अगर आप अपने तोंद से परेशान है और लाख उपाय करने के बाद भी आप अपने पेट की चर्बी कम नहीं कर पा रहे हैं तो यहां हम आपको कुछ ऐसे उपाय बता रहे हैं, जिसे आजमा कर आप अपने लटके पेट को कम कर सकते हैं. लेकिन ध्यान रहे कि आप जो भी उपाय आजमाएं, उसमें रेगुलैरिटी रखें. सिर्फ दो दिनों में आपको भले ही रिजल्ट न दिखे, लेकिन रोजाना इसकी आदत डालने पर उपाय अपना असर दिखाने लगता है. जानिये कौन से टिप्स आजमा कर आप अपने बढते पेट को कंट्रोल कर सकते हैं।
अगर आप तेजी से बढ़ रहे वजन और पेट की चर्बी से परेशान हैं तो ये खबर आपकी मदद कर सकती है. हम देखते हैं कि आज के फिटनेस फ्रीक जमाने में कोई भी तोंद नहीं चाहता है, जिन लोगों के पेट की चर्बी बढ़ जाती है, वो लोग बेली फैट से छुटकारा पाने की तमाम कोशिशें करते हैं. बेली फैट सिर्फ लोगों की पर्सनैलिटी को ही प्रभावित नहीं करती है, बल्कि इससे स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों का खतरा भी बढ़ता है. कमर और पेट के आसपास इकट्ठा हुई अतिरिक्त चर्बी से किडनी और मूत्राशय में भी दिक्कतें होना शुरू हो जाती हैं। रीढ़ की हड्डी पर भी अतिरिक्त दबाव पड़ता है और जिसके चलते आए दिन कमर दर्द और साइड दर्द होता रहता है। अगर आप तोंद से छुटकारा पाकर फिर से उसे पेट बनाने की सोच रहे हैं तो आपको अतिरिक्त श्रम नहीं करना पड़ेगा। आप डाइट और लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करके अपनी तोंद को कम कर सकते हैं।किसी भी एक उपाय को नियमित करें तो 1 माह में लाभ नजर आने लगेगा।
वजन घटाना क्यों जरूरी?
मोटापे की वजह से शरीर बेडौल दिखने लगता है. खासकर कमर और पेट के पास चर्बी जमा होने से शरीर की बनावट खराब हो जाती है और हमें उठने, बैठने, चलने तक में परेशानी होने लगती है. लॉकडाउन के दौरान लोगों में मोटापा बढ़ा है और मोटापा बढ़ने के कारण डायबिटीज और अन्य बीमारियां होने का खतरा भी बढ़ा है. इस खबर में हम आपके लिए पेट की चर्बी घटाने के लिए कुछ टिप्स बता रहे हैं.
बैली फैट कैसे कम करें?
पानी की कमी नहीं होनी चाहिए : पानी पीने से शरीर में चर्बी जमा नहीं होती है. इसलिए वेट लॉस जर्नी को सुचारू करने के लिए भरपूर मात्रा में पानी पीएं. पानी पीते रहने से लोग लंबे समय तक संतुष्ट रहते हैं, जिससे शरीर में कैलोरीज की मात्रा ज्यादा नहीं हो पाती. भरपूर मात्रा में पानी पीने के साथ ही, आप पानी में नींबू, अंगूर, संतरा जैसे फल मिलाकर इसे डिटॉक्स ड्रिंक बनाकर पी सकते हैं.।
डिनर जल्दी कर लें : रात का खाना टाइम से कर लेना बहुत जरूरी है. क्योंकि लेट नाइट डिनर करने से पाचन की प्रक्रिया धीमी हो जाती है. ब्लड शुगर भी हाई हो सकता है. इससे ब्लोटिंग और एब्डॉमिनल फैट में इजाफा होता है. आप शाम 7 से साढ़े सात के बीच में खाना खा लें तो बेहतर रहता है.
