इस बार 21 जून को 8 वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है. इस योग उत्सव को लेकर सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विश्व भर में तैयारियां चल रही हैं। अगर आप भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिन पूरे देश के साथ योगासन करना चाहते हैं तो पहले से ही प्रोटोकॉल के अनुसार इसकी तैयारी कर सकते हैं. इसके लिए प्रोटोकॉल की जानकारी यहां नीचे दी जा रही है. जिसमें योग दिवस कार्यक्रम शुरू होने से लेकर खत्म होने तक की जानकारी शामिल है। इस प्रोटोकॉल के अनुसार ही योग, आसन, प्राणायाम, प्रार्थना और योग दिवस का समापन किया जाता है. आईए आज आपको योग दिवस के इस कॉमन प्रोटोकॉल के बारे में बताते हैं।
हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर सेलिब्रेट किया जाता है. इस दिन दुनियाभर में योग का महत्व बताते हुए विभिन्न आयोजन होते हैं. भारत में योग का उदय हुआ है और ये हेल्दी लाइफ जीने की कला के तौर पर भी पहचान रखता है. योग शरीर के सभी रोगों की पूर्ण चिकित्सा पद्धति भी माना जाता है. बीते कुछ सालों में योग को लेकर हमारे यहां भी जागरुकता काफी बढ़ गई है और कोरोना के आने के बाद से ही लोग अपनी सेहत को लेकर काफी फ्रिकमंद हो गए हैं और कई लोगों ने अपनी डेली लाइफ में योग को शामिल कर लिया है. योगासन सिर्फ शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक प्रगति में भी सहायक माना जाता है. आज भी अगर अपने अच्छे स्वास्थ्य के लिए योग आसान शुरू करना चाहते हैं और आप बिगिनर हैं तो कुछ टिप्स आपके बेहद काम आ सकती हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
1. समय का चुनाव – योग आमतौर पर सूर्योदय के पहले किया जाना श्रेष्ठ माना जाता है, हालांकि आप योग करने के लिए ऐसा समय चुनें जिसमें आप पूरी तरह से फ्री और कंफर्टेबल हों. समय का चुनाव करते वक्त इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आपके द्वारा चुने गए समय पर आप हफ्ते के सातों दिनों में फ्री रहें. रोजाना योग अभ्यास से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है।
2. सही जगह का चुनाव – योग करने के लिए समय का चुनाव जितना महत्वपूर्ण होता है, उतना ही महत्वपूर्ण सही जगह का चुनाव भी होता है. योग करने के लिए साफ एवं स्वच्छ वातावरण की जरूरत होती है. ऐसी जगह चुनें जहां माहौल शांत हो और शुद्ध हवा आसानी से मिल सके. योग की प्रैक्टिस के लिए जगह पहले से ही तय कर लें।
3. खाली पेट करें योग – योग करने का सुबह का समय बेहतर होता है. योग अगर सुबह खाली पेट किया जाए तो ये सेहत के लिए काफी लाभकारी होता है. हालांकि अगर कई बार ऐसा संभव ना हो सके तो भोजन और योग के बीच कम से कम 3-4 घंटे का अंतर होना जरूरी होता है।
4. सही कपड़ों का चयन – योग करने के दौरान सही कपड़ों का चुनाव बेहद जरूरी होता है. योग करते वक्त तंग कपड़े पहनने के बजाय ढीले और कंफर्ट कपड़े पहनना बेहतर होता है. तंग कपड़े पहनने पर शरीर में ऐंठन आने की आशंका और कपड़े फटने का डर भी रहता है।
5. मोबाइल से बनाएं दूरी – योग हमेशा शांत वातावरण में स्वस्थ्य चित्त के साथ किया जाता है. जब भी आप योग कर रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि इस दौरान किसी से वेवजह चर्चा न करें. खासतौर पर एकाग्र रहने के लिए मोबाइल पर किसी से भी बात करने से बचें. हो सके तो योग के दौरान मोबाइल से दूरी बनाकर रखें.
