भिलाई। 25 अगस्त, 2025, (सीजी संदेश) : छत्तीसगढ़ की बहन बेटीयों के लिए मायके का मान सम्मान अगर कोई त्यौहार है वो है “तीजा’। उम्र चाहे 18 साल की हो या 88की जब मायके में पिता, भाई भतीज है उन्हें तीजा लेने के लिए जरूर आते हैं। तीजा लेनें का सिलसिला यूं पोला के पहले शुरू हो जाता हैं, लेकिन करूं भात के दिन यानी तीजा के एक दिन पहले बहन बेटी मायके पहुंच ही जातीं हैं पर ऐसी कई सुहागीने भी है जिन्हें तीजा लेने कोई नहीं आता, क्योंकि न तो उनका मायका है और न कोई मायके सा प्यार देने वाला परिवार। ऐसी बहनों के लिये शान्ता शर्मा मायके का प्यार लुटाती हैं उन्होने तीजा का लुगरा उपहार में देकर यह अहसास कराती है कि वे भी मायके का लुगरा पहनकर अखण्ड सौहाग वती होने के लिये तीजा उपवास करती हैं पिछले दस साल से वे हर वर्ष तीजा पर ग्यारह महिलाओं को भेंट देती है। इस वर्ष रूपाली महतारी गुड़ी बहुउद्देशीय संस्था भिलाई एवं बी एम वाय उरला गांव में तीजा के व्रत को उत्सव की तरह फुगड़ी, मटका फोड़, बीलस, गोटा, अटकन भटकन, छुवा छाई अन्य खेल के साथ स्नेह पूर्वक तीजा उत्सव की भेंट लुगरा ( साड़ी) सौलह सिंगार, चावल, दाल, करेला टमाटर, केला भेंट किये है। भेंट संस्था संरक्षक भागवत आचार्य ओम प्रकाश उपाध्याय सरदा बैमेतरा, सोहनलाल साहु, डुमेश्वर साहु, अर्चन जैन विशेष अतिथि, निशा साहु लिगल ऐडवाइजर, गंगोत्री, साहू खीलेश्वरी साहु, समुह अध्यक्ष नन्दनी साहु, संस्था अध्यक्ष शान्ता शर्मा , कोषाध्यक्ष शारदा शर्मा उपस्थित रहे।साथ हि समस्त छत्तीसगढ़ वासी बहनों को अखण्ड सौभाग्य वाणी पर्व तीजा की हार्दिक शुभकामनाएं दी।