तुलसी के पत्तों में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व होते हैं। साथ ही तुलसी एक दर्द निवारक की तरह भी असरदार है। एक्सपर्ट्स के अनुसार खाली पेट तुलसी का पानी पीने से सेहत को कई प्रकार के फायदे होते हैं। आइए जानते हैं क्यों पीना चाहिए खाली पेट तुलसी का पानी और क्या हैं इसके फायदे-
सुबह की शुरुआत गर्म पानी पीने से करनी चाहिए। ऐसी सलाह अक्सर हम सभी को मिलती है। लेकिन इसी गर्म पानी के अंदर अगर तुलसी के पत्तों का उपयोग किया जाए तो यह और भी अधिक गुणकारी हो जाता है। तुलसी का पौधा आज के समय लगभग हर घर के अंदर या आस-पास होता है। लेकिन बहुत ही कम लोग जानते हैं कि सेहत के लिए भी यह बहुत फायदेमंद होती है। साथ ही तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर पीने से न केवल सेहत को लाभ होता है। बल्कि यह पानी का स्वाद भी बेहतर कर देती है। इसके अलावा अगर आपको अपच या गैस्ट्रिक समस्या है तो भी आप तुलसी के पत्तों का पानी पी सकते हैं। यह चाय आपकी इस समस्या को समाप्त कर सकती है। विभिन्न रिसर्च और स्टडीज़ में यह पाया गया है कि तुलसी कई वायरल बीमारियों और हेल्थ प्रॉब्लम्स के इलाज में कारगर है। तुलसी के पत्तों में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व होते हैं। साथ ही तुलसी एक दर्द निवारक की तरह भी असरदार है। एक्सपर्ट्स के अनुसार खाली पेट तुलसी का पानी पीने से सेहत को कई प्रकार के फायदे होते हैं। अगर आप भी तुलसी के पत्तों का गर्म पानी पीने का विचार बना रहे हैं तो आइए आपके विचारों को मजबूत करने के लिए तुलसी से होने वाले कुछ दूसरे फायदों के बारे में भी जाने। – नींबू पानी हुआ पुराना अब रोज सुबह उठकर पिएं तुलसी के पत्तों का पानी, फायदा होगा दोगुना और बीमारियों का खात्मा !
सुबह खाली पेट तुलसी का पानी पीने के फायदे
बॉडी डिटॉक्स का नैचुरल तरीका
भोजन के साथ शरीर में बहुत-से नुकसानदायक तत्व भी पहुंच जाते हैं। इन विषैले तत्वों से शरीर के अंदरूनी अंग जैसे किडनी, आंत और रक्त में जमने लगते हैं। सुबह खाली पेट तुलसी का पानी पीने सि आपके शरीर में अटके विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद होती है। तुलसी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स डायजेस्टिव सिस्टम और किडनियों को हेल्दी रखते हैं, उनकी कार्यक्षमता बढ़ाते हैं और शरीर को इंफेक्शन्स से बचाते हैं।
सांस संबंधित समस्याओं से बचाव
बेकार का खान पान और प्रदूषण का बढ़ता स्तर हमारे रेस्पिरेटरी सिस्टम को प्रभावित करता है। वहीं ऐसे लोग जिन्हें पहले से ही सांस संबंधित समस्याएं हैं। उन लोगों के लिए भी तुलसी पत्तों का गर्म पानी में डालकर सेवन करना लाभदायक हो सकता है। आपको बता दें कि तुलसी के पत्तों में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी और एक्सपोट्रेंट प्रॉपर्टीज होती हैं। जो आपके रेस्पिरेटरी सिस्टम का ख्याल रखती है और सांस संबंधित समस्याओं को दूर करती है।
अस्थमा में कारगर तुलसी पानी
अस्थमा, सांस की तकलीफ और सर्दी जुखाम जैसी बीमारियों के लिए तुलसी का पानी रामबाण माना जाता है. तुलसी में एक्सपेक्टोरेंट, एंटीट्यूसिव और इम्युनोमोड्यूलेटरी के गुण पाए जाते हैं. जिससे अस्थमा जैसी बीमारी को रोकने में भी मदद मिलती है. इसके अलावा सर्दी जुखाम में तुलसी का पानी पीना बहुत फायदेमंद माना जाता है.
