अपने असली रूप में दिखें, बच्चों की तरह हम जितना अपने वास्तविक स्वरूप में दिखते हैं, उतने हम आकर्षक नजर आते हैं इसलिए अपने वास्तविकता को ही उजागर करने का प्रयास करें। हमेशा सत्य बोलें जो है वही दीखें इससे भी हम अपना प्रभाव व्यक्ति पर छोड़ पाते हैं,उस को प्रभावित कर पाते हैं,और इसकी वजह से हम शानदार भी दीखते हैं।
आज के समय में बहुत से लोगों को ऐसा लगता है की पर्सनैलिटी का मतलब केवल व्यक्ति के रंग-रूप, वेशभूषा और रहन-सहन है। किंतु ऐसा नहीं है का अर्थ व्यक्ति के शानदार व्यक्तित्व से होता है जैसे व्यक्ति की सोच विचार, उसकी आदतें, उसकी कार्य करने की गतिविधियां और दूसरों के प्रति उसका व्यवहार से होता है ना कि बाहरी दिखावे और पहनावे से। आज आप यह जान और समझ पाएंगे कि व्यक्ति की बाहरी सुंदरता नहीं बल्कि आंतरिक सुंदरता उसके व्यक्तित्व को दर्शाती है। कुछ लोगों से मिलकर उनसे दोबारा मिलने की इच्छा होती है, कुछ लोगों से मिलने के बाद उनकी बातों को नकार पाना असंभव सा होता है, क्योंकि उनसे हमारा नेटवर्क काफी मजबूत होने लगता है, उनके औरा से हम प्रभावित होने लगते हैं, क्या कारण है, की हम उनकी ओर खिंचे चले आते हैं, इसके लिए हमें रूप, बल, स्वभाव, और व्यवहार में शानदार बनने की जरूरत है। क्योंकि यह शानदार व्यक्तित्व हमारी बाहरी सुंदरता के साथ, मानसिक अंदरुनी सोच, शब्दों के प्रयोग, आदत और हमारी क्रिया पर निर्भर रहता है। आकर्षक होना अब लाइफ पार्टनर खोजने तक ही सीमित नहीं।
खुद से प्यार करें।
खुद का चमत्कारिक और आकर्षक व्यक्तित्व निखारने के लिए हम सबसे पहले खुद से प्यार करें। खुद बहुत ही सजधज कर रहे। अपनी वाणी में मिठास लाएं और आकर्षक ढंग से मुस्कुराते हुए किसी से बातें करें, मिलें। कभी-कभी अपने लिए कुछ सामान खरीद कर भी लाए, यह हमें अपने आपमें प्रसन्नता दिलाता है।
खुद के लिए अच्छी बात बोलें।
अपनी बातों में खुद के लिए अच्छा बोलना हमारे व्यक्तित्व को निखारता है, जिसके प्रभाव से हमारा आत्मविश्वास और आत्मबल बढ़ता है और हम अपने आप में खुद को शानदार महसूस करने लगते हैं, इसलिए शब्दों के प्रयोग में सदैव सकारात्मक शब्दों का ही प्रयोग करें।इन शब्दों के प्रभाव से हम दूसरों के नजर में भी शानदार बनते हैं।
समता का गुण।
हम मानव के जीवन में उतार चढ़ाव सुख दुख लगा रहता है। इन परिस्थिति को जब हम अपनी सहनशक्ति के प्रभाव से सहन कर लेते हैं, तब ही सूझबूझ से अपने कार्य को अंजाम दे पाते हैं, और हम धीरे-धीरे अपने आप को शानदार भी बना पाते हैं, जो हमारा प्रभाव बढ़ाता है, हमें सफलता दिलाता है, हमें अपनी गौरांवित महसूस कराता है, जिससे हमारे मन में शांति बनी रहती है,और इस शांति के प्रभाव से हम अपने निर्णय सूझबूझ से कर पाते हैं, जो हमें शानदार बनाता है।
अपने लक्ष्य और सपनों की ओर ध्यान दे।
