वैसे तो हमें ये बचपन से ही कहा गया है की कड़ी मेहनत करो और कड़ी मेहनत (Hard work) से ही जीवन में सफलता हासिल होगी वगैरह वगैरह और ये बात सही भी है क्योंकि बिना मेहनत के तो जीवन में कुछ नहीं मिलता| लेकिन आज का ज़माना fast हो चूका है और अगर ज़माने के साथ चलना है तो हमें स्मार्ट वर्क करने की भी ज़रूरत है| तो क्यों न हम हार्ड वर्क को ही ऐसे स्मार्ट तरीके से करना सीख जाए जिससे की मुश्किल से मुश्किल काम भी हम आसानी से कर पाए और स्मार्ट वर्क का मतलब यही तो है| लेकिन स्मार्ट वर्क करने के लिए आप को अपने बौद्धिक क्षमता का और अपनी नॉलेज का सही से इस्तेमाल करना होगा इसके अलावा और भी कुछ ज़रूरी बातों पर ध्यान देना होगा और आज इस आर्टिकल के ज़रिये हम इन्हीं बातों के बारे में जानने की कोशिश करेंगे|
इस तेजी से भागती दुनिया में, जहां हर सेकेंड आपके आसपास चीजें हो रही हैं, तो कोई अपने टाइम का मेनेजमेंट कैसे करता है? जब आप काम पर, किसी मीटिंग में भाग लेने, कॉल और टेक्स्ट का जवाब देने, सूची में अगली चीज़ की योजना बनाने, लोगों को प्रबंधित करने आदि के लिए प्रयास करते हैं और यह रोज़मर्रा की हलचल आपको यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि टाइम का मेनेजमेंट कैसे किया जाए, तो हमारे पास आपकी मदद के लिए कुछ सुझाव हो सकते हैं। सबसे पहले आपको इस बात को मानना होगा कि ऐसी कोई भी आसान हैक, टिप या रणनीति नहीं है जो आपको रातोंरात एक सुपर-हीरो या बहुत ही क्रिएटिव व्यक्ति बना सके। समय और ध्यान को प्रबंधित करने की आपकी क्षमता एक प्रक्रिया है, लगातार जिसकी समीक्षा और संशोधन करना पड़ता है। जब आप मल्टी-टास्किंग को प्रबंधित करने की कोशिश करते हैं तो यह भी आपके जीवन का एक तरीका होना चाहिए।
स्मार्ट वर्क का मतलब क्या है?
किसी भी काम को कुशल और प्रभावी तरीके से करना जिससे की उस काम में आपकी मेहनत भी कम लगे, आपका समय भी बचें और उस काम की गुणवत्ता भी बनी रहे इसी को स्मार्ट वर्क कहा जाता है|
हार्ड वर्क का मतलब क्या है?
जिस काम को पूरा करने के लिए आप को शारीरिक या फिर मानसिक तौर पर ज्यादा मेहनत करनी पड़े और जिस काम में वक़्त भी ज्यादा लगे उसे हार्ड वर्क कहा जाता है|
इसे कहानी के माध्यम से ऐसे समझें
एक गावं में पानी की बहुत कमी थी और नदी भी दूर थी तो दो दोस्तों ने मिलकर इस प्रॉब्लम का हल निकालना चाहा और वो खुद लोगों के लिए नदी पर से पानी लाने का काम करने लगे और उसके बदले वो लोगों से पैसे लेते और वो दोनों अपना अपना हिस्सा बाँट लेते पर थोड़े दिनों बाद एक ने तरकीब लगाई और थोड़े पैसे खर्च कर के नदी से गाँव तक पाइप लाइन लगवायी जिससे की नदी का पानी पाइप से होकर सीधा गाँव तक पहुंच गया और इससे पहले के मुकाबले कई ज्यादा मुनाफा होने लगा पर वही दूसरे ने ये तरकीब सुनकर ना कहा और खुद ही पानी लाता रहा| इससे उसकी आमदनी नहीं बढ़ी और धीरे धीरे लोगों ने भी उससे पानी लेना बंद कर दिया क्योंकि पाइप से पानी लेने में लोगों को कम समय में ज्यादा पानी मिल जाता| तो दोस्तों इस कहानी से हमे ये पता चलता है की अगर हम किसी काम को आसान तरीके से करने की कोशिश करते है तो हमे कम मेहनत में ज्यादा फायदा हो सकता है|
