एसएसपी शशि मोहन सिंह ने क्राईम मीटिंग लेकर लंबित अपराध, शिकायत, मर्ग के निराकरण एवं अवैध गतिविधियों पर प्रभावी लगाम लगाने के दिये निर्देश, कहा दुर्गा पूजा पंडालों में सुरक्षा की दृष्टि से समिति के सदस्यों से सतत संपर्क बनाए रखें।
भिलाई। 22 सितम्बर, 2025, (सीजी संदेश) : वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह द्वारा 22 सितम्बर को पुलिस कार्यालय जशपुर में क्राईम मीटिंग का आयोजन किया गया, उक्त मीटिंग में जिले के समस्त राजपत्रित पुलिस अधिकारी एवं थाना/चौकी प्रभारी शामिल हुये। मीटिंग में पुलिस अधीक्षक द्वारा लंबित अपराध, मर्ग, शिकायत, गुम इंसान की थाना/चैकीवार बारीकी से समीक्षा कर थाना प्रभारी एवं संबंधित एस.डी.ओ.पी. को गंभीरतापूर्वक कार्य कर शीघ्र निराकरण हेतु निर्देशित किया गया। वर्ष 2025 एवं इसके पूर्व के सभी लंबित अपराधों को विशेष रूची लेकर निराकरण करने हेतु कहा गया। बैठक में पुलिस मुख्यालय, पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय एवं वरिष्ठ कार्यालयों से जारी परिपत्र एवं परवानों के निर्देशों के पालन प्रतिवेदन की समीक्षा की एवं जहाँ कंप्लायंस शेष है वहां अविलम्ब कंप्लायंस के निर्देश दिए। इन दिनों दुर्गा पूजा महोत्सव के अवसर पर जिलेभर में विभिन्न जगहों पर दुर्गा पंडालों का आयोजन किया जा रहा है। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र के दुर्गा पूजा समिति के पदाधिकारियों से लगातार संपर्क बनाए रखने और पंडालों में आने-जाने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की अपील की है। पंडालों के आसपास पार्किंग की उचित व्यवस्था समिति और पुलिस विभाग के सहयोग से की जाए, किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में पुलिस, स्वास्थ्य विभाग एवं समिति आपसी तालमेल से त्वरित कार्रवाई करें।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि फरार अपराधियों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाया जा रहा है, इसमें और गति लाया जा रहा है, वारंटियों, स्थायी वारंटियों और गंभीर प्रकरणों के आरोपियों की तलाश कर उन्हें गिरफ्तार करने की कार्रवाई प्राथमिकता से की जाएगी। इसके लिए थाना स्तर पर टीमें गठित की गई हैं और तकनीकी साधनों के साथ-साथ पारंपरिक तरीके से भी तलाश की जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा अधिकारियों को सूचना तंत्र को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अपराधों की रोकथाम, फरार आरोपियों की धरपकड़, नशे के अवैध कारोबार पर नियंत्रण तथा समाज विरोधी तत्वों पर निगरानी के लिए मजबूत सूचना तंत्र अत्यंत आवश्यक है। पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को अपने-अपने क्षेत्र में मुखबिर तंत्र को सक्रिय करने, तकनीकी निगरानी साधनों का उपयोग बढ़ाने तथा स्थानीय जनता से संवाद स्थापित कर जानकारी एकत्रित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही प्राप्त सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई करने और संबंधित थानों में दर्ज प्रकरणों की सतत माॅनीटरिंग करने पर जोर दिया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सूचना तंत्र की मजबूती से अपराधियों पर शीघ्र कार्रवाई संभव होगी और जिले में शांति एवं कानून-व्यवस्था बनाए रखने में आसानी होगी। उन्होंने अधिकारियों को चेताया कि सूचना मिलने के बाद लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और हर सूचना पर परिणाममुखी कार्रवाई अनिवार्य होगी।
एसएसपी ने बच्चों तक नशे की पहुँच रोकने और नशा उपलब्ध कराने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। थाना और चौकी प्रभारियों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिए कि डेंट्राईट, सुलेशन, टेबलेट, सिरप और अन्य नशीले पदार्थ बच्चों तक पहुँचाने वाले दुकानदारों/व्यक्तियों के विरुद्ध कठोर वैधानिक कार्रवाई की जाए।
