वैसे तो नींद लेना बहुत अच्छी बात है, लेकिन जब हम किसी जरूरी काम या पढ़ाई के वक्त ये हमें परेशान करने लगे तो सबसे बड़ा दुश्मन लगने लगती है. अधिकांश स्टूडेंट को पढ़ाई करते वक्त इस परेशानी से दो चार होना पड़ता है. ये समस्या तब और बढ़ जाती है जब परीक्षा नजदीक हो. हालांकि कुछ ऐसे उपाय हैं, जिनकी मदद से आप इस समस्या से राहत पा सकते हैं. आइए हम यहां आपको कुछ टिप्स बता रहे हैं जिनकी मदद से रात में पढ़ते समय आपको नींद नहीं आएगी।
बोर्ड हो या कोई प्रतियोगी परीक्षा या फिर ऑफिस का कोई प्रेज़ेंटेशन तैयार करना इस दौरान सबसे बड़ी समस्या है नींद आने से कैसे रोका जाए। वर्षों से, हम में से अधिकांश ने टॉपर्स या सक्सेसफुल लोगों के बारे में सुना है कि वे लंबे समय तक अध्ययन या काम करने की अपनी क्षमता के बारे में बताते हैं कि कैसे वे पूरी रात बिना नींद के पढ़ाई या काम करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कभी भी अपनी परीक्षा या मीटिंग से पहले खुद को जगाए रखने के लिए मजबूर नहीं करना चाहिए क्योंकि यह गहरी नींद या आरईएम नींद है जो आपके पढ़े या तैयार किए टॉपिक को आपकी लॉन्ग टर्म का हिस्सा बना देती है। इस समस्या के समाधान के लिए विशेषज्ञों के अनुसार अगर आप भी काम या पढ़ाई के दौरान नींद आने की समस्या से परेशान हैं तो ये सूत्र आपकी इसमें मदद करेंगे।
कम रौशनी में कभी ना बैठे
बहुत से लोग सिर्फ़ एक स्टडी लैंप जला कर ही पढ़ाई या काम करते हैं जिसकी वजह से कमरे के बाकी हिस्से में तकरीबन अंधेरा रहता है. अब आप ही बताओ कि मद्धम सी रौशनी, उसपे शांतिप्रद व आरामदायक परिवेश, ऐसे वातावर्ण में नींद आना तो अति स्वभाविक है. ऐसी स्थिति को उत्पन्न होने से रोकने के लिए अपने स्टडी रूम को अच्छे से प्रकाशित रखें।
हेल्दी डाइट चुनें
अधिक वसा वाला भोजन नींद और सुस्ती का कारण बना सकता है। पढ़ाई के दौरान खुद को सोने से रोकने के लिए पोषक तत्वों और फाइबर से भरपूर संतुलित और स्वस्थ आहार जैसे सूप और सलाद, दाल और ढेर सारे फल और सब्जियां खाएं। यदि आप अपने शुगर लेवल को मेंटेन रखना चाहते हैं, तो केक और चॉकलेट न खाएं, इसके बजाय, सेब, संतरा और केला जैसे नेचुरल शुगर से भरपूर फलों का सेवन करें।लीन प्रोटीन ऊर्जा के लिए बहुत अच्छे होते हैं और साथ ही ग्रेनोला या कुछ ट्रेल मिक्स के साथ स्नैकिंग की कोशिश करें या नट्स और सीड्स से भरपूर एनर्जी बार को अपना स्नैकिंग ऑप्शन बनाएं
अच्छी नींद लें
पढ़ते समय नींद आने का मुख्य कारण रात में पर्याप्त नींद न लेना है। स्वस्थ रहने के लिए हर रात 7 से 8 घंटे की नींद लेना अनिवार्य है। न अधिक सोएं और न ही कम, सोने के समय को निश्चित करें ताकि आपका मस्तिष्क हर रात एक ही समय पर नींद आने के लिए तैयार हो।
जल्दी सोने और जल्दी उठने का रूटीन अपनाएं
अंग्रेजी की एक मशहूर कहावत है “Early to bed, early to rise makes a man healthy, wealthy and wise” जिसका मतलब है कि जल्दी सोने और जल्दी उठने से शारिरिक तंदरुस्ती, समृद्धि व दिमागी शक्ति में बढ़ावा होता है. रात को जल्दी सोने से आप प्रयाप्त नींद ले सकते हैं जिससे आप सुबह बिलकुल तरोताज़ा उठेंगे. फ्रेश माइंड से चीज़ें याद रखना बहुत ही आसान होता है. और फिर पर्याप्त समय तक सोने के बाद पढ़ाई करते वक्त फिर से नींद आने का कोई मतलब नहीं बनता।
पावर नैप लें
कई बार आप पढ़ाई या काम के दौरान रात में अपेक्षित मात्रा में नींद नहीं ले पाते हैं। लेकिन आपको दिन के मध्य में इसकी भरपाई करनी ही चाहिए। जब भी आपको बहुत ज्यादा नींद आए, तो पढ़ाई या काम से ब्रेक लें और 20 से 30 मिनट की पावर नैप ज़रूर लें। पावर नैप आपके लिए किसी एनर्जी बूस्टर से कम नहीं है। जागने के बाद आप फ्रेश महसूस करेंगी और यह आपका ध्यान केंद्रित करने में मदद करेगा।