गर्म पानी पिएं : सर्दी के मौसम में गर्म पानी पीने की आदत डालें. ये न केवल आपको सर्दी जुकाम जैसी परेशानियों से बचाएगा, बल्कि आपकी चर्बी भी कम करेगा. सुबह दूध वाली चाय की जगह गर्म उबला हुआ पानी पीएं. इससे आपका पाचन तंत्र भी ठीक रहेगा. गर्म पानी आपके शरीर पर दो सप्ताह के भीतर असर दिखाना शुरू कर देगा।
नमक-चीनी का सेवन कम करें : चीनी से बनी चीजें खाने से मोटापा बढता है और नमक में भी सोडियम होता है, जो मोटापे की वजह बन सकता है. कई अध्ययन रिपोर्ट में यह दोवा किया गया है कि चीनी युक्त खाद्य पदार्थों के अलावा, अत्यधिक नमक का सेवन भी मोटापे का कारण बनता है।
जल्दी-जल्दी खाने की आदत छोड़ें : खासकर सर्दियों में बार-बार कुछ खाने का मन होता है. लेकिन जरूरी नहीं कि ऐसा भूख लगने पर ही हो. कई बार शरीर में पानी की कमी होने पर भी ऐसा महसूस होता है. इसलिये जब भी कुछ खाने का मन हो, पानी पी लें. पानी पीने के बाद भी अगर आपको भूख महसूस हो रही है तो खाएं।
फाइबर युक्त डाइट खाएं : खाने में फाइबर आपके पाचन को ठीक रखता है, जिसकी वजह से मोटापा नहीं बढता और एसिडिटी पर भी कंट्रोल रहता है. इसलिये खाने में सीरियल फूड्स को शामिल जरूर करें. बिस्किट और मैदा से बनी चीजों से दूरी बना लें. क्योंकि इससे भी मोटापा बढता है।
डाइट पर नियंत्रण : यह बहुत जरूरी है लेकिन कुछ लोगों के लिए यह बहुत कठिन टॉस्क है तो वे मानसिक उपाय करें। जब उनके सामने फैटी डाइट हो तो वे उससे होने वाले नुकसान के बारे में सोचें और अपनी तोंद को देंखे। ओवर इटिंग से बचना जरूरी है। कोई भी बहाना न बनाएं। खुद के साथ न्याय करें।
नींद लेना बेहद जरूरी : विशेषज्ञों का मानना है कि नींद की कमी से शरीर के विसरल फैट में 32 फीसदी का इजाफा हो सकता है. ऐसे में कम से कम रात में 6 से 7 घंटे की नींद पूरी करें।
खाएं सेब : अगर आप भी पेट की चर्बी से छुटकारा पाना चाहते हैं तो हल्के फूड्स खाएं और उनसे परहेज करें, जो पेट में सूजन पैदा करते हैं. वजन घटाने और बेली फैट कम करने में सेब फायदेमंद है. इस फल में हेल्दी फ्लेवनॉयड्स और फाइबर्स होते हैं, जो बेली फैट कम करने में मदद करते हैं।
बादम का सेवन : रोज बादाम का सेवन आपका वजन घटा सकता है। पुरड्यू यूनिवर्सिटी के शोध की मानें तो बादाम में मौजूद विटामिन ई और मोनोसैचुरेटेड फैट्स न सिर्फ शरीर में मौजूद सैचुरेटेड फैट्स को कम करने में मदद करता है बल्कि ओवर डाइटिंग से भी बचाता है। रोज हल्के भुने बादाम का सेवन बेहतरीन नाश्ता है जिसे लेने के बाद दिनभर स्नैक्स खाने का मन नहीं करता है, वहीं यह शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है।
शहद का सेवन : तोंद कम करने में शहद भी फायदेमंद होता है। शहद के कई गुण हैं। यह न सिर्फ मोटापा बढ़ाने, बल्कि मोटापा कम करने में भी कारगर है। आपको चाहिए कि आप रोजाना सुबह पानी के साथ शहद का सेवन करें। इससे आप शीघ्र ही कमर और पेट को कम करने में सफल होंगे। आप चाहें तो सप्ताह में एक दिन तरल पदार्थ पर भी रह सकते हैं। इसमें आप नींबू पानी, दूध, ज्यूस, सूप इत्यादि चीजों को प्राथमिकता दें। आप चाहें तो एक दिन सलाद या फलाहार को भी दे सकते हैं। इसमें आप मात्र फल या सलाद ही खाएंगे। सलाद खाकर वजन घटाने में आपको मदद मिलगी।
