पपीता सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है. अक्सर हर घर में यह इस्तेमाल में लाया जाता है। कई लोग इसे सलाद के तौर पर खाना पसंद करते हैं तो कईयों को ये नाश्ते में बेहद पसंद होता है. सबसे बड़ी बात जो लोग वजन कम करने की कोशिश में लगे हैं उनके लिए तो ये किसी नियामत से कम नहीं है.यह एंटीऑक्सिडेंट का पावरहाउस भी है. ऐसे में इतने गुणों से भरपूर पपीते को खाने के लिए उसका सही चुनाव करना भी जरूरी है। अक्सर लोग इसे लेकर कंफ्यूजन में रहते हैं कि पपीता कैसा लिया जाना चाहिए तो हम आज आपकी इसी मुश्किल का हल बताने जा रहे हैं. इससे आप आसानी से सही पपीते का चुनाव कर पाएंगे।
किस सीजन में मिलता है
पपीता का पीक सीजन मिड समर से मिड ऑटम यानी पतझड़ के मध्य तक होता है, हालांकि अब ये आमतौर पर साल भर मिलते हैं। इसे केले की तरह ही हरा और अधपका तोड़ लिया जाता है. इससे इसकी शिपिंग में आसानी होती है।
कैसा पपीता लें
अगर आप कच्चा पपीता ले रहे हैं तो ध्यान रखें कि यह पूरी तरह से हरा और ठोस हो. इसमें किसी भी तरह के दाग या फंफूद न हो. अक्सर लोग रंग देखकर पपीता लेते हैं, लेकिन जरूरी नहीं कि बाहर से हल्की हरी स्किन वाला पपीता कच्चा ही होगा. अगर पका पपीता खरीदें तो देखें कि उसकी स्किन बाहर से अच्छा नारंगी और पीला रंग लिए हो और कुछ हरे धब्बे भी हो सकते हैं. हाथ से दबाने पर वह बेहद कम दबना भी चाहिए, लेकिन अगर जरा सा दबाने पर ही पपीता पूरी तरह से अंदर धंस जा रहा हो तो उसे लेने से भी परहेज करें. भूरी सी स्किन और जगह-जगह सफेद फंफूद से दाग दिखने पर पका पपीता नहीं लेना चाहिए. ऐसा पपीता खाने से आपकी सेहत को फायदे की जगह नुकसान पहुंच सकता है। पपीते की खुशबू भी उसकी सेहत के राज खोलती है, इसलिए पपीता खरीदते वक्त उसकी खुशबू की अनदेखी न करें. अक्सर जिस पपीते से भीनी सी खुशबू आ रही हो वह मीठा और पका हुआ माना जाता है. पपीते का छिलका और वजन भी उसके अच्छे और खराब होने के संकेत देते हैं. इसके वजन में बेहद अधिक होने. छिलके के मोटे और सख्त होने पर इसे न खरीदें।
कब खायें
पपीता घर लाने के बाद आपके किचन के काउंटरटॉप पर भी बाकी का पक जाता है, लेकिन पका पपीता घर लाने के बाद एक दो दिन के अंदर ही खा लेना चाहिए वरना इसके ओवर राइप होकर खराब होने की संभावना रहती है।
कैसे छिलें और काटें
पपीते की स्किन अलग करने के लिए सब्जी काटने वाले तेज चाकू या वेजिटेबिल पीलर का इस्तेमाल करें.इसकी स्किन के बाद दिखने वाले सफेद गूदे को भी अलग कर लें. इसे साफ न करने से पपीता कड़वा लग सकता है. इसके बीज भी निकाल लें और इसके बाद जो श्लेष्मा सा होता है उसे भी साफ कर लें. अब इसे अपनी सुविधा अनुसार डाइस या बड़ी फांकों में काट कर इस्तेमाल करें. ध्यान रखें कि पपीते को हमेशा आधी लंबाई में काटना चाहिए।
पपीते के बीज पत्ती भी कमाल
पपीते के बीजों को ओवन की कम आंच में सुखाएं और उन्हें पेपरकॉर्न की तरह इस्तेमाल करें. इसकी पत्तियों को पालक की तरह पकाया और खाया जा सकता है. माना जाता है कि पपीते के कई तरह के औषधीय लाभ हैं.पके पपीते में बहुत सारा विटामिन सी, बीटा-कैरोटीन और लाइकोपीन होता है. यह पाचन दुरुस्त रखता है और पेट की परेशानियों से राहत देता है. हालांकि प्रेग्नेंट औरतों को हरा कच्चा पपीता खाने की मनाही है क्योंकि इससे मिसकैरिज होने की संभावना रहती है।
पपीते के फायदे
पपीता विटामिन और मिनरल से भरपूर फल है, जो शरीर में न सिर्फ पानी की कमी को पूरा करता है, बल्कि शरीर को जरूरी पोषक तत्व भी देता है।
रोज खाएं पपीता और रहें स्लिम
पपीते में फैट बिलकुल नहीं होता और ये ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत भी है. पपीते में कैलोरी बहुत कम होती है. आप कितना भी पपीता खा लें, लेकिन वजन नहीं बढ़ेगा. यह पाचन क्रिया को भी सुचारु रखता है।
अस्थमा का खतरा होता है कम
यदि शरीर में पर्याप्त मात्रा में बीटा-कैरोटीन है तो अस्थमा का खतरा कम हो जाता है. पपीते में बीटा-कैरोटीन होता है, जो अस्थमा पर नियंत्रण रखता है. रोज एक कटोरी पपीता खाकर आप अस्थमा से बच सकते हैं।
शरीर को बनाता है निरोगी
पपीते में विटामिन ए, बी, सी और विटामिन के पाए जाते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार होते हैं. पपीते के नियमित सेवन से शरीर में कोशिकाओं के बनने की प्रक्रिया भी सुचारू रूप से चलती रहती है, जिससे किसी भी तरह का घाव जल्दी भर जाता है।
