भिलाई। 22 नवम्बर, 2025, (सीजी संदेश) : नगर पालिका निगम भिलाई के मेयर इन कॉन्सिल के प्रभारी सदस्य एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमिटी के महामंत्री सीजू एन्थोनी ने चिता प्रकट करते हुए कहा है कि, भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन द्वारा एक एक कर विभागों को निजीकरण की ओर बढ़ाया जाने वाला हर कदम भिलाई वासियो के मौलिक अधिकारों के हनन की ओर कदम बढ़ा रहा है, क्योंकि प्रबंधन पूर्व मे ऑक्सीजन प्लांट, पावर प्लांट जैसे प्रमुख इकाईयों को अन्य हाथो मे सौपकर निजीकरण की शुरुवात कर दी थी, स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा समय समय पर विरोध तो किया गया परन्तु कही ना कही समर्पण एवं वैचारिक एकजुटता की कमी के कारण सेल प्रबंधन अपने मकसद मे कामयाब हो गया, इन्ही क्रम को आगे बढ़ाते हुए कई विभागो मे नियमित भर्तीयो को बंद कर ठेका पद्धति से मानव संसाधनों की कमी को पूरा किया जाने लगा यह सर्व विदित है कि ठेका पद्धति मे सभी सबंधित पक्ष धन लाभ को प्राथमिकता देते है, इस वजह से सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम निजीकरण की राह पर चल पड़ रहे है इसी क्रम मे चिकित्सा सेवा जैसे अति महत्वपूर्ण विभाग को निजी हाथो मे सौंपने की तैयारी की जा रही है जिसके दुषपरिणाम ज्यादा होंगे, निजी क्षेत्र सेवा भावना के अभाव से ही ज्यादातर कार्य करते है, चिकित्सा क्षेत्र मे निजीकरण का सीधा मतलब स्वास्थ्य सेवा का व्यवसायिकरण है जो भिलाई वासियो को कतई स्वीकार नहीं है. टाउनशिप के आवासो मे रह रहे पूर्व बी एस पी कर्मी चाहे वह लीज, लाइसेन्स, रिटेंशन, किसी भी पद्धति से रह रहे हो बी एस पी प्रबंधन द्वारा बिना किसी भी समूह जिसमे ट्रेड यूनियन, बी एस पी कांट्रेक्टरस एंड वेलफेयर सोसायटी, बी एस पी अधिकारी संघ, भूतपूर्व अधिकारी संघ, श्रमिक यूनियन, लीज संघर्ष समिति, राजनैतिक दल आदि जैसे संगठनों से ना तो कोई चर्चा की जाती है ना तो इनके अस्तित्व को माना जाता है केवल जंगल राज की तरह वतानुकूलित कमरों मे अपने दिल्ली वाले आकाओ के मनमाफीक और दिल्ली प्रसन्न करने की रण नीति के तहत फैसले लिए जाते जैसे अब रिटेंशन किराया 32 गुणा, 26 गुणा आदि आदि। अगले सत्र से स्कूल बंद, चिकित्सालय निजी कंपनी को, टाउनशिप को अधिग्रहित करने फला फला कम्पनी भिलाई मे आई है।
सीजू एन्थोनी ने बी एस पी प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा है कि प्रबंधन अपने दिल्ली बैठे आकाओ को स्पष्ट रूप से बता दे ज़ब तक भिलाई वासियो के रगो मे हमारे पुरखो का लहू बह रहा है तब तक भिलाई के अस्तित्व की लड़ाई लड़ते रहेंगे। ज्ञातव्य हो कि 27000 ठेका श्रमिकों के परिवार को भी बी एस पी की मूलभूत सुविधाएं शिक्षा एवं स्वास्थ्य , समान वेतन प्रदान की जाय क्योंकि यही ठेका श्रमिक नियमित कर्मचारयो के विकल्प के तौर पर कार्य कर रहे है, दिल्ली वाले यह जान ले कि भिलाई इस्पात संयंत्र जिसे हमारे पुरखो ने अपने खून- पसीने से बनाया है उसकी रक्षा समस्त भिलाई वासी करेंगे, और भिलाई की पहचान मिटने नहीं देंगे।



