जीवन में हमारे पास सब कुछ होते हुये भी कभी – कभी हम खुश महसूस नहीं कर पाते। वजह – मन की कुछ दबी भावनाएं हो सकती हैं। इसलिए, खुश और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए इन आदतों को अपनाएं। हमारे अपने लाइफ के कुछ फंडे या रूल्स होते हैं, जिन पर हम चलते हैं। यही आगे चलकर हमारी आदतें बन जाते हैं। और आदत बदलना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। आपको जो सिखाया गया है या जिसमें आप सहज महसूस करते हैं, उसे बदलने में बहुत समय और ऊर्जा लगती है। खासकर यदि आपकी आदत पुरानी हो। अपनी मानसिक स्थिति में बदलाव लाने और खुश रहने के कई तरीके हैं। ऐसा करने का एक तरीका यह पता लगाना है कि कौन सी आदत कम से कम प्रयास में आपके जीवन में सबसे बड़ा बदलाव लाती है।
अक्सर देखा जाता है कि लोग रिश्तों पर ध्यान कम देते हैं। और घर की चीजों को हल्के में लेने की आदत तो हम भारतीयों को कुछ ज्यादा ही है फिर चाहे वह घरवाली ही क्यों न हो। ज्यादातर भारतीय सोचते हैं कि वो घर के लिए पैसा कमाते रहें और अच्छे से मौके पर कोई महंगा सा तोहफा लाकर बीवी को दिया और वह खुश हो जाएगी। अगर आप भी ऐसा सोच रहे हैं तो जितनी जल्दी इस मिथ से निकल आइए अच्छा है। चाहे वाइफ वर्किंग हो या होममेकर सिर्फ तोहफे से खुश नहीं होती। उसे खुश करने के लिए हम आपको कुछ जरूरी टिप्स देते हैं।
आदतें जो बदलें आपका जीवन
आज की खुशियां
जब हमारे पास आज जो कुछ है, उसके लिए हम कृतज्ञ होते हैं, तो हमारा दिमाग अच्छी चीजों पर ध्यान केंद्रित करता है, न कि जो कुछ भी खो गया है उस पर। हम इस बात की सराहना करते हैं कि हम कहां हैं और हमारे पास क्या है। इसकी वजह से मन में एक सतोष की भावना पैदा होता है, संतोषी सदा सुखी।
रोजाना से एक घंटा जल्दी उठें
अगर आप रोज एक घंटा पहले उठते हैं तो आपके पास कई काम करने के लिए काफी वक्त निकल आता है। इस अतिरिक्त समय को आप योग और सैर के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके साथ ही आप अपने दिन की शुरुआत आराम से कर सकते हैं। आराम से काम करके आप भागमभाग को कम कर सकते हैं। इसके साथ ही आपको दिन के कामकाज के साथ एडजस्ट होने के लिए भी ज्यादा समय मिले
काम की लिस्ट बनायें
अगर आपको यह मालूम हो कि कौन सा काम आपके लिए ज्यादा जरूरी है, तो आप बिना किसी तनाव के भी काम को कर सकते हैं। आपको अपनी प्राथमिकतायें मालूम होंगी तो आप काम को बेहतर तरीके से निपटा पाएंगे।
थोड़ा घूम फिर लें
दिन में सारा दिन कुर्सी पर बैठे रहना आपके लिए ठीक नहीं। कभी-कभार सीट से उठकर थोड़ा टहल लें। अगर आप बाहर नहीं जाना चाहते, तो थोड़ा ऑफिस में ही घूम लें। जब भी आपको टाइम मिले, थोड़ा टहल लेना चाहिये। टहलने से दुविधायें कम होती हैं और हमारी निर्णय क्षमता बेहतर होती है।
जीवन साथी को समय जरूर दें
