लीची गर्मियों के खास फलों में से एक है. गर्मियों में लीची के खाने से शरीर को कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाया जा सकता है. लीची को पानी का अच्छा सोर्स माना जाता है. लीची में विटामिन सी, विटामिन बी6, नियासिन, राइबोफ्लेविन, फोलेट, तांबा, पोटेशियम, फॉस्फोरस, मैग्निशियम और मैग्नीज जैसे खनिज पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर और पेट को ठंडक देते है. लीची के सेवन से इम्यूनिटी को मजबूत बनाया जा सकता है. लीची में पाए जाने वाले पोषक तत्व इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मददगार माने जाते हैं. असल में मजबूत इम्यूनिटी शरीर को कई वायरल संक्रमण से बचाने में मदद करती है. इतना ही नहीं लीची को पाचन के लिए भी काफी अच्छा माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस फल के कुछ नुकसान भी हैं. लीची का अधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर को कई नुकसान भी हो सकते हैं. तो चलिए आज हम आपको लीची खाने के फायदे और नुकसान बताते हैं।
गर्मियों के मौसम में कुछ सीज़नल फ्रूट्स लोगो ंको खूब लुभाते हैं। इन सीज़नल फ्रूट्स का लोग ना केवल स्वाद लेते हैं। बल्कि, बेसब्री से गर्मियों का इंतज़ार भी करते हैं कि ताकि सीज़न आने पर उन्हें इन फ्रूट्स को खाने का मौका मिले। ऐसा ही एक फल है लीची, जो अपनी खास बनावट और रसीले स्वाद के कारण सबसे अलग होता है। भारत में लीची का उत्पादन बहुत बड़े स्तर पर होता है और लोग इसे पसंद भी बहुत करते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि यह छोटा-सा फ्रूट आपकी सेहत के लिए बहुत ज़्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है। लीची सेहत के लिए बेहद लाभदायक फल है, लीची से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और पाचन सुधरता है, इसके अलावा लीची आपके हार्ट के लिए भी फायदेमंद है, इसके अलावा इसे खाने से बाल मजबूत होते हैं और स्किन में निखार भी आता है। लीची खाने से वजन भी कंट्रोल में रहता है। लीची में विटामिन सी, विटामिन बी6, कॉपर, पोटैशियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम और मैग्नीज जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर और पेट गर्मी से बचाते हैं शरीर को ठंडा रखते हैं। गर्मी में लीची पानी की कमी पूरा करने में मदद करती है, लीची का रेगुलर सेवन करने से उम्र धीमी गति से बढ़ती है। लीची खाने से गर्मी के मौसम में पाचन संबंधित समस्याएं नहीं होती हैं. लीची में मौजूद फ्लेवोनॉएड्स, फिनोलिक कम्पाउंड डाइजेशन को दुरुस्त रखता है. ऐसे में पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के लिए आप गर्मी के मौसम में लीची का सेवन जरूर करें. लीची खाने से शरीर में रक्त प्रवाह बेहतर बना रहता है।आइए जानते हैं लिची खाने से कैसे बेहतर बनती है सेहत।
लीची खाने के फायदे
शरीर में पानी की कमी नहीं होने देती – गर्मी का मौसम आते ही हमारे शरीर को पानी की बहुत आवश्यकता होती है। ऐसे में हम कोशिश करते हैं कि अधिक से अधिक पेय-पदार्थो का सेवन करते हैं। आपको बता दें कि लीची गर्मी में हमारे सेहते के लिए बहुत फायदेमंद होती है। लीची में पानी की अधिक मात्रा होने से यह हमारे शरीर में पानी की कमी नहीं होने देती है। लीची खाने से हमारे शरीर को विटामिन सी, पोटेशियम और नेचुरल शुगर मिलता है। इसके साथ ही इस तपते हुए मौसम में लीची आपके शरीर को ठंडक पहुंचाने का काम करती है। इसके अलावा लीची खाने से सेहत को कई फायदे होते हैं।
पेट की बीमारियों में फायदा – गर्मी का मौमस आते ही पेट से संबंधित कई बीमारियां हमें अपना शिकार बनाने लगती हैं। इस मौसम में दस्त उल्टी, कब्ज जैसी कई समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे में लीची के सेवन से इनमें फायदा होता है। इसके साथ ही लीची हमारे डाइजेशन को भी सही रखती है।
थकान को करे कम – ऑफिस या घर पर काम करने के बाद हम बहुत थकान महसूस करते हैं। ऐसे में लीची का सेवन करना चाहिए। लीची में पाए जाने वाले विटामिन और मिनरल्स हमारे सेहत के लिए अच्छे होते हैं। लीची के सेवन से हमारा इम्यून सिस्टम ठीक रहता है।
वजन कम करने मे सहायक – लीची स्वाद के साथ ही हमारे बढ़े हुए वजन को कम करने में मदद करती है। लीची में अधिक मात्रा में घुलसशील फाइबर होते हैं, जो वजन कम करते हैं। इसके अलावा यह फाइबर भोजन को सही से पचाता है और अंदरूनी समस्याओं को रोकता है।
डिहाइड्रेशन – गर्मियों में शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए आप लीची को डाइट में शामिल कर सकते हैं. लीची में काफी अच्छी मात्रा में पानी पाया जाता है जो शरीर में पानी की कमी को दूर करने में मदद कर सकता है।
इम्यूनिटी – लीची में विटामिन सी, बीटा कैरोटीन, नियासिन, राइबोफ्लेविन और फोलेट भरपूर होता है जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं. लीची के सेवन से इम्यूनिटी को मजबूत बनाया जा सकता है.