आर्थराइटिस के खतरे से बचाता है
पपीते में कैल्शियम, मैग्नीशियम और कॉपर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. नियमित रूप से पपीते का सेवन करने से शरीर में कैल्शियम की कमी नहीं होती और आर्थराइटिस का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।
डेंगू का इलाज पत्तियों से
डेंगू में प्लेटलेट्स की संख्या बहुत तेजी से गिरती है. पपीते की पत्तियों का रस प्लेटलेट्स बढ़ाने में बहुत उपयोगी है. इसके लिए पपीते की पत्तियों को थोड़े से पानी के साथ पीस लें. उसका रस निकालकर नियमित रूप से पिएं. ऐसा करने से प्लेटलेट्स की संख्या में हो रही गिरावट रुक जाती है।
दिल का रखे ख़याल
पपीते में फाइबर, विटामिन और पोटैशियम भरपूर मात्रा में होते हैं, जो हृदय संबंधी रोगों के लिए अचूक उपाय है. शरीर में पोटैशियम की मात्रा बढ़ाकर और सोडियम की मात्रा घटाकर हृदय रोगों के खतरे से बचा जा सकता है।
हावी नहीं होने देगा उम्र
एक रिपोर्ट के मुताबिक पपीता एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है. ऐसे में यह उम्र बढ़ने के साथ दिखाई देने वाले संकेतों के खिलाफ बचाव कर करने में मददगार होता है. कुछ अध्ययन बताते हैं कि पपीता त्वचा को चिकनी और युवा रहने में मदद कर सकता है. साथ ही यह त्वचा में कसावट लाता है और झुर्रियों को कम करने में भी मददगार है. गर्मी में पपीते का फेस पैक भी लगा सकते हैं. इससे टैनिंग भी दूर होती है।
दूर करेगा रूसी
पपीता रूखी त्वचा के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है. यह त्वचा को हाइड्रेट करने में मदद करता है. पपीते में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स और एंजाइम स्किन की सूखी स्किन को मुलायम बनाने में मददगार होते हैं. पपीते के गूदे को चेहरे पर लगाया जाए तो स्किन कोमल और चमकदार बनती है. इसके अलावा पपीता रूसी को भी दूर करता है. पपीते के बीजों के एंटीफंगल गुण रूसी को नियंत्रित करने और रोकने में सहायता कर सकते हैं।
बालों को देता है पोषण
ये फल स्किन के लिए ही नहीं, बालों के लिए भी काफी फायदेमंद होता है. इसे खाने से बाल झड़ना कम होते हैं. एक अध्ययन के अनुसार पपीते में मौजूद विटामिन ए आपके स्कैल्प को सीबम बनाने में मदद करता है, जो आपके बालों को पोषण, मजबूती देता है।
कब्ज की समस्या दूर करता है
पेट की बीमारियों के लिए पपीता कारगर है. अगर आपको कब्ज की समस्या है तो हर रोज पपीता खाने की कोशिश करें. इससे पेट सही रहता है. हालांकि अगर दस्त जैसी दिक्कत हो रही हो तो इसे खाना टालें।
बीज किडनी से लेकर लिवर तक रखेंगे सेहतमंद
अक्सर लोग इसके बीजों को छोड़ देते हैं. मगर क्या आप जानते हैं कि सेहत के लिए इसके बीज भी कम फायदेमंद नहीं है. पपीते के बीज एंटीऑक्सिडेंट और फाइबर सहित कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत हैं।
लिवर रखते हैं सेहतमंद
पपीते के बीजों में मौजूद प्रभावशाली पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट के कारण ये कैंसर को रोकने में मददगार हो सकते हैं. लाइब्रेट की एक रिपोर्ट के मुताबिक पपीते के बीजों के नियमित सेवन से आपका लिवर सेहतमंद बना रह सकता है।
वजन कम करने में मददगार
इसके अलावा अगर आप नियमित रूप से पपीते के बीज खाते हैं तो इससे वजन को नियंत्रित करने में भी मदद मिल सकती है. ये पाचन तंत्र को बेहतर बनाते हैं. साथ ही ये भोजन में मौजूद अतिरिक्त वसा और शर्करा को नियंत्रित कर जमा नहीं होने देते।
पपीते के बीज का तेल भी फायदेमंद
पपीते के बीज त्वचा को बेहतर बनाए रखने में भी मददगार होते हैं. पपीते के बीजों को नियमित रूप से लेने से ये स्किन की चमक को बरकरार रखते हैं और इनसे झुर्रियों को भी दूर करने में मदद मिलती है।
किडनी की करते हैं हिफाजत
आपके गुर्दे आपके स्वास्थ्य में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. ये आपके शरीर से अपशिष्ट और अतिरिक्त तरल पदार्थ को बाहर निकालने के लिए एक फिल्टर के रूप में कार्य करते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक पपीते के बीज एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं. ऐसे में ये किडनी को बेहतर बनाए रखने में मददगार हैं।
यह टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।