महिला विंग की जयश्री बौद्ध, लीना वैदय, सीमा शेंडे, किरण शयामकुंवर, नीतू डोंगरे, वर्षा बागड़े, निर्मला गजभिये , भिलाई शाखा के सुधेश रामटेके, नरेंद्र शेंडे, खरेन्द्र मेश्राम, अरूण शयामकुंवर, आदि ने संबोधित करते हुए तथागत गौतम बुद्ध को विश्व कल्याण का प्रणेता बताया। कार्यक्रम मे वत्सला भौते, अल्का तभाने, ठानेन्द्र कामड़े, बिशेसर गजभिये, केके चौहान, युवराज गजभिये, विनय पानतवने, बृजलाल गजभिये, राहुल चौरे, समर्थ बौद्ध, कविता चौरे, सत्यम गजभिये, ऊषा मेश्राम, सुजाता चौहान, विजय वर्धन चौरे सहित अन्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सुधेश रामटेके महासचिव ने और आभार प्रदर्शन नरेंद्र शेंडे कोषाध्यक्ष ने किया।