अपने समय की पूंजी को ना बर्बाद कर अपने समय के बैंक से समय की पूंजी का पूरी तरह से उपयोग करें। अपना एक- एक पल, उन कार्यों में लगाएं जो हमें कुछ देता हो। उन लोगों के साथ समय बिताएं, जिनसे हमें कुछ सीखने मिलता हो, उन लोगों के बारे में पढ़ें, जिन्होंने जीवन को सफलतापूर्वक कुछ हासिल किया है, व्यर्थ अपने समय को गंवाने से हम अपनी उर्जा को नष्ट करते हैं, व्यर्थ के विचारों में उलझे रहते हैं, और जिसके कारण हमें कुछ भी प्राप्त नहीं होता।
कुछ नया सीखने को तैयार रहें।
खुद को शानदार बनाने के लिए नई नई चीजों को सीखने के लिए हमेशा तैयार रहें। किसी भी माहौल में किसी भी समय जब ऐसा कोई अवसर मिले, या सूचना मिले तो वहां पहुंचने का प्रयास करें और अपने आपको शिक्षा से परिपूर्ण करें। हम जितना सीखते हैं, उतना ही शानदार बनते चले जाते हैं। आज तक पृथ्वी पर जिन्होंने भी बड़ी सफलता या बड़ा कुछ किया है उन्होंने आइडिया लगा कर, उससे सीखकर, उस पर काम कर ही कुछ पाया है।
अकेले खुश रहने की आदत बनाएं, इसे सीखें, अपनी भावना को समय दें।
जितना अधिक हो हम अकेले में खुश रहने की आदत पर काम करें इसके लिए हम पुस्तके पढ़ें, बगीचे में टहलने की आदत लगाएं। संभव हो तो इसे दो समय, प्रातः काल और रात्रि के भोजन के बाद प्रयास करें। अकेले रहने से हम आत्म चिंतन कर खुद में आत्मविश्वास की वृद्धि कर, खुद को आकर्षक बनाने में सक्षम हो पाते हैं। आजकल गूगल के माध्यम से बहुत तरह की ई बुक सुनने की भी व्यवस्था है जिससे हम सफल व्यक्ति के चरित्र और गुणों को सुन सकते हैं। अकेले में उन व्यक्तियों के चरित्र सुनने से हम बुद्धिमान बनते हैं, शिक्षित होते हैं, जिससे हमें जीवन में दिशा मिलती है, जिससे हमारा व्यक्तित्व और शानदार बनता है।
शांत रहना शानदार बनता है।
किसी से बातें करते हैं तब उसकी बातों को शांत रहकर सुने पूरी तरह सुनकर ही जवाब दो। शांत रहने से हमको अपने शब्दों और विचारों का प्रयोग करने का समय मिल जाता है और हम अपनी बात को सुंदरता से रख पाते हैं, जो हमें सामने वाले व्यक्ति की नजर में शानदार बनाती है।
ध्यान से पूरी बात सुन कर ही जवाब दें।
सब को सम्मान देकर ही बातें करें, उनका नाम लेकर ही बुलाए। उनको इंपॉर्टेंट फील करवाएं, जरूरत से कम ही बोले और ज्यादा सुने। हम पूरी बात सुनकर ही जवाब दे। इसमें किसी तरह का जल्दबाजी ना करें। सामने वाले व्यक्ति की बात ध्यान से सुने। सामने वाले व्यक्ति की प्रशंसा करें। कॉन्फिडेंस बनाकर रखें। पैसों के साथ-साथ दुआओं को कमाने का प्रयास करें।
पढ़ने वाला ही नेतृत्व करता है।
पढ़ने की आदत बनाएं, जो जितना पड़ता है जितना सीखता है,उतना ही वह ज्ञान में अव्वल बनता है,और नेतृत्व कर सकता है उसके ज्ञान के आगे, सामने वाले व्यक्ति को झुकना पड़ता है।
कान से पढ़ सकते हैं।
आज के इंटरनेट के युग में हम ऑडियो बुक यूट्यूब,गूगल या कुकू एफएम ऐप पर जाकर किसी भी तरह की किताब को कानों के द्वारा सुनकर भी पढ़ सकते हैं।