बेड पर लेटकर पढ़ने से बचें
पढ़ाई करते समय आपका आसन और बैठने का तरीका भी बहुत महत्व रखता है. बेड पर लेटकर कभी ना पढ़ें. इससे आपको आलस आ सकता है, जो कि नींद को आमंत्रित करता है. इसलिए पढ़ाई करते समय हमेशा कुर्सी पर सही ढंग से पीठ सीधी करके ही बैठें. सामने एक टेबल रखें और किताब गोद में रखकर पढ़ने की बजाए सामने टेबल पर रखकर पढ़ें. कुर्सी पर बैठे समय भी अपने हाथ या पाँव कुछ-कुछ समय बाद हिलाते रहें. इससे आपके अन्दर सक्रियता बनी रहेगी।
पर्याप्त पानी पिएं
पढ़ाई के दौरान नींद आने का एक और कारण यह भी हो सकता है कि आप पर्याप्त पानी नहीं पी रहे हैं। एक अध्ययन के अनुसार, सचमुच आपके मस्तिष्क को सिकोड़ सकता है। बोर्ड परीक्षा या प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान समय का ट्रैक खोना और पर्याप्त पानी नहीं पीना स्वाभाविक है। इससे निपटने के लिए अपने स्टडी डेस्क पर हमेशा ठंडे पानी की एक पूरी बोतल रखें और दिन भर इसकी चुस्की लेते रहें। आपको दिन में 2 लीटर पानी पीना चाहिए। आप 2 लीटर की बोतल भर सकते हैं और सोने के समय तक इसे खत्म करने का लक्ष्य बना सकते हैं।
सुबह उठकर ताजी हवा लें और टहले
सुबह उठने के बाद अगर आप तुरंत पढ़ाई या काम करने बैठ जाएंगे, तो जाहिर है आपको नींद आएगी ही। इसलिए उठने के बाद सबसे पहले अपनी दैनिक क्रिया पूरी करें ओर फिर बालकनी में या फिर बाहर जाकर थोड़ी देर टहलें। इससे जहां आपकी एक्सरसाइज हो जाएगी वहीं आपको ताजी हवा भी मिलेगी। इस क्रिया से आपकी नींद पूरी तरह से गायब हो जाएगी। इसके बाद आप कई घंटे तक आराम से काम कर सकते हैं।
टहलना है फायदेमंद
झपकी लेने के अलावा, अगर आपको पढ़ाई के दौरान नींद आ रही है तो आप एक और काम कर सकते हैं, वह है उठना और थोड़ी देर इधर-उधर घूमना। आपको जिम जाने की जरूरत नहीं है, बल्कि सिर्फ अपना खून बहने की जरूरत है। आप किसी पसंदीदा गाने पर स्ट्रेच और डांस कर सकते हैं या बस 10 मिनट के लिए बाहर टहल सकते हैं। आप अपनी किताब ले सकते हैं और अपने कमरे में घूमते हुए अध्ययन भी कर सकते हैं।
एक बार में बहुत लंबा अध्ययन या काम न करें
एक बार में 5-6 घंटे अध्ययन या काम एकाग्रता खोए बिना करना लगभग असंभव है। लगातार अध्ययन करने की आइडियल अवधि 2 घंटे है। प्रत्येक 2 घंटे की अवधि को फिर से 25 मिनट के अध्ययन और उसके बाद 5 मिनट के ब्रेक में विभाजित किया जा सकता है। इस दौरान उठें और स्ट्रेच करें या ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें। हर 2 घंटे के बाद, आप लगभग 20 मिनट का लंबा ब्रेक ले सकते हैं।
जोर से पढ़ें, लिखते हुए अपना लिखा पढ़ें
जोर से पढ़ना आपके दिमाग को काम या पढ़ाई के दौरान सोने से रोकने में मदद करने के लिए ज़ोर ज़ोर से पढ़ते हुए लिखें। इसके अलावा, अपने पास एक रफ कॉपी रखें जिसमें आप जो पढ़ या काम कर रहे हैं उसके महत्वपूर्ण बिंदु लिख सकें। आप अपने साथ स्टिकी नोट्स भी रख सकते हैं। यह न केवल आपके नोट्स और इम्पार्टेंट पॉइंट याद रखने का सबसे अच्छा तरीका है, बल्कि यह आपके शरीर को भी व्यस्त रखेगा और आपको एकाग्र और दिमाग को जागृत रखेगा।
हमें आशा है आप ‘पढ़ते समय या काम करते समय नींद से कैसे बचें‘ के तहत प्राप्त आवश्यक जानकारियों से परिचित हो गए होंगे और यह तथ्य आपकी सफलता में भी सहायक होंगे। तो एकाग्रचित्त होकर पढ़ाई में जुट जाइए और तब तक न रुकें जब तक मुक़ाम हासिल न हो जाए।