स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से देश भर में स्वास्थ्य योजनाओं को बढ़ाने के लिए 2018 में आयुष्मान भारत- स्वास्थ्य देखभाल केंद्र योजना की शुरुआत की गई थी। अब यह योजना अपने चार वर्ष पूरा कर चुकी है, जिसके तहत देश भर में 17000 ऐसे स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों की स्थापना की गई है, जहां गैर संक्रामक रोगों की जांच की सुविधा उपलब्ध है और ये आम आदमी की पहुंच के दायरे में हैं। सबसे अहम बात यह है कि इन स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों ने अपनी सेवाओं का विस्तार करते हुए दूरस्थ सलाह टेली कंसल्टेशन की प्रक्रिया अपनाते हुए विशेषज्ञों की सलाह देने का कार्य शुरू किया है। इस प्रकार के प्रयास, समुदाय के लोगों को स्वास्थ्य को लेकर जागरूक बनने की प्रवृति में तेजी से बदलाव ला रहे हैं।
आप में से अधिकतर लोगों ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के विषय में सुना होगा। यह प्रधानमन्त्री द्वारा शुरू की जाने वाली एक स्वास्थ्य सेवा संबंधित योजना है जिसके उपलक्ष्य में हर साल 30 अप्रैल के दिन आयुष्मान भारत दिवस मनाया जाता है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध करवाना है। इस योजना का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य यह है कि इसके माध्यम से देश के दूर – दूर स्थित क्षेत्रों में सस्ती स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने में अधिक तेज़ी की जानी चाहिए। यही कारण है कि इस योजना को ‘मोदी केयर’ या ‘नेशनल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम’ के नाम से भी जाना है। आइए आज हम जानते हैं कि आयुष्मान भारत दिवस क्यों तथा कब मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य लक्ष्य क्या है?
आयुष्मान भारत का उद्देश्य
भारत में मनाया जाने वाला आयुष्मान भारत दिवस दोहरे मिशन को प्राप्त करने के उद्देश्य से देश भर में मनाया जाता है। नागरिकों तथा समाज स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने और साथ ही उन्हें बीमा लाभ प्रदान करने का काम इस योजना के अंतर्गत किया जाता है। आपको बता दें, आयुष्मान भारत दिवस के दिन का उद्देश्य सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना डेटाबेस के आधार पर देश के दूर स्थित कई क्षेत्रों में सस्ती चिकित्सा सुविधाओं की पहुंच को बढ़ावा देना है। इसके चलते स्वास्थ्य और कल्याण को भी बढ़ावा मिलेगा और गरीबों को बीमा लाभ प्रदान किया जाएगा।
आयुष्मान भारत दिवस क्यों मनाया जाता है?
आयुष्मान भारत दिवस दो लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मनाया जाता है। वे गरीबों के स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देना और उन्हें बीमा लाभ प्रदान करना है।
इन बीमारियों को कवर करती है आयुष्मान भारत योजना
आयुष्मान भारत योजना में इलाज को कवर करने के लिए 1,300 से भी अधिक पैकेज हैं, जिसमें कैंसर सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी, कीमोथेरेपी, हृदय संबंधी सर्जरी, न्यूरो (मस्तिष्क) सर्जरी, रीढ़ की सर्जरी, दंत सर्जरी, आंखों की सर्जरी और एमआरआई और सीटी स्कैन जैसे विशेष परीक्षण शामिल हैं।
आयुष्मान भारत योजना के तहत COVID उपचार कवर
इतना ही नहीं PM-JAY के लाभार्थियों को कोरोना वायरस के इलाज और जांच के लिए वित्तीय सुरक्षा भी मिलती है। इलाज के लिए भुगतान सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों में संबंधित राज्य सरकारों द्वारा किया जाता है।
आयुष्मान भारत दिवस से जुड़े तथ्य
* आयुष्मान भारत दिवस का प्रारंभ भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2018 में किया गया था।
* इस योजना को 23 सितंबर 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा झारखंड के रांची शहर से शुरू किया गया था।
* 26 दिसंबर साल 2020 तक यह योजना भारत के केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लेह लद्दाख में भी पहुंच गई।
* इस योजना के अन्तर्गत लाभार्थियों को सामाजिक आर्थिक जनगणना डेटाबेस के आधार पर चुना जाता है।
* आपको बता दें, भारत में आयुष्मान भारत दिवस के अन्तर्गत चलाई जाने वाली आयुष्मान भारत प्रधानमन्त्री जन आरोग्य योजना को दुनिया का सबसे बड़ा स्वास्थ्य कवर माना गया है।