6. महिलाएं ऐसी स्थिति में ना करें योग – जो महिलाएं योग करने की शुरुआत करने जा रही हैं उनके लिए ये जानना जरूरी है कि मासिक धर्म के दौरान योग नहीं करने की सलाह दी जाती है. इसके साथ ही प्रेग्नेंसी के दौरान भी योग नहीं करने का कहा जाता है. हालांकि ट्रेनर की देखरेख में योग किया जा सकता है।
7. जल्दबाजी से बचें – आप अगर योग करने की शुरुआत कर रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि योग करते वक्त धैर्य और संयम की काफी जरूरत होती है. हर व्यक्ति की कैपेसिटी अलग-अलग होती है. ऐसे में योग करते हुए शरीर पर ज्यादा दबाव ना डालें।
ये है योग दिवस का कॉमन प्रोटोकॉल
1- 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिन सबसे पहले प्रार्थना करवाई जाती है.
2- सदलज या चालन क्रिया, शिथिलिकरण अभ्यास – इसके बाद चालन क्रिया या शिथिलिकरण अभ्यास कराया जाता है. यह विशेष रूप से शरीर के अंगों को थोड़ा शिथिल या लचीला बनाने के लिए किया जाता है ताकि कोई भी योगासन करने के दौरान शरीर इसके अनुकूल रहे और योगासन करने में आसानी रहे. इस क्रिया में ग्रीवा चालन, स्कंध संचालन, कटि यानि कमर संचालन और घुटने का संचालन कराया जाता है. ये वे जोड़ या मोड़ हैं, जो योगासनों के दौरान मुड़ते हैं l
3- योगासन – कॉमन प्रोटोकॉल केअनुसार शरीर को लचीला करने के बाद योगासन कराए जाते हैं. जिनमें चार प्रकार से आसन कराए जाते हैं l
* खड़े होकर किए जाने वाले आसन
ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्धचक्रासन, त्रिकोणासन
* बैठकर किए जाने वाले आसन भद्रासन, वज्रासन या वीरासनअर्ध उष्ट्रासन, उष्ट्रासन, शशांकासन, उत्तानमंडूकासन, मरीच्यासन या वक्रासन
* उदर यानि पेट के बल लेटकर किए जाने वाले आसन
मकरासन, भुजंगासन, शलभासन
* पीठ के बल लेटकर किए जाने वाले आसन
सेतुबंधासन, उत्तानपादासन, अर्धहलासन, पवनमुक्तासन, शवासन
4- कपालभाति
5-प्राणायाम
इसके बाद श्वास के लिए तीन प्रमुख प्राणायाम भी योग दिवस पर कराए जाते हैं.नाड़ीशोधन या अनुलोम विलोम प्राणायामशीतली प्राणायामभ्रामरी प्राणायाम।
6- ध्यान
योग दिवस पर कुछ देर के लिए ध्यान मुद्रा भी कराई जाती है।
7- संकल्प
फिर योग करने वाले सभी लोगों को रोजाना योग को अपने जीवन में शामिल करने के लिए संकल्प कराया जाता है।
8- शांतिपाठ
सबसे अंत में विश्व, देश, राज्य, समाज की शांति के लिए शांतिपाठ कराया जाता है।
आयुष मंत्रालय कर रहा है भव्य तैयारी
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को भव्य तरीके से मनाने के लिए केंद्र सरकार का आयुष मंत्रालय पुरजोर तरीके से लगा हुआ है. यही वजह है कि इस दिन भारत ब्रांडिंग के साथ 75 विरासत स्थलों पर योग अभ्यास के आयोजन की योजना बनाई गई है. साथ ही सूर्य की गति के साथ जापान से शुरू करके विश्व के अन्य देशों में हो रहे योग दिवस के कार्यक्रमों को भी प्रसारित किया जाएगा।
इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. यह केवल सामान्य जानकारी के लिए है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।