भारत में हर साल 1 जुलाई को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) द्वारा राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (National Doctor’s Day) देश के महान डॉक्टर बिधान चंद्र रॉय जी की जन्म और पुण्यतिथि के अवसर पर मनाया जाता है। इस साल 2022 में 1 जुलाई को शुक्रवार के दिन 31वां डॉक्टर दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर हमें विभिन्न बीमारियों और कोरोनावायरस जैसी जानलेवा महामारी से बचाने वाले सभी चिकित्सकों का सम्मान करते हुए उनका आभार व्यक्त करना चाहिए।
“डॉक्टर” शब्द सुनकर ही एक सम्मान की भावना उजागर होती है| भारत में स्वतः ही डॉक्टरों को “डॉक्टर साहब” कहकर आदर दिया जाता है| डॉक्टर तो घाव में मरहम लगाने वाला व्यक्ति है जो कठिन परिस्थितियों में दर्द, चिंता और भय को कम करता है| यह देखा गया है कि मुश्किल समय में रोगी रोग से ज्यादा उसके बारे में चिंता कर के भयभीत होता है| परन्तु जब एक डॉक्टर हमें न घबराने की सलाह देकर ढांढस देता है तो एक अलग ही संतुष्टि मिलती है| डॉक्टरों के प्रति आदर-सम्मान प्रकट करने और उनके पेशे को प्रोत्साहित करने के लिए साल में एक दिन राष्ट्रीय डॉक्टर डे के रूप में मनाया जाता है| आइये जानते हैं डॉक्टर दिवस कब है और क्या है इस वर्ष की थीम :
राष्ट्रीय डॉक्टर्स दिवस
दुनिया भर में डॉक्टरों को सम्मान देने के लिए अलग-अलग समय पर Doctor’s Day (चिकित्सक दिवस) मनाया जाता है| ब्राज़ील में 18 अक्टूबर और अमेरिका में 30 मार्च को यह उत्सव मनाते हैं| भारत सरकार ने 1991 में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (National Doctor’s Day) की स्थापना की।भारत में इसे महान चिकित्सक, और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री भारत रत्न “डॉ बिधन चंद्र रॉय” को सम्मानित करते हुए उनकी जयंती, 1 जुलाई को मनाया जाता है| इस दिन को मनाना हमारे जीवन में डॉक्टरों के मूल्यों पर जोर देने का प्रयास है और साथ ही उन्हें सम्मान देने का एक मौका| टेक्नॉलजी के माध्यम से लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए डॉक्टरों के प्रयास अथक हैं| इसलिए ही भारत में उन्हें भगवान्-सा दर्जा देते हैं|
कब और कैसें हुई राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाने की शुरुआत?
हर साल 1 July को डॉक्टर्स डे मनाने की शुरूआत भारत की केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 1991 में की गयी थी। जिसका मकसद भारत के सुप्रसिद्ध चिकित्सक, स्वतंत्रता सेनानी और बंगाल के दुसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय जी को उनकी जयंती और पुण्यतिथि पर याद करते हुए श्रध्दांजलि अर्पित करना है। बिधान चंद्र रॉय एक ऐसे व्यक्ति थे जो चिकित्सा को एक पेशे के रूप में नहीं बल्कि इसे समाज के कल्याण और उत्थान का जरिया मानते थे। उनका जन्म 1 जुलाई 1882 को बिहार के पटना जिले में हुआ था और उनकी मृत्यु 80 साल की उम्र में इसी दिन वर्ष 1962 में हुई।
नेशनल डॉक्टर्स डे क्यों मनाते है? (उद्देश्य)
भारत के प्रख्यात चिकित्सक डॉ. बिधान चंद्र राय जी की याद में प्रतिवर्ष 1 जुलाई को राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को डॉक्टरों के महत्व को बताना और अपने कार्य के प्रति उनकी गहरी निष्ठा, समर्पण और ईमानदारी के भाव के लिए उन्हें सम्मानित करना है। साथ ही यह दिन उन डॉक्टरों के लिए भी सबक का दिन है जो मरीजों की मजबूरी का फायदा उठा कर उन्हें ठगते हैं और अपने कार्य के प्रति जरा भी निष्ठा, विश्वास और इमानदारी नहीं दिखाते।
राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 2022 की थीम
हर बार राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस किसी खास विषय पर आधारित होता है, इस साल राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 2022 की थीम ‘फ्रंट लाइन पर फैमिली डॉक्टर है’ (Family Doctors on the Front Line) है। पिछले वर्ष National Doctors Day 2021 की Theme ‘एक बेहतर, स्वस्थ दुनिया का निर्माण‘ (Building a Fairer, Healthier World) थी, और इससे पहले 2020 की Theme “lessen the mortality of COVID-19” (COVID-19 की मृत्यु दर को कम करें) थी। तो वहीं वर्ष 2019 में डॉक्टर्स डे का विषय “Zero tolerance to violence against doctors and clinical establishment” (डॉक्टरों और नैदानिक प्रतिष्ठानों के खिलाफ हिंसा को जीरो टॉलरेंस) था।
कौन थे डॉ.बिधानचंद्र रॉय?