अक्सर हम देखते हैं कि वर्क लोड के चक्कर में ऑफिस में देर हो जाती है। ऐसे में घर पहुंचे और सीधे बेड पर सो गए। याद रखें रिश्ते में खामोशी तूफान की वजह बन सकती है। इसलिए कभी भी पत्नी को समय देना न भूलें। चाहे कितना भी बिजी हों घर लौटें तो पत्नी के साथ क्वालिटी टाइम जरूर बिताएं। यही काम अगर पत्नी ऑफिस से लेट पहुंचती हैं तो भी करें। उन्हें ये अहसास दिलाएं कि आप उनकी परवाह करते हैं और उनके साथ समय बिताना आपको पसंद है। ऑफिस की टेंशन में पत्नी को कभी समय देना न भूलें। आपके साथ मिला ये वक्त उनके दिल में आपके लिए प्यार बढ़ा देगा।
मदरहुड का पैरेंटहुड में बदलें
बच्चे संभालना कोई ऐसा काम नहीं है जिसके लिए केवल महिला जिम्मेदार है। बच्चे को संभालने में पति और पत्नी की बराबर जिम्मेदारी होनी चाहिए। घर में बच्चा छोटा है तो उसे संभालने में पत्नी की मदद करें और स्कूल जाना शुरू कर चुका है तो भी उसे तैयार करने से लेकर टिफिन तैयार करने तक कई सारे काम हैं जो आप संभाल सकते हैं। होमवर्क कराने में भी मदद करके पत्नी को हेल्प कर सकते हैं। अगर बच्चे से समय मिलेगा तो पत्नी आपको समय देगी। तो आज से घर पैरेंटहुट को लेकर काम शुरू कर दें।
शेयर करें जिम्मेदारी
घर की जिम्मेदारी उठाना केवल महिला का काम है, ऐसा सोचना बिलकुल गलत है। घर दोनों का है इसलिए जिम्मेदारी भी बराबर होती है। फिर चाहे महिला वर्किंग या फिर होममेकर। घर के अरेंजमेंट के बारे में आपको भी पूरा पता होना चाहिए। पत्नी के साथ मिलकर घर को लेकर पूरी बात करें। फिर चाहे घर के पर्दे हो या सोफे का डिजाइन तय करना। सबमें दोनों की बराबर हिस्सेदारी होती है।
खाते समय सिर्फ खाने पर ध्यान
खाते समय अपना पूरा ध्यान सिर्फ भोजन पर लगायें। यह क्या कि भोजन करते समय भी आप कंप्यूटर पर नजरें मत लगाइये। उस लम्हे में रहना सीखें। जिस पल में हैं उस पल का आनंद लें। समय मिले तो घूमें, किताब पढ़ें, दिन में जितना भी वक्त मिले अपने लिए जरूर निकालें।
किचन में जाना न भूलें
किचन में जाना बिलकुल न भूलें। अगर अच्छा खाना बनाना सीख लिया तो बीवी भी खुश आप भी खुश। अच्छा न भी बनाते हों तो किचन में ऐसे बहुत सारे काम हैं जिनमें आप मदद कर सकते हैं। धीरे-धीरे डिश बनाना भी सीखें और पत्नी को सरप्राइज करें। यकीन करें महंगे गिफ्ट से ज्यादा आपके हाथ के बने जायकेदार खाने से पत्नी ज्यादा खुश होगी।
काम के बाद कुछ अलग करें
घर आने के बाद कुछ अलग करें। एक ही तरह का जीवन न जियें। यह क्या कि घर आए, भोजन किया, टीवी देखा और सो गए। कुछ तो नया कीजिये। जीवन में कुछ नया करें। कैसा रहे घर आकर अगर आप बाहर घूमने जाएं। थोड़ा वक्त परिवार के साथ बितायें। बच्चों के साथ घूमें और दोस्तों के साथ वक्त बितायें। कहने का अर्थ यह है कि एक जैसा रहन-सहन जीवन में नीरसता घोल देता है।
