भिलाई। 03 जुलाई, 2025, (सीजी संदेश) : सी०एस०सी० ओलंपियाड 5,0 (2024-2025) का पांचवां संस्कनण पूरे भारत में कक्षा 3 से 12वी के छात्रों के लिए आयोजित की जाती है। इसी के अन्तर्गत स्वमी आत्मानंद शासकीय जनता अंगेजी माध्यम विद्यालय, भिलाई-3 के विद्यार्थी यों ने इस परिक्षा मे भाग लिया। उत्तीर्ण हुए सभी छात्रों को स्कूल की प्रिसिपल श्रीमती मीरा अनिल कुमार एवं सी०एस०सी, दुर्ग जिला का डी०एम अवदेश कुमार द्वारा छत्रों को प्रमाणपत्र देकर बधाई एवं शुभकामनाएँ दौ। साथ में श्रीमती सूर्या हनीश (प्रधान पाठक पूर्व ममाध्यमिक) एवं सी.एस.सी. वी.एल.ई पी०बाबू राव जी को भी आभार प्रकट किया जो ओलंपियाड परीक्षा की ऑनलाइन पंजीकरण फॉर्म भरकर छात्रों का परीक्षा दिलवा ने के लिए अपना सहयोग दिया।छात्रों को संबोधित करते हुए प्रिसिपल ने काहा कि ओलंपियाड परीक्षा में सफलता एक छात्र के आत्मविश्वास को काफी बढ़ा सकती है, जिससे छात्रों में प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित होती है। पुरस्कारों, प्रमाणपत्रों और छात्रवृत्तियों के माध्यम से मान्यता उनकी कडी मेहनत और प्रतिभा को प्रमाणित करती है। यह स्वीकृति छात्रों को उच्च लक्ष्य रखने और नई चुनौतियों का सामना करने, सीखने और व्यक्तिगत विकास के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए प्रात्साहित करती है।
छात्रों को सी.एस.सी. ओलं पयाड 5.0 (2024-2025) का प्रमाणपत्र प्राप्त हुआ।
सी.एस.सी. ओलं पयाड 5.0 (2024-2025) का पांचवां संस्करण सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के 280,000 से अधक छात्रों के 15 वषयों में पंजीकरण हुआ, जो शहरी और ग्रामीण भारत के बीच शैक्षक अंतर को पाटने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। पंजीकृत छात्रों में से 113,576 छात्रों ने अभ्यास परीक्षाओं में भाग लया और 100,000 से अधक ऑनलाइन परीक्षाएं आयोजित की गई।
इसी के अन्तर्गत Swami Aatmanand Govt. Janta English Medium Higher Secondary School Bajrang para, Bhilai-3 के विद्यार्थी यों ने इस परिक्षा में भाग लिया और पास हुए। उत्तीर्ण हुए सभी छात्रों को स्कूल की प्रिसिपल श्रीमती एवं सी०एस०सी, दुर्ग जिला का डी०एम अवदेश कुमार द्वारा छत्रों को प्रमाणपत्र देकर सभी छात्रों को बधाई एवं शुभकामनाऐं दी है। साथ में सी.एस.सी, वी.एल.ई पी०बाबू राव को भी आभार प्रकट किया जो ओलंपियाड परीक्षा की ऑनलाइन पंजीकरण फॉर्म भरकर छात्रों का परीक्षा दिलवा ने के लिए अपना सहयोग किया। छात्रों को संबोधित करते हुए प्रिसिपल ने काहा कि ओलंपियाड परीक्षा में सफलता एक छात्र के आत्मविश्वास को काफी बढ़ा सकती है। पुरस्कारों, प्रमाणपत्रों और छात्रवृत्तियों के माध्यम से मान्यता उनकी कडी मेहनत और प्रतिभा को प्रमाणित करती है। यह स्वीकृति छात्रों को उच्च लक्ष्य रखने और नई चुनौतियों का सामना करने, सीखने और व्यक्तिगत विकास के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए प्रात्साहित करती है।