डॉ.बिधानचंद्र रॉय भारत के महान चिकित्सक, स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ और 1948 से 1962 तक पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहे थे। उनका जन्म और मृत्यु की तारीख 1 जुलाई थी। चिकित्सा के क्षेत्र में उनका योगदान सराहनीय है।
* बिधान चन्द्र राय जी का जन्म बिहार की राजधानी पटना के बांकीपोर में 1 जुलाई, 1882 को हुआ था, वे अपने माता पिता की पांचवी संतान थे।
* उन्होंने अपनी पढाई पूरी की और साल 1909 में वे लंदन के सेंट बार्थोलोमेव्स हॉस्पिटल में प्रवेश लिया जहाँ से उन्होंने 2 साल 3 महीने में ही एक साथ फिजिशन और सर्जन की डिग्री हासिल की। इसके बाद वे जब 1911 में भारत लौटे तो उन्होंने चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए।
* 1925 में वे राजनीति जगत में आए और 1930 में, उन्होंने सविनय अवज्ञा आंदोलन में भी हिस्सा लिया। इसके बाद वे आज़ाद भारत के बंगाल राज्य के दुसरे मुख्यमंत्री बने और अपनी मृत्यु तक (लगभग 14 वर्षों तक) इस पद पर रहते हुए कई सराहनीय कार्य किए।
* उन्होंने कई विश्वविद्यालय और नगरो का भी स्थापना की। उनके द्वारा बसाए गए नगरों में दुर्गापुर, कल्याणी, बिधाननगर और अशोकनगर जैसे प्रमुख नगर शामिल हैं।
* आखिरकार वे अंतिम समय तक भी जनता की भलाई के लिए ही काम करते रहे और वर्ष 1961 में अपनी सारी संपत्ति और घर बार जनता को सौप कर 1 जुलाई 1962 को इस दुनिया को अलविदा कह गए।
* डॉ. रॉय को उनके द्वारा देशहित में किए गए कार्यों के लिए 4 फरवरी, 1961 को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से नवाजा गया।
डॉक्टर्स डे कैसे मनाया जाता है?
1 जुलाई को ज्यादातर लोग डॉक्टरों को उनका ध्यान रखने और उन्हें स्वस्थ बनाए रखने के लिए फोन या मैसेज करके या फिर फेसबुक, इंस्टाग्राम या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की मदद से उन्हें ‘धन्यवाद‘ कहते हैं।
* दुनियाभर में डॉक्टरों को भगवान के समान दर्जा दिया गया है, ऐसे में हमें इस दिन सभी चिकित्सकों का आभार प्रकट करते हुए उन्हें धन्यवाद करना चाहिए।
* आप अपने फैमिली डॉक्टर के घर जाकर उन्हें ग्रीटिंग कार्ड्स, गुलदस्ते, फूल आदि देकर उन्हें थैंकयू कह सकते हैं।
* स्कूलों में एवं कई शैक्षणिक संस्थानों में भी इस दिन सभी तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिनमें डॉक्टरों पर निबंध लेखन, भाषण प्रतियोगिता और चित्रकला/ड्राइंग प्रतियोगिता आदि भी कराई जाती है।
* साथ ही आप अस्पताल एवं स्वास्थ्य केंद्रों या नर्सिंग होम में जाकर Doctors को विशेष रूप से धन्यवाद कर सकते हैं और उन्हें अपनी तरफ से पार्टी या फिर कोई गिफ्ट या सरप्राइज भी दे सकते हैं।
* कोरोना के दौरान भारत और कई देशों में डॉक्टरों पर फूल भी बरसाए गए और कोरोना वॉरियर्स के लिए ताली और थाली बजाकर उन्हें सम्मान देने का भी आयोजन किया गया।
डॉक्टर्स डे कब और कहां-कहां मनाया जाता है?
भारत के साथ दुनिया के अन्य देशों में भी मनाया जाता है। जानिए किस देश में कब मनाया जाता है।
भारत : भारत में राष्ट्रीय डॉक्टर्स डे 1 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिन पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्य मंत्री और एक महान चिकित्सक डॉ. बिधान चंद्र रॉय के जन्म दिन के साथ-साथ आज उनकी पुण्य तिथि भी है।
अमेरिका : अमेरिका में डॉक्टर्स डे 30 मार्च को मनाया जाता है। इस दिन चिकित्सकों को सालाना मान्यता दी जाती है। इस मनाने का विचार डॉ चार्ल्स बी. आलमंड एवं उनकी पत्नी यूडोरा ब्राउन आलमंड को आया था।
ईरान : ईरान में डॉक्टर्स डे 23 अगस्त को मनाया जाता है। जोकि वहां के महान डॉक्टर एविसेना का जन्मदिवस था।
ब्राजील : ब्राजील में चिकित्सक दिवस 18 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस दिन ब्राजील में छुट्टी घोषित की गयी है। यह कैथोलिक चर्च सेंट ल्यूक का जन्मदिवस है। जोकि वहां के एक महान डॉक्टर थे।
क्यूबा : क्यूबा में 3 दिसम्बर को राष्ट्रीय डॉक्टर्स डे पर छुट्टी दी जाती है। इस दिन कार्लोस जुआन फिनले जन्म हुआ था, जो क्यूबा के चिकित्सक और वैज्ञानिक थे जिन्होंने पीले बुखार का शोध किया था।
वियतनाम : वियतनाम में डॉक्टर्स डे 28 फरवरी को मनाया जाता है। इसकी घोषणा 1955 में की गयी थी।
नेपाल : नेपाल में हर वर्ष 4 मार्च को राष्ट्रीय डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। इस नेपाल मेडिकल एसोसियशन की स्थापना हुई थी तभी से हर वर्ष यह दिवस मनाया जा रहा है।
इस तरह चिकित्सक दिवस मनाना एक जागरूकता अभियान की तरह है जहाँ डॉक्टरों की भूमिकाओं, महत्व और जिम्मेदारियों से जागरूक करने के साथ-साथ चिकित्सक पेशेवरों को प्रोत्साहित करने और उनको जिम्मेदारियों का पालन करने के लिए अवसर प्रदान करना है|कोरोना महामारी के समय में डॉक्टर ही मानव जाति के लिए जीवनदाता के रूप में सामने आये हैं| ऐसे में राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस के दिन उन्हें शुभकामनाएं देकर हम उनका धन्यवाद कर सकते हैं|