भोजन का स्वाद बदलते रहें
भोजन में सेहत बहुत जरूरी है, लेकिन स्वाद को नजरअंदाज करना जरूरी नहीं। नाश्ते में स्वादिष्ट स्मूथी, लंच में लेफ्ट-ओवर और डिनर में हल्का और स्वादिष्ट भोजन। जैसे ही आप भोजन में नये तजुर्बे करना शुरू करते हैं, तो आपके सामने स्वाद और सेहत के नये रास्ते खुलने शुरू हो जाते हैं।
पत्नी का सम्मान सबसे जरूरी
कभी भी पत्नी की सेल्फ रिस्पेक्ट को ठेस न पहुंचाएं। कभी घर पर दोस्त आएं हों या दोस्तों के साथ आउटिंग पर हों और पत्नी भी मौजूद हो। ऐसे समय में कभी भी पत्नी पर बने चुटकुले या ऐसी बातें जो पत्नी को बुरी लग सकती हैं वो न कहें। सिर्फ ऐसा न करें यही जरूरी नहीं बल्कि अपने दोस्तों को भी ऐसा करने से रोकें। महिलाओं की इज्जत करने वाले पुरुष महिलाओं को बहुत पसंद आते हैं। अगर आप ऐसा करते हैं तो पत्नी की नजर में आप किसी हीरों से कम नहीं हैं।
दिन भर का हिसाब
रात को सोने से पहले दिन भर की अपनी गतिविधियों पर नजर डालिये। देखिये आपने क्या खोया क्या पाया। आपने आज क्या किया ओर क्या ऐसा था जो आप बेहतर कर सकते थे।
आपसी संवाद बनाये रक्खे
रिश्तों में गलत फैमियां संवाद काम होने की वजह से ही होती है। अगर आपको अपना रिश्ता मज़बूत रखना है तो आपसी संवाद बनाये रक्खे। बातचीत करने से आपको अपने पार्टनर के दिल का हाल भी पता लगता है। अगर आप ऑफिस में हैं तो उनसे फोन पर उनका हाल जानना हमेशा ही मददगार साबित होता है।
थैंकयू और सॉरी
इतना सब कुछ करने का मतलब ये नहीं है कि आप अनग्रेटफुल हो जाएं। पत्नी आपके लिए इतना कुछ करती है तो उसे थैंकयू कहना न भूलें। आप बाहर किसी को काम के बदले में थैंकयू कह सकते हैं तो पत्नी को लेकर इतनी बेरुखी क्यों। आपका एक छोटा सा कदम उसके दिल में आपके लिए प्यार बढ़ाएगा। सिर्फ थैंकयू ही नहीं अगर आपकी किसी बात से पत्नी का दिल दुखा है तो उसे सॉरी जरूर कहें। सॉरी बोलते समय दिल से बोलें। ऐसा नहीं कि बचने के लिए सॉरी बोल दिया। पत्नियां तुरंत इस बात को भांप लेती हैं। तो इन बातों का ध्यान रखेंगे तो आपका रिश्ते में रोमांस भरपूर बना रहेगा।
हमेशा दिलाएं प्यार का अहसास
शादी होने का मतलब ये नहीं है कि अब आप एक दूसरे के हो गए और आपको इसे कहने की जरूरत नहीं। प्यार सिर्फ करना ही नहीं उसे जताना भी जरूरी है। तो आप घर से काम के लिए जा रहे हैं और जब लौटें तो पत्नी को प्यार जरूर जताएं। अब सबका प्यार जताने का तरीका अलग हो सकता है। कोई हो सकता है ऑफिस जाते समय पत्नी को गुडबॉय किस भी दे सकता हैं और लौटते समय कभी गुलाब की पंखुड़ी भी ला सकते हैं। अगर वाइफ काम पर जा रही है तो भी उसके साथ ये काम जरूर करें। यकीन मानें इससे प्यार तो बढ़ेगा रिश्ते रोमांटिक भी बने रहेंगे।
अपनी इच्छाओं को स्वीकारें और प्रकट करें
