भिलाई 13 अक्टूबर 2025। वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, ब्याज दरों में संभावित कटौती और त्योहारी मांग के बीच आज सोना और चांदी के भावों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। रायपुर सहित पूरे प्रदेश के सराफा बाजारों में आज निवेशकों और उपभोक्ताओं की हलचल तेज़ रही। हालांकि, कीमतों के इस असामान्य उछाल ने परंपरागत सराफा कारोबारियों के माथे पर चिंता की लकीरें भी खींच दी हैं। वैश्विक परिप्रेक्ष्य: सोने में सुरक्षित निवेश की वापसी अमेरिका-चीन तनाव, मध्य पूर्व में जारी भू-राजनीतिक तनाव और फेडरल रिज़र्व की संभावित ब्याज दर कटौती की अटकलों ने निवेशकों को फिर से सेफ-हेवन यानी सुरक्षित निवेश की ओर मोड़ दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि इन कारकों के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने-चांदी की मांग बढ़ी है, जिसका सीधा असर भारतीय बाजारों में भी देखने को मिल रहा वरिष्ठ विश्लेषक ने बताया की,
₹12,75,00 प्रति 10 ग्राम से ऊपर सोने का ब्रेकआउट एक मजबूत तेजी का संकेत है, लेकिन निवेशकों को इस स्तर पर खरीदारी करते समय सतर्क रहना चाहिए। मौजूदा परिस्थितियों में मुनाफावसूली की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।रायपुर स्पॉट मार्केट में तकनीकी स्तर…
धातु सपोर्ट स्तर रेज़िस्टेंस स्तर
सोना (₹/10 ग्राम) ₹12,00,00 – ₹11,50,00 ₹12,75,00 – ₹13,15,00
चांदी (₹/किलो) ₹1,43,000 – ₹1,37,000 ₹1,58,000 – ₹1,62,000
स्थानीय सराफा बाजार में त्योहारी मांग से खरीदारी में सुधार तो हुआ है, लेकिन कई परंपरागत व्यापारियों का कहना है कि बड़ी कंपनियों के डिजिटल और थोक व्यापारिक प्रभाव से उनके कारोबार पर दबाव बढ़ा है।
स्थानीय सराफा व्यापार पर संकट
सराफा एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष
कमल सोनी ने कहा कल विश्व मानक दिवस पर आमंत्रित सराफा एसोसिएशन के लिए ये सुनहरा मौका है ।जब भारतीय मानक ब्यूरो व मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की एक साथ उपस्तिथि में मंच पर छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन को अपने विचार रखने का स्वर्णिम अवसर मिल रहा।निश्चित हमारे व्यापार की पूरी बात रखने पर हमें पूर्ण आशा है कि हमे व्यापारिक लाभ मिलेगा।
सराफा एसोसिएश छत्तीसगढ़ के पारंपरिक सराफा व्यापारियों के लिए यह तेजी मुनाफे से ज्यादा चिंता का विषय बन गया है। बड़ी कॉर्पोरेट कंपनियों के ऑनलाइन और बड़े पैमाने पर अनर्गल और निराधार झूठे प्रलोभन देकर आमजन को भ्रमित कर सराफा व्यापार में दखल देने से छोटे और पुश्तैनी व्यापारियों के अस्तित्व को चुनौती दी है।इसी संदर्भ में छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कमल सोनी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल कल, 14 अक्टूबर को विश्व मानक दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात करेगा।एसोसिएशन के प्रवक्ता ने बताया हम चाहते हैं कि राज्य सरकार पारंपरिक सराफा व्यापार को सुरक्षा और संरक्षण प्रदान करे। बड़ी कंपनियों के अनुचित वर्चस्व और असमान प्रतिस्पर्धा से स्थानीय व्यापारियों की आजीविका पर असर पड़ रहा है।मुख्यमंत्री से मुलाकात में उठेंगे ये प्रमुख मुद्दे।
पारंपरिक सराफा व्यापार को संरक्षण नीति में शामिल करने की मांग।राज्य में स्वर्ण आभूषण व्यापार के लिए एक स्वतंत्र नीति का गठन।ऑनलाइन प्लेटफॉर्म द्वारा मूल्य हेराफेरी और अनुचित प्रतिस्पर्धा की रोकथाम प्रदेश के छोटे व्यापारियों के लिए ब्याजमुक्त ऋण सुविधाअंतिम विश्लेषण: तेजी के बीच सावधानी का समय जहां एक ओर वैश्विक स्तर पर सोना-चांदी की कीमतों में तेजी निवेशकों के लिए अवसर के संकेत दे रही है, वहीं स्थानीय स्तर पर यह छोटे व्यापारियों के लिए संघर्ष का दौर साबित हो रही है।
छत्तीसगढ़ जैसे पारंपरिक बाजारों में जब सोने की चमक बढ़ती है, तो उसके साथ स्थानीय चिंता भी बढ़ जाती है।कल 14 सितंबर को मुख्यमंत्री से होने वाली मुलाकात इस बात को तय करेगी कि प्रदेश सरकार इस परंपरागत उद्योग की रक्षा के लिए क्या कदम उठाती है।
वैश्विक आर्थिक उथल-पुथल के बीच,,,,, व्यापारियों में चिंता की लहर मुख्यमंत्री से मिलेगा सराफा एसोसिएशन का विशेष प्रतिनिधि मंडल

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