इस वजहों से लोगों को टाइम मेनेजमेंट में हो सकती है कठिनाई
* परफेक्शनिस्ट बनने के लिए लगातार मेहनत करना
* हमेशा कल के बारे में अधिक सोचना
* प्रेरणा की कमी
* प्रभावी होने के बजाय व्यस्त रहना
* अपने कौशल से अंजान होना
* तनाव का सामना न कर पानाप्रौद्योगिकी को साथ नहीं ले जाना
* अधिक मानसिक मेहनत करना
“टाइम मेनेजमेंट की कमी समय के बजाय भावनाओं के कुप्रबंधन के बारे में ज्यादा है।”
टाइम मेनेजमेंट के लिए कुछ सरल टिप्स
हर काम सोच समझकर करें: किसी भी काम को करने का एक सही तौर तरीका होता है तो कोई भी काम करने से पहले उस काम को करने का प्रभावी तरीका क्या है ये जानने की कोशिश करिये| इससे उस काम को आप सही ढंग से और सही दिशा में मेहनत कर के पूरा कर पाओगे और ऐसे में आपकी गलतियाँ होने की भी संभावना काम हो जाएगी| इसलिए अगर स्मार्ट वर्क करना है और गलत तरीके से हार्ड वर्क करने से बचना है तो हर काम को सोच समझकर करिए|
अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखें : इस समय आप कैसा महसूस कर रहे हैं, इसे नियंत्रित करने और समझने की कोशिश करें। “बहुत बार, हमारी कुछ ऐसी भावनाएँ होती हैं जो हमें कार्य को पूरी तरह से शुरू करने से रोकती हैं,”। इसलिए, अपने काम के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने के वादे के साथ केंद्रित और सुसंगत रहना आपके समय के प्रबंधन की दिशा में पहला कदम है। ध्यान केंद्रित रखने के तरीके के बारे में यह एक छोटी सी हैक है।
लक्ष्य निर्धारित करें : नकारात्मक भावनाएं तब आती हैं जब हमारे पास अपने लिए लक्ष्य होते हैं जो कभी-कभी अवास्तविक लगते हैं। ऐसी स्थितियों से निपटने का सबसे अच्छा तरीका यह होगा कि बड़े लक्ष्यों के बजाय छोटे लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित किया जाए। विशेषज्ञ का सुझाव है, “इससे हमें अपने लक्ष्यों को छोटे टुकड़ों में तोड़ने और उन पर ध्यान केंद्रित करने में आसानी होगी।” एक सप्ताह के लिए लक्ष्य निर्धारित करने के बजाय, एक दिन के लिए लक्ष्य बनाएं और उसे प्रेरणा के रूप में उपयोग करें। विशेषज्ञ कहते है, “प्रेरणा किसी भी चीज़ से अधिक कार्रवाई से प्रेरित होती है। जब आप पहला कदम उठाते हैं, तो आपको चलते रहने के लिए और अधिक गति मिलेगी, ”।
किसी भी काम में देरी से बचें : किसी भी काम को करने के लिए समय निर्धारित करें और उसे समय से पहले ही पूरा करने का प्रयास करें। इस छोटे से प्रयास से आपको टाइम मैनेज करने में काफी आसानी होगी।
स्मार्ट वर्क करें : जैसा कि कहा गया है, स्मार्ट वर्क हार्ड वर्क से ज्यादा जरूरी है। दिन-रात काम में लगे रहने से आप अधिक क्रिएटिव नहीं बनाते हैं। बल्कि कम से कम समय में अधिक से अधिक काम करने से आप अधिक क्रिएटिव बनते हैं।
महत्वपूर्ण काम को अधिक प्राथमिकता दें : अपनी लिस्ट में उन सभी काम को अधिक महत्त्व दें जो बेहद जरूरी है। जो कम उतने ज़रूरी नहीं हैं उनको लिस्ट में अंत में शामिल करें और इन सभी के कामों के लिए समय सीमा निर्धारित करके अपनी प्राथमिकताएं ठीक करें