योगा टिप्स : प्रतिदिन अंग संचालन करें। सावधान की मुद्रा में खड़े रहकर दोनों हाथों की हथेलियों को कमर पर रखें फिर कमर को क्लॉकवाइज और एंटी-क्लॉकवाइज 10-10 बार घुमाएं।
नौकासन करें : नियमित रूप से यह आसन न सिर्फ पेट की चर्बी कम करने में मददगार है बल्कि शरीर को लचीला बनाने से लेकर पाचन संबंधी समस्याओं में यह काफी फायदेमंद साबित हुआ है।
उत्तान पादासन : यह एक ऐसा योग है जिसको नियमित करने से तुरंत ही पेट अंदर होने लगता है, खासकर वह अपच, कब्ज, मोटापा, तोंद और अन्य पेट संबंधी बीमारियों से बचाता है।
तोलांगुलासन : वजन तौलते वक्त दोनों तराजू संतुलन में रहते हैं अर्थात तराजू का कांटा बीचोबीच रहता है। उसी तरह इस योगासन में भी शरीर का संपूर्ण भार नितंब पर आ जाता है और व्यक्ति की आकृति तराजू जैसी लगती है इसीलिए इसे तोलांगुलासन कहते हैं।
ऊर्जा चल मुद्रा योग : ऊर्जा चल मुद्रा योग : मोटापा एक समस्या है। इससे पेट, पीठ, कमर और कंधे की समस्या भी बनी रहती है। मोटापे को दूर करने के लिए हम सबसे आसान उपाय बता रहे हैं ऊर्जा चल मुद्रा योग। दरअसल यह अंग संचालन (सूक्ष्म व्यायाम) का हिस्सा है।
कुर्मासन : कुर्मासन : कुर्म का अर्थ होता है कछुआ। इस आसन को करते वक्त व्यक्ति की आकृति कछुए के समान बन जाती है इसीलिए इसे कुर्मासन कहते हैं।
भुजंगासन : इस आसन में शरीर की आकृति फन उठाए हुए भुजंग अर्थात सर्प जैसी बनती है इसीलिए इसको भुजंगासन या सर्पासन कहा जाता है। यह आसन पेट के बल लेटकर किया जाता है। यह आसन भी पेट की चर्बी को घटाने के लिए किया जाता है।
योगा एक्सरसाइज: यदि आपका पेट थुलथुल हो रहा है, कमर मोटी हो चली है या पीठ दुखती रहती है, तो योग की यह हल्की-फुल्की एक्सरसाइज स्टेप बाई स्टेप करें। इस एक्सरसाइज का नियमित अभ्यास करते रहने से निश्चित रूप से जहां पेट फ्लैट हो जाएगा, वहीं कमर भी छरहरी हो जाएगी।
पैदल चलना : सुबह-शाम की सैर सबसे ज्यादा लाभकारी है। आपको कमर और पेट के आसपास की चर्बी को दूर करने के लिए चाहिए कि रोजाना सुबह उठकर कुछ देर सैर पर जाएं और रात के खाने के बाद भी सैर करना न भूलें। प्रतिदिन कम से कम 2 किलोमीटर चलें। इससे आप अतिरिक्त कैलोरी को आसानी से कम कर पाएंगे और पेट-कमर की अतिरिक्त चर्बी को भी कम किया जा सकता है।
रस्सी कूद : रस्सी कूदना वजन घटाने के लिए बेहतरीन एक्सरसाइज है। वजन घटाने के लिए रस्सी कूदने के साथ स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें।
एक्सरसाइज करें : सबसे आखिरी में, मगर सबसे महत्वपूर्ण है कि आप नियमित रूप से व्यायाम करें. बेली फैट कम करने के लिये व्यायाम जरूरी है. ऐसे एक्सर्साइज का चुनाव करें जो आपकी कमर और बेली पर फोकस्ड हो।
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है. यह सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।