अच्छा सोचें।
यदि हम ये ठानकर चलें कि आज दिनभर हम जो भी सोचेंगे, अच्छा ही सोचेंगे तो निश्चित ही हमारा दिन अच्छा जाएगा। कई बार हम कुछ ऐसे लोगों की संगति में फँस जाते हैं, जो हमेशा अपने दु:खों का ही रोना लेकर बैठ जाते हैं। जीवन में उन्हें खुश रहना तो आता ही नहीं है। आपके लिए अच्छा होगा कि आप ऐसे लोगों से दूर ही रहें।
अच्छे काम में मन लगाएँ।
कई बार व्यक्ति का काम इतना तनावपूर्ण रहता है कि वह क्रोध करता है तथा उसके दिमाग में नकारात्मक विचार आते हैं। यदि आपके साथ भी ऐसा होता है तो आप स्वयं को किसी ऐसे कार्य में लगाइए, जिससे आपको मानसिक शांति मिले। आप चाहें तो मधुर संगीत, मौज-मस्ती, अच्छा साहित्य आदि के माध्यम से अपने तनाव को दूर कर सकते हैं।
अजनबी लोगों से बात करें तब तो नये दोस्त बनेंगे।
आमतौर पर देखा जाता है कि अजनबी लोगों से बातें करने में घबराते हैं,किंतु यह गलत है। हमें अजनबी लोगों से बातें करने से ही नये दोस्त मिलेंगे, नई बातें सीखने मिलेगी नई नई खुशियों के स्रोत मिलेंगे, जिससे हम नये प्रयोग कर सकेंगे और खुश रह पाएंगे।
अपनी आवाज को साफ रखें।
रोज सुबह गर्म पानी पीकर हम अपने गले को चुस्त और तंदुरुस्त रखें इससे हमारा गला साफ रहे और हमारे द्वारा बोले गए शब्द और बातें साफ साफ शब्दों में निकले जो सामने वाले व्यक्ति को भी अच्छी तरह समझ आए, जो हमें शानदार बनाती है।
हर स्थिति में सकरात्मक सोच रखें।
यह सत्य है कि हम जैसा सोचते हैं, वैसा ही प्राप्त करते हैं। नकारात्मक सोच जहाँ हमें निराशावादिता और नाकामी की ओर ले जाती है, वहीं सकारात्मक विचार हमें सकारात्मकता और सफलता की ओर अग्रसर करते हैं। कई शोधों से भी यही बात सामने आई है कि हमारी सोच हमारी कार्यक्षमता को प्रभावित करती है। हम जैसा सोचते हैं, वैसा ही कार्य करते हैं। यदि हम दिन के 24 घंटों में से दस घंटे नकारात्मक बातें करते हैं तो धीरे-धीरे हमारी सोच भी नकारात्मक होने लगती है फिर हमें दुनिया के हर इंसान में बुराई ही नजर आने लगती है। शानदार व्यक्ति दिखने के लिए हम हर स्थिति के सकारात्मक पहलू को ही देखें और उसके तथ्यों पर ही चिंतन करें। साथ वाले व्यक्तित्व को भी सकारात्मकता की बात और हर स्थिति से शांति और सूझबुझ् से निपट कर अपनी शानदार इमेज बनाएं। हमारी आँखों के द्वारा हम उनकी भावना को आसानी से समझ सकते हैं। हमारे विचार और हमारी भावना के अनुरूप ही हम बनते और दिखते हैं।
मुस्कुराये।
मुस्कुराने वाले व्यक्ति निश्चित रूप से सामने वाले व्यक्ति को प्रभावित करते हैं वैसे भी मुस्कुराना चेहरे का आभूषण है। ऊपर वाले के द्वारा किया गया हस्ताक्षर है, जो हमें आकर्षक बनाता है इसलिए चेहरे पर मुस्कुराहट रखकर हम खुद को शानदार बना सकते हैं।
लंबी सांस लें।
