बच्चों में माता-पिता कई बार पढ़ाई-लिखाई को बढ़ावा देते समय भूल जाते हैं कि उन्हें मानसिक रूप से मजबूत करना भी जरूरी है। बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ कुछ एक्स्ट्रा एक्टिविटीज भी उन्हें सिखाई जाए जिससे उनका मानसिक और शारीरिक विकास अच्छी तरह से हो सके।
बच्चों को जीवन की हर मुश्किलों के लिए तैयार करना माता-पिता की जिम्मेदारी है। ऐसे में माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों को शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से तैयार करें। माता-पिता को समझना होगा कि उन्हें बच्चों को पढ़ाई लिखाई के साथ इमोशनल और मेंटल तरीकों से मजबूत बनाना होगा। इसके लिए पढ़ाई के अलावा आपको अपने बच्चों को कुछ दूसरे काम सिखाना चाहिए। आज हम आपको कुछ चीजों के बारे में बताएंगे जिन्हें आपको अपने बच्चों को जरूर सिखाना चाहिए तो, आइए हम आपको बताते हैं कुछ ऐसे कामों के बारे में जो कि 5 साल से 10 तक मानसिक विकास में मदद करते हैं।
बच्चों का मानसिक विकास कैसे करें
1. पहले पर्सनल हाइजीन के बारे में बताएं : पर्सनल हाइजीन के बारे में बच्चों को बताना बेहद जरूरी है। दरअसल, बच्चों का बचपन से साफ सफाई सीखना बेहद जरूरी है। ये ना सिर्फ मानसिक रूप से मजबूत बनाए रखने में मदद करता है बल्कि अंदर से स्वस्थ रखने में भी मदद करता है। इसलिए अपने 5 साल से 10 साल के बच्चों को टॉयलेट इस्तेमाल करने का सही तरीका, खुद को साफ रखने का तरीका, नहाने का तरीका, हाथ धोने का तरीका और नाखून की साफ-सफाई का तरीका जरूर बताएं। ये उन्हें शरीर से स्वस्थ रख कर मानसिक रूप से एक बेहतर व्यक्ति के रूप में तैयार करेगा।
2. म्यूजिक या डांस सिखाएं : म्यूजिक या डांस दोनों ही शरीर के साथ मन के लिए फायदेमंद है। हमेशा से कहा गया है और यह सच भी है कि कला आपको एक बेहतर इंसान बनाती है। साथ ही ये हमारे ब्रेन के हिस्से को तेज करती है और न्यूरो फंक्शन को और बेहतर बनाने में मदद करती है। ऐसे में आपको पढ़ाई लिखाई के अलावा अपने बच्चों को म्यूजिक या डांस जरूर सिखाना चाहिए।
3. कोई एक गेम रेगुलर खेलना बताएं : हम अपने बच्चों को गेम खेलने के लिए कभी भी प्रोत्साहित नहीं करते। बल्कि कोई खेल खेलना बच्चों को अनुशासन सिखाता है और उन्हें नियमों का पालन करना बताता है। साथ ही खेल मानसिक विकास में भी मदद करते हैं और दिमाग तेज करते हैं। इसके अलावा किसी भी काम करने की गति और टीम वैल्यूज को बढ़ा देते हैं। तो, अपने बच्चों कोई ना कोई रेगुलर गेम खेलना सिखाएं।
4. एक्सरसाइज या योग करना सिखाएं : एक्सरसाइज और योग करना ज्यादातर माता-पिता अपने बच्चों को नहीं सिखाते। जबकि 5 साल की उम्र से ही आपको अपने बच्चों को एक्सरसाइज या योग करना सिखाना चाहिए। ये ना सिर्फ उनके शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं बल्कि मानसिक रूप से भी उन्हें स्वस्थ रखते हैं।
5. गार्डिंग करवाएं : गार्डिंग का गुण हर बच्चे के लिए बेहद जरूरी है। ये ना सिर्फ उनको एक बेहतर इंसान के रूप में तैयार करता है बल्कि उनके मन में प्रेम और मेहनत करने की भावना को बढ़ावा देता है। साथ ही पौधों को बड़े होते हुए देखने का इंतजार उन्हें धैर्य रखना भी सिखाता है। इस तरह आगे चल कर जीवन में उन्हें जब कोई चीज जल्दी नहीं मिलेगी तो वे गुस्से पर काबू करके मानसिक रूप से मजबूत रहेंगे और धैर्य रखेंगे।
बच्चों शारीरिक और मानसिक विकास के लिए आहार में शामिल करें ये सुपरफूड
बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए डाइट में सुपरफूड जरूर शामिल करने चाहिए. बच्चों की हेल्थ के लिए दूध, दही, मेवा, फल-सब्जियां, दालें और अंडे जैसी चीजें जरूरी हैं।
1- दूध- बच्चे के सही विकास के लिए सबसे जरूरी है दूध. इससे बच्चे को भरपूर कैल्शियम और विटामिन्स मिलते हैं. दूध में फास्फोरस और कैल्शियम होता है जो हड्डी, नाखूनों और दांत को स्वस्थ रखता है. दूध विटामिन डी का भी अच्छा स्रोत है. बच्चों के स्वास्थ्य के लिए दूध एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है. दूध में आयोडिन, नियासिन, 1 विटामिन-बी6, विटामिन-ए, बी2 और जिंक जैसे तत्व होते हैं. बच्चों के लिए दूध को कंप्लीट भोजन के तौर माना जाता है।
2- केला- बच्चों के लिए केला भी सुपर फूड है. बढ़ते बच्चों को केला जरूर खिलाना चाहिए. केले में विटामिन B6, विटामिन C, विटामिन A, मैग्निशियम, पोटैशियम, बाओटिन और फाइबर होता है. केला में ग्लूकोज अच्छी मात्रा में होता है. बच्चों को तुरंत एनर्जी देने के लिए आप केला जरूर खिलाएं. केला से बच्चे का पेट और डाइजेशन दोनों अच्छे रहते हैं।
3- अंडे- पोषक तत्वों से भरपूर अंडा भी बच्चों की हेल्थ के लिए जरूरी है. बच्चों के सही विकास के लिए रोज अंडा खिलाना चाहिए. अंडे में उच्च मात्रा में प्रोटीन, विटामिन-बी, विटामिन-डी, ओमेगा-3 फैटी एसिड और फोलिक एसिड होता है. जिससे बच्चे का दिमाग तेज होता है और कार्य क्षमता बढ़ती है. अंडा एक कम्प्लीट फूड है.