स्ट्रेस की करे छुट्टी
आजकल की जीवन शैली में न केवल व्यस्क नहीं बल्कि बच्चे भी स्ट्रेस में रहने लगे हैं। यह स्ट्रेस आगे चलकर कई गंभीर बीमारियों तक को जन्म दे देता है। ऐसे में केवल तुलसी के पत्तों का उपयोग गर्म पीने में डालकर करना होगा, इससे आपको स्ट्रेस से राहत मिल सकती है। तुलसी के अंदर मौजूद गुण कॉर्टिसोल हार्मोन को संतुलित करने का कार्य करते हैं। इसी के बिगड़ने की वजह से व्यक्ति स्ट्रेस में रहने लगता है। इसके अलावा तुलसी के पत्ते आपको डिप्रेशन और एंग्जायटी से भी राहत दिला सकते हैं।
वजन कम करने में
बढ़ता वजन आज के युग के लोगों के लिए एक सबसे बड़ी चुनौती है। जिसकी वजह से न केवल व्यक्ति को बीमारियां जकड़ लेती है। बल्कि इसकी वजह से ही व्यक्ति तनाव में भी रहने लगता है। लेकिन तुलसी के पत्तों का उपयोग इस समस्या से भी आपको राहत दिला सकती है।आपको बता दें कि तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर और इसे पीने से आपका हाजमा ठीक रहता है। जिससे आप जल्दी ही भोजन को पचा लेते हैं। जब भोजन जल्दी पचने लगता है तो इससे आपका वजन आसानी से कम होने लगता है। वहीं अगर पाचन शक्ति कमजोर हो तो इससे भोजन पचता नहीं और व्यक्ति का वजन बढ़ने लगता है।
पाचन क्रिया के लिए
आज के समय बहुत से लोग अक्सर पाचन की समस्या से पीड़ित रहते हैं। जिसकी वजह से बदहजमी और अन्य समस्याएं पैदा होने लगती है। ऐसे में तुलसी का उपयोग पानी के साथ किया जा सकता है। आपको बता दें कि तुलसी के पत्तों में मौजूद गुण आपकी पाचन क्रिया को बेहतर करते हैं और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालते हैं।
शुगर लेवल करे नियंत्रित
डायबिटीज से पीड़ित लोगों के साथ हमेशा एक चुनौती बनी रहती है। वह चुनौती है शुगर लेवल को नियंत्रित रखने की या अचानक बढ़ने से रोकने की। ऐसे में अक्सर दवाइयों और कई तरह की चीजों पर निर्भर होना पड़ता है। ऐसे में आप चाहें तो तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर पी सकते हैं। आपको बता दें कि तुलसी के इस तरह पानी में डालकर पीने से आपका मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है। जिसकी वजह से कार्ब्स और फैट को बर्न करना आसान हो जाता है। यही नहीं, इससे आपके खून में न केवल शुगर लेवल नियंत्रित रहता है। बल्कि तुलसी के पत्तों का उपयोग यह भी सुनिश्चित करता है कि खून में मौजूद शुगर लेवल का के लिए उपयोग हो।
फेफड़े बनते हैं स्वस्थ
सांस से जुड़ी बीमारियों और फेफड़ों की समस्याएं कम करती है तुलसी। आयुर्वदिक औषधिय गुणों से भरपूर तुलसी के अर्क वाला पानी पीने से छाती में जमा बलगम साफ होता है। इसी तरह सर्दी-ज़ुकाम, खांसी, गले में खिचखिच या दर्द को भी कम करता है तुलसी का सेवन। तुलसी का पानी पीने से सांस लेने से जुड़ी परेशानियों और अस्थमा जैसी बीमारियों से भी आराम मिलता है। दरअसल, तुलसी में एलर्जी रोकने वाले तत्व होते हैं जो सर्दियों में होने वाली एलर्जिक बीमारियों से आराम दिलाते हैं। Also Read – खांसी से पाना है छुटकारा तो इन 4 तरीकों से करें तुलसी का सेवन, जल्द मिलेगा आराम
तनाव होता है कम
स्ट्रेस लोगों की ज़िंदगी का एक हिस्सा बनता जा रहा है। ऑफिस का काम, पैसों की तंगी, घर की ज़िम्मेदारियों के अलावा रोज़मर्रा के कई कारणों से लोगों को तनाव महसूस होता है। ऐसे में तुलसी का पानी पीने से आपको आराम हो सकता है। कुछ रिसर्च का दावा है कि तुलसी की पत्तियों में तनाव और चिंता कम वाले तत्व होते हैं।
ब्रेन फंक्शन
तुलसी का पानी पीने से मानसिक तनाव से राहत तो मिलती ही है। साथ ही यह ब्रेन फंक्शन भी बढ़ाता है। खाली पेट तुलसी का पानी पीएं या तुलसी की कुछ पत्तियां चबाएं। इससे, आपके मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ेगी। इसी तरह रोज़ाना सुबह तुलसी का पानी पीने से ब्लड प्रेशर और हाई ब्लड शुगर लेवल्स को भी नियंत्रित करने में मदद होती है। जिससे, आपके लिए स्वस्थ और चिंतामुक्त रहना आसान होता है।
तुलसी से बनी यह चीजें भी हैं सेहत के लिए फायदेमंद :
तुलसी की चाय : इससे बुखार, मलेरिया और डेंगू का असर कम होता है।
तुलसी वाला दूध : सर्दी-खांसी और पेट की प्रॉब्लम से बचाने में तुलसी का दूध बेहद फायदेमंद है। जिन लोगों को रात में नींद नहीं आती है, उन्हें भी इसे पीने से फायदा होता है।
तुलसी का जूस : तुलसी के पत्तों को पीसकर इसका जूस तैयार होता है। इसे पीने से कफ की प्रॉब्लम दूर होती है।
तुलसी के पत्तों की चाय बनाने की विधि
सुबह की शुरुआत तुलसी का उपयोग गर्म पानी के साथ से करने से आपको कई तरह के लाभ होते हैं, जो आपकी स्थिति को बेहतर कर सकते हैं। इस चाय को बनाने के लिए आप यह तरीका अपना सकते हैं।
सबसे पहले पैन में एक गिलास पानी डालें और इसे उबलने दें।
अब इसमें कुछ तुलसी के पत्ते डालें और इस पानी को तब तक उबलने दें जब तक पानी आधा न हो जाए।
इसके बाद गैस बंद कर दें और इसे थोड़ा ठंडा होने के लिए छोड़ दें।
अब इसमें शहद डालकर इसका सेवन करें।
तुलसी का पानी बनाने में ज्यादा समय नहीं लगता है इसलिए इसे एक बार में बनाकर स्टोर करने के बजाय रोजाना ताजा बनाने की कोशिश करें।
इस तरह आपकी तुलसी के पत्तों के उपयोग से यह पानी बनकर तैयार हो जाएगा। अब आप इसका सेवन कर सकते हैं। ध्यान रहे कि यह पानी किसी तरह की बीमारी का उपचार नहीं कर सकता। बीमारी के उपचार के लिए आपको डॉक्टर के पास ही जाना होगा।