यौन इच्छाओं को हमेशा वर्जित विषय माना जाता है, जो अंतरंगता में बाधा उत्पन्न करती है। प्रारंभ में, आपको अपने स्वयं के हितों के बारे में सीखना होगा और उन्हें स्वीकार करने पर काम करना होगा। एक स्वस्थ यौन जीवन होना सबसे आवश्यक टिप्स में से एक है। आपकी शारीरिक ज़रूरतें और इच्छाएं आपको आपके साथी के साथ निकटता के दूसरे स्तर तक पहुंचने में मदद कर सकती हैं। सहजता भी अद्भुत काम कर सकती है। आप मोमबत्तियों और मंद रोशनी के साथ रोमांटिक माहौल बनाने की को समझें, इससे बेडरूम के अंदर और बाहर इंटीमेसी बढ़ेगी।
जाने देना (रिलीज)
रिलीज की यह अवधारणा एक प्रक्रिया से अधिक है जिसे आप पांच मिनट में कर सकते हैं। मगर हमारा मानना है कि यह सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है जो आप अपने लिए कर सकते हैं। खुश रहने के तरीके के रूप में जाने के बारे में सोचें और अपनी आदतों से खुद को पूरी तरह से मुक्त कर लें और अब उनकी चिंता न करें। लैट गो करना – आसान नहीं है, लेकिन यह आवश्यक है। यदि आप अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं, तो कुछ चीजों को जाने देना ही बेहतर है। गहरी सांस लेने और ध्यान करने के लिए इसे दैनिक अभ्यास करें। अपने समय का उपयोग शांति और मौन में करने के लिए करें।
स्वीकृति
स्वीकृति दुनिया में सबसे कम आंका जाने वाला गुण है। हमारा मानना है कि हर कोई जानता है कि स्वीकृति का क्या अर्थ है, लेकिन बहुत से लोगों द्वारा इसका अभ्यास शायद ही कभी किया जाता है। कुछ लोगों के लिए यह उनकी शब्दावली में भी नहीं है। जो हुआ उससे आगे बढ़ने के लिए या अपनी गलतियों से या जिन चीजों के बारे में आप शर्मिंदा हैं, उनसे आगे बढ़ने के लिए स्वीकृति आवश्यक है। इन बातों को स्वीकार न करने पर पछताना पड़ सकता है। इसलिए जिसे आप बदल नहीं सकते उसे स्वीकार करें क्योंकि यह हमारे जीवन का हिस्सा है।
शुक्रिया अदा करें
इस पूरी प्रक्रिया का सबसे जरूरी हिस्सा यही है कि आप शांत रहने का प्रयास करें। भले ही आप पर काम का कितना ही दबाव हो, जरूरी है कि आप दिन में जितना हो सके अपने दिमाग को शांत रखें। अपने आसपास के लोगों पर नजर रखें और देखें कि आप कैसे अपने काम को बेहतर तरीके से निपटा सकते हैं। दुनिया लगातार बदल रही है, और ऐसे में आपको उस पर नजर रखनी जरूरी है।
हमेशा खुश रहने के लिए अपनी अच्छी यादों को सहेज कर रखें. अगर आप के साथ कुछ बुरा हुआ है, तो उसे भूल कर अच्छी बातों को याद करने की कोशिश करे। आप दूसरों के बारे सोचने के साथसाथ अपने बारे में भी सोचें. यह ठीक है कि जिम्मेदारियों का निर्वाह करना जरूरी होता है, लेकिन यह भी उतना ही सच है कि जब आप अपनेआप को संतुष्ट रखेंगे, तभी अपने जीवन में खुशियां ला पाएंगे. अपने लिए थोड़ा सा समय निकाल कर अपना मनपसंद काम करे आप अपनेआप से प्यार करें तभी आप स्वयं भी खुश रह पाएंगे और दूसरों को भी प्यार कर पाएंगे।