खांसी-जुकाम में राहत – लीची खाने से शरीर में संतुलित अनुपात में पानी की आपूर्ति होती ही है। इसके साथ ही लीची में पाए जाने वाली विटामिन सी की मात्रा खांसी-जुकाम, बुखार और गले के संक्रमण को फैलने से रोकती है।
ब्लड प्रेशर और हार्ट की समस्याओं में असरकारक – लीची में पाए जाने वाले पोटेशियम के कारण ब्लड प्रेशर का संतुलन बना रहता है। इसके अलावा लीची खाने से ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है, जिसके चलते हार्ट अटैक की आशंका कम ही रहती है।
कैंसर और आर्थराइटिस में उपयोगी – लीची के सेवन से कैंसर के सेल्स नहीं बढ़ते हैं। इसके अलावा लीची में कैंसर की सेल्स से लड़ने के गुण होते है। इसलिए लीची खाने से कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है। इसके अलावा आर्थराइटिस से पीड़ित लोगों को लीची खानी चाहिए।
लीची खाने के नुकसान
कच्ची लीची का सेवन – अगर आप खाली पेट आधी पकी हुई लीची खाते हैं तो आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है। दरअसल कच्ची लीची के फल में हाइपोग्लाइसीन ए और मेथिलीनसाइक्लोप्रोपाइल-ग्लाइसिन (एमसीपीजी) टॉक्सिन्स होते हैं जो अत्यधिक मात्रा में होने पर उल्टी का कारण बन सकते हैं। यह गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों में अस्पताल में भर्ती होने के लिए बुखार और दौरे का कारण बन सकता है।
एलर्जी – लीची उन लोगों में एलर्जी का कारण बन सकती है जिन्हें बर्च, सूरजमुखी के बीज और एक ही परिवार के अन्य पौधों, मगवॉर्ट और लेटेक्स से एलर्जी है।
गर्भावस्था और स्तनपान – गर्भवती या स्तनपान कराने के दौरान लीची का उपयोग करना सुरक्षित है या नहीं। इस बात पर रिसर्च चल रही हैं। लेकिन खुद को सुरक्षित रखने के लिए लीची का सेवन ना करें।
मोटापा – लीची एक स्वादिष्ट फल है जिसे सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है. लेकिन इसके ज्यादा सेवन से वजन बढ़ सकता है. क्योंकि लीची में चीनी बेहद अधिक मात्रा में होती है, जिससे मोटापा बढ़ सकता है।
गठिया – लीची का अधिक मात्रा में सेवन करने से अर्थराइटिस की समस्या भी हो सकती है. क्योंकि लीची में शुगर और कैलोरी की मात्रा अधिक पाई जाती है. गठिया के मरीजों को लीची का अधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है।
गले की खराश – अगर आप लीची का सेवन करते हैं और आपको गले में खराश की समस्या हो रही है, तो आप लीची का सेवन ना करें. लीची की तासिर गर्म होती है. इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से गले में खराश और दर्द की समस्या हो सकती है।
ऑटो-प्रतिरक्षा रोग – ऑटो-प्रतिरक्षा रोग जैसे कि मल्टीपल स्केलेरोसिस (एमएस), ल्यूपस (सिस्टमिक ल्यूपस एरिथेमेटोसस, एसएलई), रुमेटीइड गठिया (आरए), या अन्य स्थितियां में लीची इम्यून सिस्टम को अधिक सक्रिय होने का कारण बन सकती है। इससे ऑटो-इम्यून बीमारियों के लक्षण बढ़ सकते हैं। यदि आपके पास ऑटो-प्रतिरक्षा की स्थिति है, तो लीची का सावधानी से उपयोग करना सबसे अच्छा है।
डायबिटीज – लीची का अर्क ब्लड शुगर के स्तर को कम कर सकता है। यदि आपको डायबिटीज है और लीची खा रहे हैं तो लगातार ब्लड शुगर मॉनिटर करते रहे।
सर्जरी – लीची ब्लड शुगर के स्तर को कम कर सकता है। इसलिए यह सर्जरी के दौरान और बाद में ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में समस्या कर सकता है। इसलिए सर्जरी से कम से कम 2 सप्ताह पहले लीची का सेवन ना करे।
लो ब्लड प्रेशर – लीची खाने से हाइपरटेंशन, तनाव, सांस की समस्या सब दूर होती है। लेकिन यही अगर ज्यादा मात्रा में खा लिया जाए तो इससे शरीर में ब्लड प्रेशर कम हो सकता है। जिसके कारण सुस्ती, बेहोशीपन, थकान की समस्या हो जाती है। अगर आप ब्लड प्रेशर की दवाइयां खाते हैं तो ऐसे में आपको लीची खाने में सावधानी बरतनी चाहिए।
सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. सीजी संदेश इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।