बीच-बीच में दिन के अंतराल में कुछ देर लंबी सांसे लेकर हम अपने मन मस्तिष्क और शरीर को एक संतुलन में ले जा सकते हैं, जो हमें और आकर्षक बनाता है, हमें प्रसन्नता और शांति देता है और जिसके प्रभाव से हम शानदार लगते हैं।
दूसरों का आदर करें।
सबको आदर मान सम्मान देना सब की बातों को ध्यान से सुनना और पूछी हुई बातों को जानकारी के आधार पर शालीनता से सामने वाले व्यक्ति के समक्ष रखना हमें शानदार बनाता है।
लोग सब भूल जाते हैं, लेकिन बोले शब्द नही भूलते।
हम सब कुछ भूल सकते हैं किंतु उनके द्वारे बोले गए शब्द को हम मानव भूल नहीं पाते। इन शब्दों के प्रभाव से ही महाभारत हुई जिसे हम सभी जानते हैं। इसलिए शब्दों की बागवानी करें और चमत्कारिक शब्दों का प्रयोग हम अपनी दैनिक बोलचाल में करें तो यह हमें शानदार बनाता है हमारे व्यक्तित्व को शानदार बनाता है लोग उन शब्दों को भूल नहीं पाते और हमें याद करते हैं।
लोगों में वास्तविक रुचि लें।
लोगों की बातें जब भी सुने बहुत ध्यान देकर सुने और अपने विचारों को पूरी सूझबूझ से उनके समक्ष रखें तो यह हमें शानदार बनाता है।
दुनिया हंसी की तलाश में है।
मानव हंसते मुस्कुराते लोगों को खोजता है, वह उनके साथ ही समय बिताना चाहते हैं, जो हंसते मुस्कुराते रहते हैं, जिनकी सोच में सकारात्मकता होती है। इसलिए खुद को शानदार बनाने के लिए सदैव हंसते मुस्कुराते रहे, लोगों को भी शानदार महसूस कराएं।
अपने असली रूप में दिखें, बच्चों की तरह।
हम जितना अपने वास्तविक स्वरूप में दिखते हैं, उतने हम आकर्षक नजर आते हैं, इसलिए अपने वास्तविकता को ही उजागर करने का प्रयास करें। हमेशा सत्य बोलें जो है वही दीखें इससे भी हम अपना प्रभाव व्यक्ति पर छोड़ पाते हैं,उस को प्रभावित कर पाते हैं,और इसकी वजह से हम शानदार भी दीखते हैं।
शानदार बनने के लिए छोटी छोटी आकर्षक आदत बनाएं।
अपनी आदतों को पर काम करके ही हम खुद को आकर्षक बना सकते हैं।इसके लिए हम छोटी-छोटी आदत पर ध्यान दें, अपने जीवन में यह छोटी-छोटी आदतें हमे बड़े मुकाम पर पहुंचा देती है। हम जैसी आदतें बनाते हैं वैसा ही हमारा भविष्य बनता जाता है।
सामने वाले से मदद मांगे।
हम चुनौती की स्थिति में कई बार मदद मांगने से घबराते हैं, घबरा जाते हैं, डर जाते हैं ऐसे हालातों में सामने वाले व्यक्ति से मदद मांगे, इस तरह मदद मांगना भी हमें शानदार बनाता है।
प्रशंसा अवसर हाथ से ना गवाएं।
खुद को शानदार बनाने के लिए सामने वाले व्यक्ति की प्रशंसा का कोई भी अवसर हाथ से ना गवाएं।जब मौका मिले प्रशंसा को सार्वजनिक रूप से करें और कहीं कोई कमी बतानी हो तो वह एकांत में बताने का प्रयास करें।
हमेशा अपने वास्तविक रूप में रहो, खुद को व्यक्त करो, स्वयं में भरोसा रखो, बाहर जाकर किसी सफल व्यक्तित्व को तलाश कर उसकी नक़ल मत करो। एक अच्छे सकारात्मक व्यक्तित्व से ज्यादा आकर्षक कुछ भी नहीं हैं, इसकी खूबसूरती समय के साथ कभी फीकी नहीं पड़ती।