दुर्ग । संचनालय आयुष विभाग छत्तीसगढ़ रायपुर के निर्देशानुसार राष्ट्रीय आयुष स्वास्थ्य मिशन योजना अंतर्गत जन सामान्य को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के दृष्टिकोण से शुक्रवार को जिला स्तरीय स्वास्थ्य मेला का आयोजन गुजराती धर्मशाला दुर्ग में किया गया। यह शिविर का 11 वर्ष है।जिला आयुर्वेद अधिकारी दुर्ग डॉक्टर एचएल पटेल के मार्गदर्शन एवं डॉ अमित कुमार द्विवेदी जिला शिविर प्रभारी के सहयोग से आयोजित जिला स्तरीय निशुल्क आयुष स्वास्थ्य मेला के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि अरुण वोरा, अध्यक्षता धीरज बाकलीवाल जी महापौर दुर्ग श्रीमती प्रतिमा चंद्राकर विशेष अतिथि नारायण भाई राठौड़, मोहम्मद अब्दुल गनी, पार्षद उपस्थित रहे। धीरज बाकलीवाल जीने इस आयोजन की प्रशंसा की एवं उनके द्वारा इस प्रकार के आयोजन हेतु निस्वार्थ भावना से निशुल्क भवन उपलब्ध कराकर पूर्ण सहयोग प्रदान करने की बात कही श्रीमती प्रतिमा चंद्राकर ने आयुर्वेद औषधियों के द्वारा निरोग रहने औषधियों से होने वाले लाभ तथा आयुर्वेद एवं होम्योपैथी चिकित्सा से होने वाले दीर्घकालीन स्वास्थ्य लाभ की महत्व पर प्रकाश डाला । प्रातः 10:00 बजे से सायं 4:00 बजे तक आयोजित आयुष स्वास्थ्य मेला में आयुर्वेद एवं होम्योपैथी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध रहे इस स्वास्थ्य मेले में विभिन्न प्रकार के रोगों जैसे सर्दी बुखार कमजोरी चर्म रोग खासी उच्च रक्तचाप मधुमेह रक्ताल्पता हर्ष महिला एवं बच्चों के रोगों का उपचार किया गया एवं निशुल्क औषधियां वितरित की गई तथा कोविड-19 से बचाव एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष क्वाथ पिलाया गया तथा होम्योपैथिक औषधि आर्सेनिक एल्बम 30 का निशुल्क वितरण किया गया शिविर में होम्योपैथिक182 रोगी तथा आयुर्वेद738 के इस प्रकार कुल920 रोगियों को स्वास्थ्य लाभ लेकर औषधियां प्राप्त की एवं आयुर्वेद के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।स्वास्थ्य मेला प्रभारी डॉ अमित द्विवेदी सहित आयुर्वेद चिकित्सक डॉक्टर एन डीवर्मा डॉ जया साहू डॉक्टर पार्वती कुर्रे डॉ नम्रता यादव डॉक्टर अर्पिता शर्मा डॉक्टर अंबिका ठाकुर डॉक्टर डोमन लाल चतुर्वेदी सुकांत भूनिया होम्योपैथिक चिकित्सा डॉ मोनिका चावला डॉ शिवानी सिंह चंद्राकर फार्मासिस्ट सौरभ पांडे गजानन सिन्हा मनीराम सिन्हा मंजू बाला राम श्री खिलेश देशमुख कुसुमलता चौबे शत्रुघ्न पारकर औषधालय सेवक प्रकाश सिंह ज्ञान देवी पैकरा सचिन शर्मा भिलेंद्र वर्मा धनेश्वर वर्मा जय कोठारी तोरण ठाकुर एवं कार्यालय के समस्त स्टाफ ने अपनी सेवाएं दी।