दुर्ग 20 अगस्त 2025। दुर्ग जिले को 20 महीने बाद फिर कैबिनेट मंत्री मिल गया है अब विकास के नाम पर जिला अछूता नहीं रहेगा। दुर्ग जिला हमेशा से ही राजनीति वर्चस्व रखा है । दल कोई भी हो लेकिन मंत्री बनने की परंपरा मध्य प्रदेश के जमाने से है तथा जिले का दबदबा हमेशा रहा है। आज फिर दुर्ग के लाल गजेंद्र आरएसएस के प्रांत संघ चालक रहे बिसरा राम यादव और कौशल्या बाई यादव के सुपुत्र को राज् भवन में राज्यपाल के द्वारा पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।
राज भवन में शपथ के बाद बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय लेकर विधायक और कार्यकर्ताओंन बधाई दी है। श्री यादव की प्रारंभिक शिक्षा मारवाड़ी विद्यालय दुर्ग और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा शासकीय स्कूल दुर्ग से प्राप्त की। स्नातकोत्तर (एमए राजनीति शास्त्र) की डिग्री साइंस कॉलेज दुर्ग से ली। फिटर ट्रेड में आईटीआई प्रशिक्षित गजेंद्र पेशे से आज भी किसान हैं। छात्र जीवन में ही राजनीति से जुड़ते हुए उन्होंने 1996 में साइंस कॉलेज दुर्ग में पढ़ाई के दौरान पूर्व सांसद ताराचंद साहू के चुनाव अभियान में सक्रिय भूमिका निभाई। मात्र 21 वर्ष की आयु में 1999 के दुर्ग नगर निगम चुनाव में पांच बार के पार्षद और पूर्व उपमहापौर खेमलाल सिन्हा को हराकर वे पार्षद बने। इससे उन्हें अविभाजित मध्यप्रदेश का सबसे कम उम्र का पार्षद होने का गौरव मिला। 2005 में राज्य सरकार बनने के बाद तत्कालीन शिक्षामंत्री मेघाराम साहू ने उन्हें स्काऊट-गाइड का राज्य सचिव नियुक्त किया। 2009 में वे भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश सचिव बने। इसके बाद 2015 में राज्य मुख्य आयुक्त, स्काऊट-गाइड बनाए गए। बाद में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने उन्हें भाजपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ का प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त किया। अब वह पहली बार कैबिनेट मंत्री बन गए हैं। जनता ने मुझे चुना है जनता की सेवा करूंगा।यह जीवन जनता के लिए समर्पित है। कैबिनेमंत्री गजेंद्रयादव