एसएसपी ने कहा कि बच्चों को नशा उपलब्ध कराना न केवल कानूनी अपराध है, बल्कि उनके मानसिक और शारीरिक विकास के लिए भी गंभीर खतरा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस तरह की गतिविधियों की निरंतर निगरानी की जाए और संदिग्ध दुकानों पर छापेमारी की की जाए। इसके साथ ही एसएसपी ने आम नागरिकों से भी सहयोग की अपील की है। यदि किसी को बच्चों को नशीला पदार्थ उपलब्ध कराने वाली दुकानों की सूचना मिलती है, तो वह तुरंत पुलिस को सूचित करें। पुलिस ने यह स्पष्ट किया कि सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी और कार्रवाई तुरंत की जाएगी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने महिला एवं बाल सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और ऐसे किसी भी अपराध में किसी भी प्रकार की देरी या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होनें सभी थाना और चैकी प्रभारियों को निर्देश दिए कि महिला और बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों की समय पर पहचान हो, मामले की त्वरित जांच की जाए और दोषियों के विरुद्ध कड़े वैधानिक कदम उठाए जाएँ। साथ ही, पीड़ितों को हर संभव सुरक्षा और मदद उपलब्ध कराई जाए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने रात्रि गश्त को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश जारी किए हैं, उन्होंने चोरी, लूट, मोटरसाइकिल इत्यादि चोरी और अन्य आपराधिक घटनाओं में कमी लाने के लिए रात्रि गश्त को प्रभावी बनाना आवश्यक है। गश्त के दौरान संवेदनशील क्षेत्रों एवं गलियों में विशेष निगरानी रखी जाए। गश्त के दौरान किसी भी संदिग्ध व्यक्ति, वाहन या गतिविधि की तुरंत पहचान कर त्वरित कार्यवाही की जाये एवं गश्त पार्टी को ब्रीफ कर रवाना किया जावे।
लंबित चरित्र सत्यापन, सायबर टीप लाईन, सायबर पोर्टल प्रकरण एवं अन्य वरिष्ठ कार्यालयों से प्राप्त षिकायतों का त्वरित निराकरण किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। मीटिंग में जिला पुलिस कार्यालय के समस्त शाखा के शाखा प्रभारी उपस्थित रहे, उनसे पेंडिंग की जानकारी लेकर त्वरित निराकरण करने हेतु निर्देशित किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि शिकायत के सम्बन्ध मे कोई भी व्यक्ति थाना/चौकी से निराश होकर न लौटे, सभी के साथ शालीनता एवं सौहार्दपूर्ण व्यवहार के साथ त्वरित कार्यवाही करें एवं सभी की शिकायतों पर निष्पक्ष जांच हो, साथ ही विभिन्न घटित अपराधों में प्राथमिकता के आधार पर निराकरण किया जाए, निगरानी बदमाश/गुंडा बदमाश की थाना मे लगातार बुलाकर और उसके निवास पर जाकर नियमित चेकिंग करते रहें। पैदल मार्च, कांबिंग गस्त और शाम को प्रभारी स्वयं क्षेत्र मे विजिबल पुलिसिंग के लिए निकले। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने यह भी निर्देश दिया कि शिकायतकर्ता की थाना में उचित सुनवाई हो जिससे कि उन्हें वरिष्ठ कार्यालय आकर शिकायत करने की आवश्यकता न पड़े।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जशपुर अनिल कुमार सोनी, एसडीओपी जशपुर चंद्रशेखर परमा, एसडीओपी कुनकुरी विनोद कुमार मंडावी, एस.डी.ओ.पी. बगीचा दिलीप कोसले, एस.डी.ओ.पी. पत्थलगांव ध्रुवेश कुमार जायसवाल, श्रीमती मंजूलता बाज उप पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक सुरक्षा विजय सिंह राजपूत, उप पुलिस अधीक्षक भावेश समरथ, रक्षित निरीक्षक अमरजीत खूंटे एवं समस्त थाना/चौकी प्रभारी एवं कार्यालयीन शाखा प्रभारी उपस्थित रहे।