योजना के साथ काम करें: स्मार्ट वर्क करने के लिए एक सही से योजना बनाले और एक सही रणनीति (Strategy) अपनाकर अपने सभी ज़रूरी कामों को करें| इससे आप को कौनसी चीज़ें कब करनी है, किस तरह से करनी है इसका अंदाज़ा हो जाएगा और काम को करने की सही दिशा मिल जायेगी|
आसान तरीका अपनाये: अगर स्मार्ट वर्क करना है तो किसी भी काम को करते वक़्त उस काम को आसानी से कैसे पूरा किया जा सकता है ये देखिये| यहाँ पे आप को मेहनत तो करनी है पर अपने दिमाग का इस्तेमाल कर के सही तरीके से मेहनत करनी है ताकि आप ज्यादा effort और hard work करने से बच पाए|
मुश्किल काम को छोटे हिस्सों में बाँटे: मुश्किल काम को करते वक़्त आप सबसे पहले तो उस काम को छोटे छोटे हिस्सों में बाँट लो और फिर एक एक हिस्सों पर काम कर के उस काम को पूरा करो जिससे की मुश्किल काम करने में आसानी हो जायेगी और ये काम करने का एक बेहतरीन तरीका है| इसके अलावा मुश्किल काम के बीच में छोटे छोटे ब्रेक लो और ब्रेक में अपने आप को थोडासा रिलैक्स करो, अच्छा म्यूजिक सुनो या फिर एक्सर्साइज करो जिससे की आपका माइंड फ्रेश हो जाएगा और ब्रेक के बाद आप काम पर अच्छे से कंसंट्रेट कर पाओगे|
मल्टी टास्किंग से बचें: कई सारे लोग जल्दबाजी के चक्कर में एक साथ कई सारे काम करते है और इसे ही हम मल्टी टास्किंग कहते है जिसका परिणाम ये होता है की हमारा कोई भी काम सही तरीके से नहीं हो पाता और कई बार कुछ काम अधूरे भी रह जाते है| इसलिए ज़रूरी कामों की टू डू लिस्ट बनाओ और एक समय पर एक ही काम पर फोकस रखकर उसे पूरा करो| उसके बाद ही अगला काम शुरू करो क्योंकि स्मार्ट वर्क मल्टी टास्किंग करने में नहीं बल्कि एक समय पर एक काम करने में है|
काम दूसरों को सौंप दे: आप अपना इंपोर्टेंट काम छोड़कर कोई ऐसा काम कर रहे है जो कोई और भी कर सकता है तो वो काम किसी और को सौंप दीजिये| यहाँ पर आप अपनी फॅमिली मेंबर्स की या फिर दोस्तों की मदद ले सकते हो| यहा तक की आप अपने इंपोर्टेंट काम के लिए भी किसी एक्सपर्ट की मदद ले सकते हो जिससे की आप वो समय बाकी चीज़ों में लगा सकते हो जैसे की हर बिजनेसमैन करता है| वो अपने बिज़नेस को चलाने के लिए एक्सपर्ट की मदद लेता है और उन्हें उसके बदले सैलरी देता है इसेही हम काम को सौंपना ( वर्क डेलिगेशन) कहते है और ये भी काम करने एक तरीके है|
सही नॉलेज लें: कई बार हमें किसी चीज़ की सही नॉलेज नहीं होती और इस वजह से हम उस चीज़ में हम मेहनत तो कर रहे होते है लेकिन हमे उस में कोई ख़ास परिणाम नज़र नहीं आता| जैसे की मानलो अगर आप को किसी सब्जेक्ट की अच्छी नॉलेज नहीं है तो आप चाहे कितनी पढ़ाई कर लो पर आप उस सब्जेक्ट के कॉन्सेप्ट को गहराई से नहीं समझ पाओगे और इस वजह से आप उस सब्जेक्ट में अपना बेहतर परफॉर्मेंस नहीं दे पाओगे| इसलिए अगर स्मार्ट वर्क करना है तो किसी भी चीज़ की शुरुवात करते वक़्त उसकी सही से नॉलेज लें और फिर उस काम को करिये|
इस आर्टिकल के ज़रिये हमने स्मार्ट वर्क के बारे में जाना जिसमें हम अपने काम को सही से सोच समझकर, उस काम की सही नॉलेज लेकर उसे आसान और प्रभावी तरीके से करते है| कार्य में हम शारीरिक के मुकाबले हमारी बौद्धिक क्षमता का ज्यादा इस्तेमाल करते है जिससे की कम मेहनत में और कम समय में हम अपने काम को पूरा कर पाते है|