* इस योजना का यह लक्ष्य है कि इसके अन्तर्गत प्रति परिवार प्रति वर्ष पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य कवर प्रदान करना है।
* प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लाभार्थी भारतीय जनसंख्या के निचले40% से हैं।
* यह योजना व्यक्ति के अस्पताल में भर्ती होने से पंद्रह दिन पहले और अस्पताल में भर्ती होने के पंद्रह दिन बाद के समय व्यक्ति को कवर करने के लिए दी जाती है। जिसमें दवाओं और परीक्षणों का खर्च शामिल रहता है।
* इस योजना के अंतर्गतवरिष्ठ नागरिक स्वास्थ्य बीमा योजनाऔर राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना को भी चालू किया गया है।
* इस योजना में ऐसे पैकेज शामिल हैं, जिनमें केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं की तुलना में15% तक सस्तानिल रिप्लेसमेंट, बाईपास और अन्य उपचार शामिल रहता है।
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की विशेषताएं…
* यह एक ऐसी सरल योजना है जिसके अन्तर्गत कैशलेस तथा पेपरलेस प्रक्रिया के तहत प्रत्येक परिवार को हर वर्ष 5 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य कवरेज प्रदान किया जाएगा।
* इसके साथ ही इस योजना के लाभार्थी का लक्ष्य भारत के 10 करोड़ परिवार यानि लगभग 50 करोड़ लोगों तक सुविधा पहुंचाने का लक्ष्य जारी है।
*.आयुष्मान भारत स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र को शुरू किया है। इसने 2022 तक 5 लाख स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र स्थापित करने का लक्ष्य तय किया है।
थीम(Theme) : सेवा भी- रोज़गार भी
योजना के संबंध में संबंधित सूचनाएं –
* सरकार द्वारा इस योजना के ज़रिए देश में लगभग 75500 से अधिक आयुष्मान भारत स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों का उद्घाटन किया है।
* श्रम मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने देश के कुल 4 राज्यों में इस योजना के साथ ही कर्मचारी राज्य बीमा योजना (ESI) की भी शुरुआत की।
* राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा इस योजना के अन्तर्गत नए चरण का आरंभ किया।
* साल 2020 के मई में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने प्रसिद्ध रेडियो कार्यक्रम मन की बात में योजना के संबंध में कहा था कि इस योजना के तहत लगभग 1 करोड़ से अधिक लोगों की सहायता की जा चुकी है।
* इस मद से उपचार के लिए लगभग 1 करोड़ 34 लाख रूपए खर्च किये गए हैं। इसी प्रकार इस योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को लाभ पहुंचाया गया।
* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा साल 2018 में आयुष्मान भारत स्वास्थ्य देखभाल की शुरुआत की थी। जिसको अब इस बार 4 वर्ष पूरे हो जाएंगे।
* इस दिवस के आयोजन में इस बार सभी आयुष्मान भारत स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों पर 17 अप्रैल 2022 को योग तथा स्वास्थ्य देखभाल सत्रों का आयोजन किया गया,वहीं पूरे देश में 18 से 30 अप्रैल तक ब्लॉक स्तर पर स्वास्थ्य मेले भी आयोजित किए जा रहे हैं।
* हाल ही में दुनिया में फैले कोरोना संक्रमण के परिणाम से यह सभी को ज्ञात हो गया है कि देश में स्वस्थ होने का मतलब किसी बीमारी से मुक्त होना नहीं है बल्कि शारीरिक, मानसिक तथा भावनात्मक रूप से व्यक्ति का स्वस्थ होना ज़रूरी है।
* इसी अहम मुद्दों को लेकर भारत सरकार ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को लागू किया जिसके तहत लोगों को निशुल्क स्वास्थ्य संबंधित सेवाएं प्रदान की जाती हैं जो कि बेहद सराहनीय है।
आयुष्मान मित्र
“आयुष्मान मित्र” पहल बेरोजगारों को रोजगार प्रदान करने के लिए शुरू की गई थी। आयुष्मान मित्र पहल के तहत दस लाख से अधिक नौकरियां सृजित की गईं। आयुष्मान मित्र को सीधे निजी अस्पतालों और सरकारी अस्पतालों में तैनात किया गया था।
* इस योजना के तहत नियोजित युवाओं को 15,000 रुपये का वेतन मिलेगा। इसके अलावा, उन्हें प्रत्येक लाभार्थी पर 50 रुपये का प्रोत्साहन मिलता है।
*.आयुष्मान मित्र लाभार्थियों को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं। उन्हें रोगी के निर्वहन के बाद राज्य एजेंसी को सूचित करना पड़ता है।