4- ड्राई फ्रूट्स- बच्चों के विकास में मेवा भी अहम योगदान देते हैं. बच्चों को रोज बादाम, काजू, अंजीर और अखरोट खिलाने चाहिए. दिमाग के विकास के लिए बादाम और अखरोट को सबसे ज़रूरी फूड माना जाता है. मेवा खिलाने से बच्चों को एनर्जी मिलती है. इससे शारीरिक विकास में मदद मिलती है. बच्चों की डाइट में आपको डेली नट्स जरूर शामिल करने चाहिए।
5- घी- घी बच्चों के दिमागी विकास के लिए बहुत जरूरी है. डीएचए (DHA) से भरपूर घी में फैट के अलावा एंटीफंगल, एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीबैक्टिरियल गुण होते हैं. इससे बच्चों की आंखे, इम्यूनिटी और डाइजेशन अच्छा रहता है. घी खाने से बच्चों की हड्डियां मजबूत बनती हैं. घी में फैटी एसिड्स होने की वजह से ये जल्दी पचता है।
6- दही- बच्चों की डाइट में आपको दही जरूर शामिल करनी चाहिए. दही खाने से बच्चों का इम्यून सिस्टम ठीक रहता है और पेट से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं. दही में एंटीबैक्टिरियल गुण होते हैं जिससे बीमारियां दूर रहती हैं. दही में प्रोटीन, लैक्टोज, आयरन, फास्फोरस होता है जिससे पेट और दिमाग स्वस्थ रहता है. दही खाने से बच्चों की भूख भी बढ़ती है।
7- फल और सब्ज्यिां- बच्चो के संपूर्ण विकास के लिए फल और सब्जियां बहुत जरूरी हैं. फल और सब्जियों के शरीर को एंटीऑक्सीडेंट्स मिलते हैं. जिससे शरीर कई तरह के संक्रमणों और बीमारियों से बचता है. फल और सब्जियों में भरपूर पोषक तत्व, विटामिन्स और फाइबर होता है।
8- ओट्स- फाइबर से भरपूर ओट्स आपको कई फायदे देता है. बच्चों की डाइट में आपको ओट्स भी जरूर शामिल करना चाहिए. ओट्स में सॉल्यूबल फाइबर, बीटा-ग्लुकेन होता है जिससे दिल की बीमारियों दूर रहती हैं. ओट्स खाने से शरीर से बैड कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है. बच्चों को एनर्जी देने के लिए आप डाइट में ओट्स जरूर शामिल करें।
9- स्वीट पोटैटो- बच्चों की डाइट में आपको स्वीट पोटैटो यानि शकरकंद जरूर शामिल करना चाहिए. इसमें फाइबर, कैल्शियम और विटामिन ए पाया जाता है. जिससे बच्चों को भरपूर एनर्जी मिलती है. बच्चों को आप फ्राई करके या उबालकर शकरकंद दे सकते हैं।
10- बेरीज़- बच्चों की डाइट में आपको बैरीज भी शामिल करनी चाहिए. बैरीज का स्वाद बच्चों को काफी पसंद आता है. ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी और रासबेरी में भरपूर एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं. इनमें पोटैशियम, विटामिन सी, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट भी होता है. बैरीज में फैट और कोलेस्ट्रॉल नहीं होता. दिमाग और शारीरिक विकास के लिए बेरी बहुत फायदेमंद हैं।
बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास अच्छी तरह से हो हर पेरेंट्स यही चाहता है। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ कुछ एक्स्ट्रा एक्टिविटीज भी उन्हें सिखाई जाए जिससे उनका मानसिक और शारीरिक विकास अच्छी तरह से हो सके। हर माता-पिता को अपने बच्चों को पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ इमोशनल और मेंटल तरह से मजबूत बनाना चाहिए।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।